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बढ़ती जनसंख्या को जलापूर्ति करने 54 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट ,इंद्रावती व दलपत सागर भी रह सकेंगे शुद्ध

बढ़ती जनसंख्या को जलापूर्ति करने 54 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट ,इंद्रावती व दलपत सागर भी रह सकेंगे शुद्ध
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By NPG News

जगदलपुर 10 मई 2022। बढ़ती जनसंख्या को जलापूर्ति करने नगर निगम ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना बनाई है। 25 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 54 करोड़ की लागत से बनेगा। जो दो वर्षों में पूरा होगा।

घरेलू उपयोग में आने वाले जल की अधिकांश मात्रा दूषित जल के रूप में निस्तारित होती है। दूषित जल के किसी भी जल स्त्रोत में मिलने से वो जल पीने योग्य नही रह जाता है। और जल में यदि प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाये तो वह जल कृषि या मवेशियों के काम भी नही आ पाता। जिसको दृष्टिगत रखते हुए दूषित जल के उचित प्रबन्धन की नितांत आवश्यकता है। ताकि गन्दे पानी को रिसाइकलिंग कर फिर से उपयोग योग्य बनाया जा सके। और जल स्त्रोतों पर दूषित जल के प्रभावो में कमी लायी जा सके।

जगदलपुर शहरी एरिया में सीवरेज सिस्टम का अभाव है। जिसके चलते शहर भर के सीवरेज से निकला गंदा पानी नालियों से होते हुए शहर के आकर्षक दलपत सागर व इंद्रावती नदी में जाकर मिल जाता है। टूरिस्ट स्पॉट बनाने के लिये दलपत सागर व कृषि उपयोगी इंद्रावती नदी में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सीवरेज के दूषित जल के निस्तारी को रोकने की आवश्यकता बताई थी। जिसके लिये छतीसगढ़ सरकार ने अमृत मिशन योजनाक अंतर्गत इंटरसेप्टर सीवर नेटवर्क व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना शुरू की है।

इस योजना में 25 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू किया है। जिसके तहत 9.42 किलोमीटर पाईप लाईन बिछाई जाएगी व 10 इंटरसेप्टर व डाईवर्जन वीयर स्ट्रक्चर तैयार किये जायेंगे। इस परियोजना से सतही जल की गुणवत्ता में सुधार आ सकेगा तथा सीवेज अपशिष्ट जल से होने वाले प्रदूषण से जल स्त्रोतों को बचाया जा सकेगा। इससे पर्यटन का विकास तो होगा हि अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ेगा। इस परियोजना से निगम सीमा के भीतर दलपत सागर झील व 5 किलोमीटर तक इंद्रावती नदी स्वच्छ रह सकेगी।

परियोजना की विशेषताएं:-

-सतह के पानी के साथ सीवेज के मिश्रण से बचने के लिये 10 स्थानों पर अपस्ट्रीम बिंदु पर मौजूदा नालियों पर अवरोधन और मोड़ व्यवस्था का निर्माण करना।

-सीवेज को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाने के लिये इंटरसेप्टर सीवर पाईप लाईन के 9 किलोमीटर व इंटरमीडिएट सीवेज पम्पिंग स्टेशन का निर्माण

-बालीकाँटा गांव में इंद्रावती नदी के तट पर पूरी तरह से स्वचालित इंद्रावती नदी के तट पर पूरी तरह से स्वचालित 25 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण

-इंद्रावती नदी में छोड़े जा रहे उपचारित पानी की गुणवत्ता पर चौबीसों घण्टे निगरानी के लिये ऑनलाइन एनालाइजर और अन्य आवश्यक उपकरण लगाना

- दलपत सागर झील की क्षमता बढ़ाने के लिये 700 मीटर लंबी डक्टाइल पाइप लाइन व आवश्यक मशीनरी बिछाना।

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