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कॉलेज EXAM-ब्रेकिंग : 4.50 लाख प्राइवेट स्टूडेंटों को देनी होगी सभी परीक्षाएं …. उच्च शिक्षा विभाग के आदेश ने इन लाखों छात्रों को उलझाया… डिप्लोमा कोर्स के स्टूडेंटों पर भी संशय जारी

कॉलेज EXAM-ब्रेकिंग : 4.50 लाख प्राइवेट स्टूडेंटों को देनी होगी सभी परीक्षाएं …. उच्च शिक्षा विभाग के आदेश ने इन लाखों छात्रों को उलझाया… डिप्लोमा कोर्स के स्टूडेंटों पर भी संशय जारी
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By NPG News

रायपुर 1 जून 2020। कोरोना के मद्देनजर आज राज्य सरकार बड़ा फैसला लेते हुए फर्स्ट ईयर व सेकंड ईयर के छात्रों को परीक्षा देने से छूट दी है। अब प्रदेश कालेज और विश्वविद्यालय में पढ़ रहे सिर्फ फाइनल ईयर के छात्रों को ही परीक्षा देनी होगी। हालांकि इस आदेश ने प्राइवेट छात्रों को बड़ा झटका दिया है। इस आदेश में उन छात्रों के लिए किसी भी तरह की रियायत का जिक्र नहीं है, लिहाजा उन सभी छात्रों को इस आदेश के मुताबिक सभी परीक्षाएं देनी होगी। प्रदेश में प्राइवेट स्टूडेंट की संख्या करीब साढ़े चार लाख स्टूडेंट हैं, जिन्हे अब मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

सिर्फ प्राइवेट ही नहीं उन छात्रों को लेकर भी संशय की स्थिति बन गयी है, जो एक साल का डिप्लोमा कर रहे थे। आदेश में उच्च शिक्षा विभाग ने फर्स्ट ईयर व सेंकंड ईयर के साथ-साथ फाइनल ईयर के स्टूडेंट का तो जिक्र किया है, लेकिन एक साल का कोर्स करने वाले छात्रों का कोई जिक्र नहीं है। लिहाजा छात्रों के मन में संशय की स्थिति उभर गयी है, कि आखिर उनका क्या होगा।

इससे पहले कोरोना के मद्देनजर शिक्षा सत्र 2019-20 की विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के अंतर्गत सिर्फ अंतिम वर्ष एवं अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करने का आदेश आज जारी किया ।ये फैसला कुलपतियों की समिति से प्राप्त प्रतिवेदन एवं उच्च शिक्षा संचालनालय से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर आज जारी किया गया है।

कॉलेज एग्जाम ब्रेकिंग-छात्रों के लिए सरकार का बड़ा फैसला, फायनल ईयर के छात्रों को देना होगा एग्जाम और फर्स्ट एंड सेकेंड ईयर के छात्र ऐसे होंगे पास, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत जिन प्रश्न पत्रों की परीक्षाएं 14 मार्च तक आयोजित हो चुकी है, उनका मूल्यांकन किया जाना है तथा बचे हुए प्रश्न पत्रों के प्राप्तांक की गणना गत वर्ष के प्राप्तांक/आंतरिक मूल्यांकन/असाइनमेंट कार्य के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालयों को यह रियायत दी गई है कि उपरोक्त तीनों विकल्पों में से किसी एक अथवा एक से अधिक विकल्पों का चयन कर सकते हैं। उपरोक्त पद्धति के आधार पर जारी अंकसूची के स्थान पर यदि कोई विद्यार्थी श्रेणी सुधार करना चाहे तो आगामी वर्ष/सेमेस्टर में विशेष परीक्षा के आयोजन की व्यवस्था विश्वविद्यालय द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। यह व्यवस्था केवल शिक्षा सत्र 2019-20 के लिए मान्य है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार वार्षिक परीक्षा पद्धति अंतर्गत अंतिम वर्ष तथा अंतिम सेमेस्टर एवं सभी कक्षाओं के स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का आयोजन लॉकडाउन समाप्त होने के उपरांत सभी विश्वविद्यालयों द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु जारी एस.ओ.पी. का पालन करते हुए किया जाएगा। विश्वविद्यालयों द्वारा सेमेस्टर पद्धति अंतर्गत अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा के आयोजन के पूर्व सभी महाविद्यालयों से पाठ्यक्रम पूर्ण होने का प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के उपरांत ही परीक्षा की तिथियां घोषित की जाएंगी। उच्च शिक्षा विभाग ने आगामी शिक्षा सत्र पूर्व विद्यार्थियों के लिए एक अगस्त 2020 से एवं नवीन विद्यार्थियों के लिए एक सितम्बर 2020 से प्रारंभ करने के लिए प्राप्त सुझाव के मद्देनजर विश्वविद्यालयों को अंकसूची जारी करने तथा अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के आयोजन की तिथि के निर्धारण में इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। विश्वविद्यालयों को कक्षावार परीक्षा की तिथि की सार्वजनिक सूचना प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया तथा महाविद्यालयों के माध्यम से 15 दिवस पूर्व समस्त विद्यार्थियों को देने के निर्देश दिए गए हैं।

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