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पानी में फैला कोरोना : साबरमती नदी सहित कई नदियों में मिला कोरोना वायरस….. IIT की जांच में सभी सैंपलों में मिला संक्रमण का वायरस

पानी में फैला कोरोना : साबरमती नदी सहित कई नदियों में मिला कोरोना वायरस….. IIT की जांच में सभी सैंपलों में मिला संक्रमण का वायरस
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By NPG News

गुजरात 18 जून 2021। कोरोना वायरस से जुड़ी एक बड़े खतरे की खबर है। पानी में भी कोरोना वायरस फैल गया है। गुजरात के साबरमती नदी में कोरोना वायरस के सैंपल की जांच में सभी सैंपल संक्रमित मिली है। अहमदाबाद के अन्य जल स्रोत कांकरिया और चंदोला झील से भी लिये गये सैंपल में कोरोना वायरस मिले हैं। उसी तरह असम के गुवाहाटी क्षेत्र में भारू नदी से लिया गया सैंपल कोरोना संक्रमित मिला है। IIT गांधीनगर सहित देश के आठ संस्थानों ने मिलकर ये अध्ययन किया है।

IIT गांधीनगर के पृथ्वी और विज्ञान विभाग के प्रोफेसर मनीष कुमार ने बताया कि पानी के यह सैंपल नदी से 3 सितंबर से 29 दिसंबर 2020 तक हर सप्ताह लिए गए थे. सैंपल लेने के बाद इसमें जांच की गई तो कोरोना वायरस के संक्रमित जीवाणु पाए गए. मनीष कुमार के मुताबिक, साबरमती नदी से 694, कांकरिया तालाब से 549 और चंदोला तालाब से 402 सैंपल लेकर उसकी जांच की गई. इन सैंपल में ही कोरोना वायरस पाया गया है.

शोध में माना जा रहा है कि वायरस प्राकृतिक जल में भी जीवित रह सकता है. इसलिए शोधकर्ताओं का मानना है कि देश की सभी प्राकृतिक जल स्त्रोत की जांच होनी चाहिए, क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में वायरस के कई गंभीर म्यूटेशन भी देखने मिले हैं.

मनीष के मुताबिक तीन सितंबर से 29 दिसंबर 2020 तक हर सप्ताह सैंपल लेने के बाद जांच की गई और इसमें की काफी मौजूदगी पाई गई। साबरमती से 694, कांकरिया से 549 और चंदोला से 402 सैंपल लिए गए जो जांच में संक्रमित पाए गए। इससे साफ पता चलता है कि वायरस प्राकृतिक जल में भी जीवित रह सकता है। इसलिए देश के सभी प्राकृतिक जल स्त्रोत की जांच होनी चाहिए क्योंकि दूसरी लहर में वायरस के कई गंभीर म्यूटेशन भी देखने को मिले हैं।

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