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22 स्कूली बच्चों को कोरोना : एक ही निजी स्कूल के 15 बच्चे सहित 22 बच्चे हुए कोरोना संक्रमित…. विशेषज्ञों ने जतायी नाराजगी….बोले- पता नहीं, स्कूल खोलने की क्यों है इतनी जल्दबाजी

22 स्कूली बच्चों को कोरोना : एक ही निजी स्कूल के 15 बच्चे सहित 22 बच्चे हुए कोरोना संक्रमित…. विशेषज्ञों ने जतायी नाराजगी….बोले- पता नहीं, स्कूल खोलने की क्यों है इतनी जल्दबाजी
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By NPG News

मुंबई 29 अगस्त 2021। केरल और महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. गुरुवार को मुंबई के सेंट जोसेफ बोर्डिंग स्कूल के 15 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं 7 अन्य भी वायरस की चपेट में हैं.मुंबई के अग्रीपाड़ा इलाके में स्थिति सेंट जोसेफ बोर्डिंग स्कूल में अब तक कुल 22 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जानकारी के मुताबिक अब तक कुल 95 स्टूडेंट्स का परीक्षण किया गया, जिनमें से 22 कोरोना वायरस की चपेट में हैं.

जानकारी के मुताबिक 12 साल से कम उम्र के 4 बच्चों को नायर अस्पताल, बाल चिकित्सा वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है. वहीं 12-18 आयु वर्ग के 11 बच्चों को रिचर्डसन और क्रुडास कोविड-19 वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है. इसके अलावा 7 अन्य को भी कोविड वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है. वहीं बचाव की दृष्टि से पूरे सेंट जोसेफ बोर्डिंग स्कूल को बीएमसी ने पूरी तरह सील कर दिया है.

बच्चों के टीकाकरण से पहले राज्यों में स्कूल खोले जाने पर डॉ. नरेश त्रेहन ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि हमें समझ नहीं आ रहा कि स्कूल खोलने की इतनी जल्दबाजी क्यों है। बच्चे अगर बीमार पड़ने लगे तो उन्हें संभालना मुश्किल होगा। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि वैक्सीन जब तक न आ जाए तब तक धैर्य बनाए रखें। एक बार सभी बच्चे को टीके लग जाएं फिर आप स्कूल खोलें। उन्होंने कहा कि हमारी जनसंख्या के आकार को देखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए। इससे पहले डॉ. त्रेहन ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कहा था कि देश में कोरोना की तीसरी लहर पर अगर हम नियंत्रण करना चाहें तो सबको अनुशासन में रहना होगा। कोरोना दिशानिर्देश का पालन करना होगा। उनके मुताबिक, कोरोना की तीसरी लहर को कम किया जा सकता है, लेकिन इसका आना तय है।

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