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Naresh Goyal: नरेश गोयल जीवन परिचय, विवाद और जेल से अंतरिम जमानत

Naresh Goyal: नरेश गोयल जीवन परिचय, विवाद और जेल से अंतरिम जमानत
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By NPG News

नरेश गोयल का जन्म व परिचय:

जन्म और शिक्षा:

नरेश गोयल का जन्म 29 जुलाई, 1949 को हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा को दिल्ली में पूरा किया और उच्च शिक्षा भी प्राप्त की। उन्होंने अपने अध्ययन को प्राथमिक स्तर से शुरू किया और फिर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश किया। उन्होंने अपनी शिक्षा में उच्च स्तर प्राप्त किया और अपने उद्यमी और नेतृत्व कौशलों को विकसित किया। उनके शिक्षा के साथ-साथ, वे अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए प्रेरित और संघर्षशील रहे। उनकी योगदान करने की क्षमता और शिक्षा के साथ-साथ, वे समाज में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करने में सफल रहे।


करियर की शुरुआत:

नरेश गोयल ने अपने करियर की शुरुआत केंद्रीय विमान यातायात मंत्रालय में की। वहाँ, उन्होंने प्रोजेक्ट्स के लिए काम किया और अपने योग्यताओं का प्रदर्शन किया। उनका अनुभव विमान उद्योग में उनकी ऊर्जा को नया दिशा देने में मदद करता है। उन्होंने विमान उद्योग में काम करते हुए अपने कौशल को विकसित किया और अपनी कैरियर की शुरुआत की। उनकी मेहनत, उत्साह, और निष्ठा ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने अपने करियर की इस अवधि में नियमित रूप से मेहनत की और अपनी क्षमताओं को सुधारते रहे। इस समय के दौरान, उन्होंने अपने विभिन्न प्रोजेक्ट्स में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनका करियर उद्यमी और सफलतापूर्ण बनाने का एक महत्वपूर्ण दौर था।


जेट एयरवेज की स्थापना:

1993 में नरेश गोयल ने जेट एयरवेज की स्थापना की। उन्होंने इसे भारतीय हवाई उद्योग में एक महत्वपूर्ण नाम बनाया और उनका योगदान विमान यातायात के क्षेत्र में क्रांति लाने में महत्वपूर्ण रहा। जेट एयरवेज की स्थापना के पीछे विचार यह था कि एक उच्च गुणवत्ता और उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली एक नई हवाई उड़ान कंपनी की आवश्यकता है। गोयल ने इस क्षेत्र में अवसरों को देखते हुए जेट एयरवेज की स्थापना की, जो उस समय तक केवल सरकारी उड़ान सेवाओं की सीमित संख्या प्रदान कर रही थी।

नरेश गोयल की दृढ़ संकल्पना और उनके नेतृत्व में, जेट एयरवेज ने अपने प्रारंभिक दिनों से ही विमान यातायात के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान हासिल किया। उनकी दक्षता, उत्कृष्टता, और उदारता ने जेट एयरवेज को एक विश्वसनीय और प्रतिस्थापित नाम बनाया। उन्होंने इस कंपनी को स्थिरता, उत्कृष्ट सेवा, और ग्राहक संतुष्टि पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे यह आज भारतीय एवं अंतरराष्ट्रीय हवाई उद्योग में एक मान्य ब्रांड बन गया है।


उपलब्धियाँ:

नरेश गोयल ने अपनी उपलब्धियों के लिए विभिन्न पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें उन्हें सम्मानित किया गया है, और उन्होंने विमान उद्योग में अपनी अद्वितीय पहचान बनाई है। उनकी उपलब्धियों में निम्नलिखित विशेष उल्लेखनीय हैं:

पद्मभूषण: नरेश गोयल को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करने के लिए पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनकी उच्च गुणवत्ता और योगदान को प्रतिष्ठित करता है।

क्षमताओं की सराहना: उन्होंने अपनी व्यक्तित्व, उद्यमिता, और नेतृत्व के लिए अनेक बार सराहना प्राप्त की है। उनकी क्षमताओं और प्रवृत्तियों की विश्वासनीयता उन्हें व्यापक प्रसिद्धि दिलाती है।

अद्वितीय पहचान: नरेश गोयल ने विमान उद्योग में अपनी अद्वितीय पहचान बनाई है। उन्होंने जेट एयरवेज को एक प्रमुख नाम बनाया और उसे विमान यातायात के क्षेत्र में अग्रणी बनाया।


विवाद:

नरेश गोयल के पर्सनल और पेशेवर जीवन में कई विवाद और उन्हें घिरने वाले कई संकट आए हैं। निम्नलिखित उनके विवादों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का उल्लेख किया गया है:

जेट एयरवेज की विपणन और वित्तीय समस्याएँ: नरेश गोयल के नेतृत्व में जेट एयरवेज ने विपणन और वित्तीय समस्याओं का सामना किया है। विशेषकर, 2019 में जेट एयरवेज के विपणन में समस्या होने के कारण, उसे ऑपरेशन बंद करना पड़ा। इसने विमान उद्योग में खलबली मचा दी और गोयल के प्रति आलोचना बढ़ी।

आपराधिक मामले: नरेश गोयल के खिलाफ कई आपराधिक मामले भी उठे हैं। इनमें वित्तीय अपराधों और विपणन धाराओं के आरोप शामिल हैं। इन मामलों में निदेशक मंडल, सरकारी नियंत्रण और न्यायिक दलों के साथ संघर्ष है।

कानूनी विवाद: नरेश गोयल के पास कई कानूनी विवाद भी हैं, जिनमें कंपनी और उसके अधिकारियों के साथ जुड़े मुद्दे शामिल हैं। इनमें उच्च न्यायालयों में मामले और बैंकों के साथ विवाद शामिल हैं।

सार्वजनिक चरित्र की आलोचना: गोयल को सार्वजनिक चरित्र की आलोचना भी मिली है। वे कंपनी के संचालन में निजी लाभ की आलोचना की गई है, जिसने उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक इमेज को प्रभावित किया है।

इन विवादों और संकटों ने नरेश गोयल के पर्सनल और पेशेवर जीवन को प्रभावित किया है और उनके खिलाफ विवादों का सामना करना पड़ा है।


जेल से अंतरिम जमानत:

बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को चल रहे मनी लॉन्ड्रींग जांच में दो महीने की अंतरिम जमानत दी।

गोयल वर्तमान में रिलायंस अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें 1 लाख रुपये की एक प्रतिभूति देने का आदेश दिया गया है।

गोयल ने अंतरिम जमानत के लिए मेडिकल और मानवता के कारणों को देखते हुए अर्ज किया क्योंकि उन्हें और उनकी पत्नी अनिता गोयल को दोनों कैंसर से पीड़ित है।

हालांकि, प्रतिबंध निषेध ने जमानत के प्रदान का विरोध किया और कहा कि इसके बजाय, उनके निजी अस्पताल में रहने का समय एक महीने बढ़ा जा सकता है।

फरवरी में, एक विशेष न्यायालय ने गोयल को जमानत नहीं दी और उन्हें उनके चयनित निजी अस्पताल में भर्ती होने और चिकित्सा सेवाएं लेने की अनुमति दी।

सितंबर 2023 में, ईडी ने गोयल को गिरवी लिए गए धन का धोन और कैनरा बैंक द्वारा जेट एयरवेज को दिए गए ऋण को भटकाने के आरोप में गिरफ्तार किया। 538.62 करोड़ रुपये के लोन्स लौंडरिंग का आरोप लगाया गया था।

इसके बाद, नवंबर 2023 में, ईडी ने चार्जशीट दाखिल करने के बाद उनकी पत्नी अनिता गोयल को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, उन्हें उनकी उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर विशेष न्यायालय ने तत्काल जमानत दी थी।


नरेश गोयल की नेट वर्थ:

नरेश गोयल की नेट वर्थ को अनुमानित करना कठिन हो सकता है, क्योंकि यह उनकी विभिन्न संपत्तियों, निवेशों, बिजनेसों और अन्य संपत्तियों की मूल्य के साथ बदलता रहता है। उनके जेट एयरवेज के संकट के बाद, उनकी नेट वर्थ कम हो सकती है। वे बहुत ही सफल उद्योगपति थे और उनका नेट वर्थ लाखों करोड़ रुपये में हो सकता है, लेकिन यह संख्या अधिकांशतः अनुमानित होती है।

अधिक निश्चित और नवीनतम जानकारी के लिए, एक वित्तीय विशेषज्ञ या वित्तीय प्रकाशन से संपर्क करना सर्वोत्तम होगा।

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