Begin typing your search above and press return to search.

Balrampur Crime News: अपने बेटे के लिए दी दूसरे के बेटे की बलि, सिर को धड़ से किया अलग और फिर...

Bimar Bete Ke Liye Di Bali: बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने रूह को कंपा दिया है। यहां एक व्यक्ति तांत्रिक के कहने पर अंधविश्वास की सनक में इतना अंधा हो गया कि उसने तीन साल के मासूम की बलि चढ़ा दी, वो भी सिर्फ इसलिए कि उसका बेटा हमेशा बीमार रहता था और वह अपने बेटे की सलामती के लिए नरबली देना चाहता था।

Balrampur Crime News: अपने बेटे के लिए दी दूसरे के बेटे की बलि, सिर को धड़ से किया अलग और फिर...
X
By Chitrsen Sahu

Bimar Bete Ke Liye Di Bali: बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने रूह को कंपा दिया है। यहां एक व्यक्ति तांत्रिक के कहने पर अंधविश्वास की सनक में इतना अंधा हो गया कि उसने तीन साल के मासूम की बलि चढ़ा दी, वो भी सिर्फ इसलिए कि उसका बेटा हमेशा बीमार रहता था और वह अपने बेटे की सलामती के लिए नरबली देना चाहता था।

ऐसे हुआ शक

यह दर्दनाक मामला सामरी पाठ थाना क्षेत्र के सुलूंगडीह गांव का है। पीड़ित पिता वीरेंद्र नगेसिया ने 3 साल के बेटे अजय नगेसिया की गुमशुदगी की सूचना दी थी। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने गांव में सघन तलाशी अभियान चलाया। शुरुआती जांच में ही पुलिस की निगाह गांव के राजू कोरवा पर टिकी थी, जो पहले से ही अजीबोगरीब बातें करता रहता था। राजू अक्सर अजय के परिवार को कहता था कि बड़ी पूजा के बिना बेटा ठीक नहीं हो सकता। उसकी बातों को पहले तो नजरअंदाज किया गया, लेकिन बच्चे की गुमशुदगी के बाद यह बातें डरावनी लगने लगीं।

तीन दिन घर में रखा बच्चे का सिर

पुलिस ने जब राजू कोरवा को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह लगातार बयान बदलता रहा, लेकिन आखिरकार जब पुलिस ने दबाव बढ़ाया तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। राजू ने बताया कि उसने अजय को मिठाई का लालच देकर अपने घर बुलाया और वहां लोहे की छूरी से उसका सिर काटकर बलि दे दी। मासूम की लाश को बोरी में भरकर जंगलों के पास एक नाले में ले गया और जला दिया। सबसे खौफनाक बात ये थी कि उसने बच्चे का सिर तीन दिन तक अपने घर में छुपाकर रखा था। बाद में जब पुलिस की जांच तेज हुई तो उसने सिर को कपड़े में लपेटकर तीन चार फीट गड्ढा खोदकर दफन कर दिया और ऊपर से पत्थर रख दिए, ताकि किसी को शक न हो।

बेटा पाने के लिए ली जान

आरोपी ने बताया कि उसका बड़ा बेटा हमेशा बीमार रहता था। किसी तांत्रिक आ मान्यता के चक्कर में वह इस अंधविश्वास में फंस गया कि अगर किसी मासूम की बलि दी जाए तो उसका बेटा स्वस्थ हो जाएगा। इस वहम और पागलपन ने उसे इंसान से राक्षस बना दिया। इस क्रूर घटना के सामने आने के बाद सुलूंगडीह गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। जिसने भी यह सुना, वह सन्न रह गया। पुलिस ने आरोपी राजू कोरवा को गिरफ्तार कर लिया है और कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

Next Story