मखाना: सेहत के लिए संजीवनी से कम नहीं है मखाना, महिलाएं पीरियड्स के समय अवश्य करें सेवन, जानिए इससे अन्य फायदे
NPG DESK I मखाना में पोषक तत्वों की भरमार: शाम का नाश्ता हो या व्रत का आहार, मखाने परफेक्ट और हेल्दी डाइट है। व्रत उपवास और खाने में इसका इस्तेमाल पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए किया जाता है। मखाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन इसे बेस्ट वेट लॉस फूड में शामिल करता है। पर क्या आप जानते हैं कि मखाना प्रेगनेंसी में कितना फायदेमंद है ..नहीं तो हम आपको बताने जा रहे हैं इसके फायदे। लेकिन उससे पहले बता दें कि मखाना संपूर्ण आहार है। इसे मखाना के फूल और लोटस बीज भी कहते हैं। अब तो आयुर्वेद के भी कई ऐसे हेल्थ सप्लीमेंट को मखाना से बनाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार मखाना का सेवन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है और इसका नियमित व सही मात्रा में सेवन कई रोगों के बचा सकता है। मखाना में फाइबर, आयरन, जिंक, पोटेशियम और मैग्निशियम जैसी पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
महिलाएं रोज करें सेवन
गर्भवती महिलाओं के लिए मखाना बेहद लाभदायक सप्लीमेंट है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट,पोटेशियम, सोडियम और विटामिन बी, सी, ए व ई सहित कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं। जो गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। सही व नियमित रूप से मखाना का सेवन करने वाली गर्भवती महिलाओं को कमजोरी व थकान जैसी समस्याएं नहीं होती हैं और उनका मूड भी अच्छा रहता है।
पीरियड्स के समय जरूर खाएं
पीरियड्स के दौरान मखाना महिलाओ के लिए बेहद लाभदायक आहार है। मखाना शरीर में अम्लीय क्रियाओं को नियंत्रित करने का काम करता है, जिससे पीरियड्स के दौरान दर्द से बचने में मदद मिलती है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान मखाना का सेवन जरूर करना चाहिए।
डिलीवरी के दर्द को कम करता है मखाना
डिलीवरी के बाद महिलाओं को मखाना देने से उन्हें दर्द कम होता है। मखाना सिर्फ महिलाओं के डिलीवरी दर्द को कम नहीं करता है, बल्कि उन्हें जल्द से जल्द स्वस्थ होने के लिए पर्याप्त पोषक तत्व भी देता है।
गर्भस्थ शिशु के लिए जरूरी
गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए मखाना में पर्याप्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इसलिए फलों व अन्य स्वास्थ्यवर्धक आहार के साथ उन्हें मखाना का सेवन भी करना चाहिए। मखाना में मौजूद आवश्यक पोषक तत्व मां और शिशु दोनों के लिए ही लाभदायक होते हैं।
मखाना में अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर भी खूब मात्रा में पाया जाता है, जो कब्ज दूर करने के लिए बेहद जरूरी होता है। मखाना को दूध में उबालकर, सलाद में मिलाकर या फ्राइ करके खाया जा सकता है।
कितना मखाना खाना चाहिए
मखाना लाइट वेट होता है, परन्तु इसका मतलब यह नहीं है कि आप जितना मन चाहों उतना मखाना खा लें। आप एक दिन में 2-3 मुठ्ठी मखाने खा सकते या लगभग 30 ग्राम तक मखाने का सेवन सही है। इससे ज्यादा मात्रा में मखाना खाने से पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
खाली पेट मखाना खाना चाहिए या नहीं
मखाना में एंटी ऑक्सीडेंट होता हैं जो सभी लोगों को आसानी से पच जाता है।
मखाने का सेवन खाली पेट करने से किडनी मजबूत होता है। जोड़ों के दर्द, गठिया जैसी बीमारी ठीक होती है और तनाव तनाव भी कम होता है।
गर्भवती महिलाओं के अलावा सभी के लिए जरूरी है मखाना
दांतों के लिए जरूरी
मखाना में कैल्शियम होता है, इससे हड्डियां और दांतों को फायदा होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को तनाव से भी दूर रखते हैं।
मखाना खाने से वजन कम
इसके अलावा मखाना खाने से वजन भी कम होता है। प्रोटीन होने के कारण मखाना खाने पर लंबे समय तक पेट भरा रहता है।मखाना में फैट, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल की कम होती है। साथ ही सेहतमंद रहने में मखाना असरदार हैं। इनमें मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है जो हार्ट के लिए अच्छा है।
शुगर के मरीज के लिए फायदेमंद
डाइबिटीज के मरीजों के लिए भी मखाना जरूरी है,इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। साथ ही मखाना में एंटी-एजिंग एंजाइम पाए जाते हैं जो डैमेज हुए प्रोटीन को बनाने में सहायक हैं। इनमें मौजूद मेफरोल फ्लेवोनोइड एजिंग को कम करता है। मखाना आप फ्राई करके और मखाने की खीर के रुप में सेवन कर सकते हैं।