रायपुर 17 जून 2023। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है जो चिटफंड कंपनियों में डूबे लोगों का पैसा वापस कर रही है। अब तक चिटफंड कंपनियों के संपत्तियों को कुर्की करके 33 करोड़ 44 लाख रुपये निवेशकों को वापस लौटाया गया है। सरकार की इस पहल से अब उन लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौट रही है, जो रकम दोगुना करने का झांसा देकर उनसे जिंदगी भर की जमा पूंजी लूटकर ले गए थे। ठगी करने वाले और डायरेक्टर्स और उनकी चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों को कुर्क करके लोगों का डूबा हुआ पैसा सरकार की ओर से वापस दिलाया जा रहा है।
दुर्ग के उपरवारा निवासी घनश्याम साहू ने 2 एकड़ जमीन बेचकर चिटफंड में पैसा लगा दिया था। रकम डूबने के बाद उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पैसा वापस मिलेगा। लेकिन सरकार के प्रयासों से उसे 9 लाख रुपए वापस मिल रहे हैं। अब घनश्याम साहू का पूरा परिवार बेहद खुश है। इसी तरह खुर्सीपार की तीजनबाई को चिटफंड कंपनी में लगाए गए 3 लाख रुपए वापस मिल गए। अब वो अपने बच्चों की शादी आसानी से कर पाएगी। घनश्याम और तीजनबाई की तरह प्रदेश में ऐसे सैकड़ों हजारों लोग हैं, जिन्होंने ब्याज पर ज्यादा राशि मिलने और कम समय में रकम दोगुना हो जाने के सपने देखकर चिटफंड कंपनी को अपनी जिंदगी भर की पूंजी लुटा दी थी। अब सरकार के प्रयासों से उन्हें ये पैसे वापस मिलने लगे हैं। छत्तीसगढ़ में विभिन्न क्षेत्रों से चिटफंड कंपनी चला कर लोगों को कम समय में डबल मुनाफा देने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिसके तहत अब इन कंपनियों में लोगों के डूबे पैसे वापस किए जा रहे हैं।दरसअल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्दश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश में चिटफंड कंपनियों और उनके संचालकों के खिलाफ लगातार कार्रकाई की जा रही है। साथ ही पीड़ितों को उनका डूबा हुआ पैसा भी वापस दिलाया जा रहा है। अधिक ब्याज और जल्दी रकम दोगुनी होने के झांसे में आकर छत्तीसगढ़ के हजारों लोगों ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई गंवा दी थी। जब 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी और भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने प्रदेश की सभी चिटफंड कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया। साथ ही चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से ही लगातार इन कंपनियों पर कार्यवाई जारी है। यही नहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अलग-अलग कार्यक्रम में जाकर चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों के पैसे लौटा रहे हैं।
अब तक 690 डायरेक्टर्स गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में 209 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कुल 465 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 401 मामलों में कोर्ट में चार्जशीट पेश की जा चुकी है। छह मामलों का निपटारा और तीन मामलों को खारिज किया जा चुका है। पुलिस अभी 55 मामलों की जांच कर रही है। वहीं इन 465 मामलों में अब तक कुल 690 डायरेक्टर्स और पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इनमें 64 मामलों में 37 कंपनियों की सम्पत्तियों की नीलामी और वसूली से 55 करोड़ 98 लाख 90 हजार 866 रुपये प्राप्त हुए हैं। राज्य में वर्ष 2015 से वर्ष 2023 की 31 जनवरी तक 208 अनियमित वित्तीय (चिटफंड) कंपनियों के विरूद्ध 460 प्रकरण पंजीबद्ध कर 536 डायरेक्टरों एवं 119 पदाधिकारियों समेत कुल 655 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। न्यायालय द्वारा 84 प्रकरणों में 44 अनियमित वित्तीय कंपनियों की चिन्हित सम्पत्तियां जिनकी अनुमानित कीमत 76 करोड़ 32 लाख 40 हजार 870 रुपए की कुर्की का अंतिम आदेश किया गया है। सरकार की ओर से जारी ब्यौरे के मुताबिक 54 प्रकरणों में 32 अनियमित वित्तीय कंपनियों के 52 करोड़ 4 लाख 48 हजार 406 रुपए की नीलामी, वसूली, राजीनामा की कार्यवाही पूरी कर राशि शासन के खाते में प्राप्त हो चुकी है। 30 प्रकरणों में 14 अनयिमित वित्तीय कंपनियों के चिन्हित सम्पत्तियां जिसकी अनुमानित कीमत 24 करोड़ 27 लाख 92 हजार 646 रुपए है, की न्यायालय से अंतिम आदेश के बाद नीलामी की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
बख्शे नहीं जा रहे ठगी करने वाले: भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअली कार्यक्रम में चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले दुर्ग जिले के तीन हजार 274 निवेशकों को 2 करोड़ 56 लाख रुपए की राशि लौटायी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को अब तक लगभग 30 करोड़ रुपए की राशि लौटाई जा चुकी है। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में ठगी करने वाली चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर रही है। ठगी करने वाली चिटफंड कंपनियों की सम्पत्तियों को कुर्क कर निवेशकों को राशि वापस की जा रही है। चिटफंड कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में भोले-भाले लोगों को लालच देकर जीवनभर की कमाई लूट ली। हमारी सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि निवेश करने वालों को उनका पैसा वापस मिल जाए। देश में छत्तीसगढ़ ही एकमात्र राज्य है जो निवेशकों को उनका पैसा वापस दे रहा है।
फैक्ट फाइल
- @ 46 प्रकरणों में 38 कंपनियों से 33 करोड़ 44 लाख 77 हजार 743 रुपये की धनराशि निवेशकों को वितरित
- @ 29 प्रकरणों में 21 कंपनियों से 22 करोड़ 54 लाख 13 हजार 123 रुपये की राशि सरकारी खाते में जमा
- @ 31 प्रकरणों में 17 कंपनियों की सम्पत्ति नीलामी कार्यवाही कलेक्टर्स के पास प्रक्रियाधीन
- @ नीलामी की संपत्ति की अनुमानित कीमत 24 करोड़ 82 लाख 30 हजार 233 रुपए
- @ 95 प्रकरणों में कुल 80 करोड़ 81 लाख 21 हजार 99 रुपये की सम्पत्ति की कुर्की का अंतिम आदेश
- @ 137 प्रकरणों में चिन्हांकित सम्पत्ति जिसकी अनुमानित कीमत 678 करोड़ 68 लाख 63 हजार 423 रूपए
- @ राज्य के भीतर 116 करोड़ 63 लाख 95 हजार 262 रुपये की संपत्ति चिन्हांकित
- @ राज्य के बाहर 562 करोड़ 04 लाख 68 हजार 161 रुपये की सम्पत्ति की कुर्की के लिए प्रक्रियाधीन
- @ 51 प्रकरणों में 138 करोड़ 95 लाख 68 हजार 986 रुपये की संपत्ति कोर्ट में लंबित
- @ राज्य के भीतर 107 करोड़ 99 लाख 31 हजार 586 रुपये की संपत्ति कोर्ट में लंबित
- @ राज्य के बाहर 30 करोड़ 96 लाख 34 हजार 400 रुपये की अनुमानित कीमत की सम्पत्ति की कुर्की प्रक्रियाधीन