बिलासपुर। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में कंपनी में अप्रेंटिसशिप कर चुके छात्रों द्वारा फिर से गेट में कर्मियों को कार्यस्थल पर जाने से रोका गया। कर्मचारियों ने इसकी शिकायत प्रबंधन से की।
आंदोलनकारी नेताओं पर आरोप ये भी है कि आंदोलन के लिए बिलासपुर आए युवा छात्रों से फार्म-बी भरवाया गया तथा इसके एवज में सहयोग राशि वसूली गई। कई युवाओं ने स्वीकार किया है कि यह उन्होंने अपनी मर्ज़ी से किया है। फार्म B भरने के लिए उन्हें एसईसीएल ने नहीं कहा है। जाहिर है, FORM-B एसईसीएल का सरकारी फ़ॉर्म है, जो कि MINES ACT के अंतर्गत निर्धारित है तथा इसे कोई भी प्राइवेट व्यक्ति किसी से नहीं भरवाया जा सकता ।
इसके साथ ही कोयला मंत्री ने लोकसभा में स्पष्ट किया है कि किसी भी कोल कम्पनी में अप्रेंटिसशिप कर चुके छात्र को नियमित नहीं किया जा सकता। ऐसे में बिना कारण के हठधर्मिता दिखाना, सरकारी कामकाज में बाधा डालना, कर्मियों का समय नष्ट करना अनुचित है । एसईसीएल के सूत्रों का कहना है, एसईसीएल का फ़ॉर्म भरवा कर सहयोग राशि ले लेना ग़लत मंशा की ओर इशारा करता है।