Bilaspur News: मुर्गा को बचाने कुएं में उतरे दो भाइयों की मौत, जहरीली गैस ने ले ली जान
Bilaspur News: किसान का मुर्गा कुएं में गिर गया। जिसे निकालने के लिए किसान कुएं में उतरा। इस दौरान वह जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया और कुंए में डूबने लगा। बड़ेभाई को डूबता देख छोटा भाई उसे बचाने के लिए कुंए में उतरा और वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। दोनों भाईयों की दम घुटने से मौत हो गई।

Bilaspur News: बिलासपुर। बेलगहना क्षेत्र के ग्राम करहीकछार में रहने वाले किसान का मुर्गा कुंए में गिर गया। मुर्गे को कुंए से निकालने के लिए उतरे बड़े भाई को बेसुध होते देख छोटा भाई भी आनन-फानन में कुंए में उतर गया। कुंए में जहरीली गैस के चलते दोनों भाईयों की दम घुटने से मौत हो गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हादसे की जानकारी एसडीआरएफ को दी। देर रात एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों भाईयों के शव को कुंए से निकाल लिया है। शनिवार को शव का पीएम कराया जाएगा। घटना कोटा थाना अंतर्गत बेलगहना चौकी क्षेत्र की है।
करही कछार में रहने वाले दिनेश पटेल(35) किसान थे। उन्होंने घर में मवेशियों के साथ ही मुर्गियां भी पाल रखी थी। शुक्रवार की शाम करीब चार बजे उनका एक मुर्गा घर के पीछे बाड़ी में बनाए कुंए में गिर गया। इसकी जानकारी होने पर दिनेश अपने मुर्गे को निकालने कुंए में उतरे इस दौरान उनका छोटा भाई दिलीप(30) भी पास में ही था। कुंए में उतरते ही दिनेश बेसुध हो गए। इसे देख दिलीप भी आनन-फानन में कुंए में उतर गया। कुंए में जहरीली गैस होने के कारण दोनों की मौत हो गई।
इधर घर के लोगों ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दी। तब बेलगहना पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। जवानों ने सतर्कता बरतते हुए तत्काल इसकी जानकारी एसडीआरएफ को दी। देर रात एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने दोनों भाईयों के शव को कुंए से निकाल लिया है। शनिवार को दोनों का पीएम कराया जाएगा।
0 मरे मेंढक निकालने के दौरान पिता-पुत्र की भी हुई थी दम घुटने से मौत
सीपत क्षेत्र के ग्राम उनी में मरा हुआ मेंढक निकालने के लिए कुंए में उतरा 15 साल का बालक बेसुध हो गया था। इसे देख उसका पिता भी कुंए में उतर गया था। जहरीली गैस से दम घुटने के कारण पिता-पुत्र की मौत हो गई थी। सीपत क्षेत्र के ग्राम उनी निवासी कैलाश दास गोस्वामी व 15 साल का बेटा अंशु घर पर थे। आंगन में बने कुंए से बदबू आ रही थी।
अंशु ने कुंए में झांककर देखा तो एक मेंढक मरा हुआ था। अंशु मरे हुए मेंढक को निकालने के लिए कुंए में उतर गयकुंए में उतरने के बाद वह बेसुध हो गया। बेटे को कुंए के भीतर बेसुध होते देख कैलाश भी तत्काल कुंए में उतर गया था। कुंए के अंदर दोनों बेसुध हो गए थे। जब काफी देर तक पिता-पुत्र कुंए से बाहर नहीं निकले तो घर के लोगों ने झांककर देखा। कुंए के अंदर दोनों की मौत हो गई थी।
