Digital economy: चीन में नागरिकों का जीवन बेहतर से बेहतर बनाने और समृद्धि हासिल करने के प्रयास में डिजिटल अर्थव्यवस्था को दिया बढ़ावा
Digital economy: Beijing: चीन में नागरिकों का जीवन बेहतर से बेहतर बनाने और समृद्धि हासिल करने के प्रयास जारी हैं। इस दिशा में एक और पहल हुई है, जो कि डिटिजल अर्थव्यवस्था के माध्यम से प्राप्त करने के लिए है। बताया जाता है कि चीन ने एक व्यापक और बेहतर डिजिटल अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए योजना जारी की है।
इसका उद्देश्य देश को समृद्ध और खुशहाल बनाना है। इससे यह भी पता चलता है कि चीन की अर्थव्यवस्था एक नई ऊंचाई पर पहुंचकर प्रयोग करने के लिए आगे बढ़ रही है।
हाल ही में चीन के डेटा ब्यूरो और राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग ने इस बारे में एक संयुक्त योजना जारी की। इस योजना का उद्देश्य डिजिटल तकनीक और वास्तविक अर्थव्यवस्था के गहन एकीकरण को सुविधाजनक बनाना और डिजिटल तरीकों से असंतुलित और अपर्याप्त विकास की समस्या और चुनौती को हल करना है।
माना जा रहा है कि साल 2025 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों, विभिन्न जनसंख्या समूहों के साथ-साथ बुनियादी सार्वजनिक सेवाओं के बीच अंतर को कम करने में सकारात्मक प्रगति हासिल की जा सकेगी। इतना ही नहीं अगले पांच वर्षों में भी इस दिशा में कोशिश जारी रहेगी।
कहने का मतलब यह है कि वर्ष 2030 तक, डिजिटल अर्थव्यवस्था के जरिए देश में आम समृद्धि को बढ़ावा देने में पर्याप्त प्रगति हासिल की जाएगी। विशेषकर पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों के बीच सहयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। बताया गया है कि योजना के अंतर्गत चार प्रमुख पहलुओं को लेकर व्यवस्था की गयी है। जिसके तहत डिजिटल अर्थव्यवस्था के माध्यम से समन्वित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।
जबकि, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल विकास को आगे बढ़ाना, बेहतर रोजगार के लिए जनता की डिजिटल क्षमता को बढ़ाना और डिजिटल तरीके से सामाजिक सेवाओं की समावेशी आपूर्ति की सुविधा प्रदान करना आदि शामिल हैं।
इससे स्पष्ट हो जाता है कि चीन वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में अर्थव्यवस्था को नए तरीकों से और मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कहा जा सकता है कि आज के दौर में डिजिटलीकरण और वैश्विक आर्थिक विकास की प्रवृत्ति चीन के उच्च गुणवत्ता वाले विकास का एक अनिवार्य हिस्सा बन गयी है।