सैल्यूट...ये 'निहत्थी' टाइगर, अपने बच्चे को बचाने भिड़़ गई तेंदुए से, उसके जबड़े से अपने बच्चे को निकाल लाई
भोपाल 1 दिसंबर 2021। कहते हैं मां की ममता में वो ताकत है कि बच्चे की सुरक्षा की बात आए तो वो काल से भी भिड़ जाए। ये बात सच कर दिखाई मध्य प्रदेश के सीधी जिले की एक मां ने जो अपने बच्चे की जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई और अपने बच्चे को मौत के मुंह से छीन लाई। हमले में बच्चे की गाल, पीठ और एक आंख में गंभीर चोट आई है। लेकिन महिला की बहादुरी के कारण बच्चे की जान बच गई। घायल बच्चे को उपचार के लिए कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला की बहादुरी के चर्चे हर तरफ हो रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी उनकी तारीफ की है और इस मां की ममता को सैल्यूट किया है। संजय टाइगर बफर जोन टमसार रेंज में एक गांव है बाड़ी झरिया स्थित है जो कि तीन तरफ से पहाड़ से घिरा हुआ है। इस गांव की निवासी शंकर बैगा की पत्नी किरण बैगा देर शाम अपने बच्चों के साथ अलाव के पास बैठी आग सेक रही थी। एक बच्चा किरण की गोद में था जबकि दो बच्चे पास ही बैठे थे। इसी बीच अचानक तेंदुए ने हमला बोल दिया। तेंदुए ने एक बच्चे को मुंह में उठाया और वहां से ले निकला। किरण ने हिम्मत दिखाई और अंधेरे में ही तेंदुए के पीछे भागी। करीब एक किलोमीटर दूर तक तेंदुए के पीछे जाकर किरण अपने बच्चे को बचाकर लाने में सफल रही। घटना संबंधी किरण ने बताया कि करीब एक किलोमीटर दूर जाकर तेंदुआ उसके बच्चे को अपने पंजों से दबाकर बैठ गया।
किरण ने उसके मुंह से बच्चे को छीनने की कोशिश की और वह कामयाब हो गई। तेंदुए ने उसपर भी वार किए लेकिन तब तक गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए। भीड़ को देखकर तेंदुआ जंगल की ओर से भाग गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी टाइगर रिजर्व टमसार सीधी असीम भूरिया ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद विभाग की टीम गांव में पहुंची और घायल बच्चे को उपचार के लिए तत्काल कुसमी अस्पताल पहुंचाया। वन अधिकारी के मुताबिक, तेंदुए के हमले में बच्चे की पीठ, गाल और आंख में चोट आई है। उसका उपचार कुसमी अस्पताल में चल रहा है। घायल बच्चे के उपचार का पूरा खर्च वन विभाग उठाएगा। इसके अलावा पीड़ित परिवार को सहयोग राशि भी प्रदान की गई है।
सीएम शिवराज ने की तारीफ :- किरण के बहादुरी के चर्चे दूर दूर तक हो रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट के जरिए किरण को सैल्यूट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा- काल के हाथों से बच्चे को निकाल कर नया जीवन देने वाली मां को प्रणाम। प्रदेश के सीधी जिले में तेंदुए का एक किमी दूर पीछा कर मां अपने कलेजे के टुकड़े के लिए उससे भिड़ गईं। मौत से टकराने का ये साहस ममता का ही अद्भुत स्वरूप है। मां किरण बैगा का प्रदेशवासियों की तरफ से अभिनंदन