कोरोनावायरस: सोनिया गांधी ने लिखा PM को खत- ’21 दिन लॉकडाउन का फैसला शानदार, सरकार का करेंगे समर्थन’….EMI टालने और न्याय योजना को लेकर की मांग
नयी दिल्ली 26 मार्च 2020। कोरोना के खिलाफ हर किसी को साथ जंग लड़नी है। मुश्किल की घड़ी में राजनीति की सीमाएं खत्म हो गयी है। कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कोरोना के मद्देनजर उठाये उनके कदम की सराहना की है। पीएम मोदी को लिखे तीन पेज के पत्र में सोनिया गांधी ने अपील की है कि सरकार के निर्देशों का पालन करें और घरों में रहें। सोनिया ने लॉकडाउन के फैसले को सही बताया है, लेकिन इसी के साथ आम मजदूरों के लिए पैकेज के ऐलान की बात कही है.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र को छह महीनों के लिए सभी ईएमआई को टालने पर विचार करना चाहिए, इस अवधि के लिए बैंकों द्वारा लिया जाने वाला ब्याज भी माफ करना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी में सोनिया गांधी ने लिखा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 21 दिनों के लॉकडाउन का फैसला जो किया गया है वो स्वागत योग्य कदम है, ऐसे में हर कोई इस संकट में देश के साथ खड़ा है. लेकिन इसी के साथ ही देश में हेल्थ के साथ-साथ इकॉनोमी के लिहाज से संकट काफी बड़ा है.
Congress Interim President Sonia Gandhi has written to Prime Minister Narendra Modi with suggestions that the government should undertake during the lockdown period. pic.twitter.com/UJ2RFcln5L
— ANI (@ANI) March 26, 2020
वहीं, कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए देश में किए गए 21 दिन के बंद (लॉक डाउन) के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकारों से गरीबों के लिए राहत पैकेज की मांग की है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा “देश की 130 करोड़ गरीब/मेहनतकश जनता पर 21 दिनों के लॉकडाउन/कर्फ्यू वाली पाबन्दियों को कड़ाई से लागू करने के बाद, खासकर गरीब लोगों का पेट भरने अर्थात उनकी रोटी-रोजी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा राहत पैकेज की व्यवस्था करना बहुत ही जरूरी है. इस पर तुरन्त ध्यान दें.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा “इस कठिन समय में सरकार को तत्काल देश के सभी जन-धन खाताधारकों के बैंक खातों में सहायता धनराशि स्थानांतरित करने का प्रबंध करना चाहिए. साथ ही जो लोग रास्तों पर भटक रहे हैं उनके भोजन-पानी, चिकित्सा और सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए रैन-बसेरों का भी इंतज़ाम करना चाहिए .”