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CG News: सिविल सर्जन के डिजिटल सिग्नेचर का कर रहा था दुरुपयोग, चॉइस सेंटर संचालक गिरफ्तार

सिविल सर्जन के डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग कर फर्जी तरीके से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले में मणिपुर पुलिस ने च्वाइस सेंटर संचालक को बलिया उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है।

CG News: सिविल सर्जन के डिजिटल सिग्नेचर का कर रहा था दुरुपयोग, चॉइस सेंटर संचालक गिरफ्तार
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By Radhakishan Sharma

सरगुजा। सिविल सर्जन के डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल कर फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले चॉइस सेंटर संचालक को बलिया उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सहायक अधीक्षक ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। चॉइस सेंटर संचालक ने अब तक 150 से 200 फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर लोगों को बांट दिया है। मामला मणिपुर थाना क्षेत्र का है।

फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ. संटू बाघ ने मणिपुर थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वर्ष अप्रैल 2013 से ऑनलाइन जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है। इसके बावजूद विभिन्न च्वाइस सेंटरों द्वारा वर्ष 2013 से पूर्व के जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं और प्रमाण पत्र में सिविल सर्जन का हस्ताक्षर फर्जी तरीके से स्कैन कर डिजिटल रूप में उपयोग किया जा रहा है। वर्ष 2006, 1970, 1984, 2011 में जन्मे व्यक्तियों का भी डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए थे। मामले में मणिपुर पुलिस अज्ञात च्वाइस सेंटर संचालकों के विरूद्ध जुर्म दर्ज कर विवेचना कर रही थी।

विवेचना के दौरान पुलिस टीम तकनीकी जानकारी के आधार आरोपी की तलाश के लिए बलिया उत्तरप्रदेश रवाना हुई थी। यहां पुलिस टीम ने आरोपी अक्षय यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने 250 रुपए प्रति प्रमाण पत्र की दर से 150 से 200 की संख्या में बनाना स्वीकार किया। मामले में पुलिस ने आरोपी अक्षय यादव आत्मज निर्मल यादव उम्र 26 वर्ष निवासी कोडहरा थाना दोकटी जिला बलिया उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल एवं 1 नग फर्जी प्रमाण पत्र जब्त किया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है।

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