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कोरोना वैक्सीन बड़ी खबर : यहां बिकने भी लगी है कोरोना की वैक्सीन…. जानिये कितनी है एक वैक्सीन की कीमत…किन लोगों को मिलेगा ये टीका

कोरोना वैक्सीन बड़ी खबर : यहां बिकने भी लगी है कोरोना की वैक्सीन…. जानिये कितनी है एक वैक्सीन की कीमत…किन लोगों को मिलेगा ये टीका
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By NPG News

नयी दिल्ली 18 अक्टूबर 2020। कोरोना वैक्सीन को लेकर कहीं से भी कोई बेहद विश्वसनीय खबरें नहीं हैं। कहीं किसी देश में ट्रायल चल रहा है, तो कहीं ट्रायल कंप्लीट कर लेने का दावा किया जा रहा है। रूस ने दो वैक्सीन बना लेने का ऐलान किया है…तो चीन दो कदम आगे अब वैक्सीन बाजार में बेचने भी लगा है। चीन के कई शहरों में इसकी बिक्री शुरू हो चुकी है।

खबर है कि पूर्वी चीन के एक शहर में क्लिनिकल ट्रायल से अलग प्रायोगिक तौर पर उच्च जोखिम समूह के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन की बिक्री शुरू की गई है। आपातकालीन टीकाकरण कार्यक्रम के तहत वैक्सीन की कीमत 60 डॉलर यानी करीब 4400 रुपए रखी गई है। चीन की राजधानी बीजिंग की सिनोवैक बायोटेक की ओर से विकसित किए गए इस वैक्सीन का नाम CoronaVac है।

हालांकि रोग नियंत्रण और रोकथाम (सीडीसी) ने सोशल मीडिया वीचैट पर एक बयान देकर कहा है कि कोरोनावैक नामक वैक्सीन की कीमत 200 युआन (29.75 डॉलर प्रति खुराक) यानी 2200 रुपये तक हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने स्वास्थ्य आदि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लाखों कर्मचारी और उच्च जोखिम समूह वाले लोगों को ये कोरोना वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। हालांकि चीनी वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल से निकलने वाले नतीजे का परिणाम अभी सामने नहीं आया है। गौरतलब है कि लंबे वक्त तक वैक्सीन के उपयोग के लिए फेज-3 ट्रायल की आवश्यकता होती है।

भारत में 3 वैक्सीन पर चल रहा है काम

तीन टीके भारत में ट्रायल के चरणों में हैं, जिनमें से 2 वैक्सीन दूसरे चरण के ट्रायल में है और एक टीका तीसरे चरण के ट्रायल में पहुंच गया है। भारतीय वैज्ञानिक और अनुसंधान दल पड़ोसी देशों अर्थात अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल और श्रीलंका में अनुसंधान क्षमताओं को सहयोग और मजबूत कर रहे हैं, अपने देशों में नैदानिक ​​परीक्षणों के लिए बांग्लादेश, म्यांमार, कतर और भूटान से और सहयोग का अनुरोध है. पीएम ने निर्देश दिया कि हमें अपने तत्काल पड़ोस में अपने प्रयासों को सीमित नहीं करना चाहिए, बल्कि वैक्सीन वितरण प्रणाली के लिए टीके, दवाइयां और आईटी प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए पूरी दुनिया में पहुंचना चाहिये.

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