Begin typing your search above and press return to search.

कलेक्टर सर्वेश भूरे को भिलाई नगर निगम के प्रशासक की जिम्मेदारी, चुनाव न होने से राज्य सरकार को निगम में प्रशासक बिठाना पड़ा

कलेक्टर सर्वेश भूरे को भिलाई नगर निगम के प्रशासक की जिम्मेदारी, चुनाव न होने से राज्य सरकार को निगम में प्रशासक बिठाना पड़ा
X
By NPG News

NPG.NEWS
रायपुर, भिलाई, 21 जनवरी 2021। भिलाई नगर निगम को अब दुर्ग कलेक्टर डाॅ0 सर्वेश भूरे संभालेंगे। भिलाई नगर निगम मेयर परिषद आज शाम भंग हो जाने के बाद राज्य सरकार ने निगम को सर्वेश भूरे के हवाले कर दिया। अब जब तक नगर निगम का चुनाव नहीं हो जाता, भूरे निगम के प्रमुख होंगे। भिलाई नगर निगम के परिसीमन के चलते हाईकोर्ट की रोक के चलते वहां चुनाव नहीं हो पाया। पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद महापौर देवेंद्र यादव ने सभी निगम कर्मियों से राम-राम कर आज बिदा हो गए।
बहरहाल, सर्वेश के पास महापौर से भी अधिक पावर होंगे। वो इसलिए क्योंकि, महापौर को मेयर इन कौंसिल से योजनाओं के लिए प्रस्ताव पारित कराना पड़ता है। प्रशासक के साथ ऐसा नहीं होता। प्रशासक वन मैन आर्मी होता है। मेयर कौंसिल के समय नगर निगम आयुक्त को 50 लाख, मेयर इन कौंसिल को डेड़ करोड़ और सामान्य सभा को डेढ़ करोड़ से पांच करोड़ तक के काम स्वीकृत करने का अधिकार होते हैं। अब पांच करोड़ तक के काम प्रशासक स्तर पर स्वीकृत होंगे।
हालांकि, छत्तीसगढ़ बनने के बाद समय पर निगम का चुनाव होने से कभी प्रशासक बिठाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। समय रहते महापौर का शपथ ग्रहण हो जाता था। मध्यप्रदेश के समय लंबे समय तक प्रशासक रहे हैं। रायपुर में आईएएस मनोज श्रीवास्तव और बिलासपुर में आईएएस राजीव रंजन चर्चित प्रशासक रहे। मनोज श्रीवास्तव ने 1990 के दौरान राजधानी में बेजा कब्जा तोड़-फोड़ करके खूब चर्चा में आए थे।
उधर, महापौर श्री देवेंद्र यादव के कार्यकाल के अंतिम दिन के अवसर पर निगम परिसर में निगम के कर्मचारियों ने उनका भव्य स्वागत किया! कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं विभागीय कर्मचारी सहित महिला कर्मचारी भी इस दौरान उपस्थित रहे! निगम कर्मचारियों से मिलने महापौर स्वयं एमआईसी सदस्यों के साथ सभी के कार्यालय पहुंचे! महापौर ने सभी से आत्मीयता के साथ मिलकर कहा कि सभी कर्मचारी परिवार के सदस्य की तरह है, पहली बार महापौर के लिए निर्वाचित हुआ तब 25 वर्ष की उम्र थी, मैंने निगम के कर्मचारियों के काम करने का जज्बा और हौसला देखा, उनके कार्यों से मुझे भी प्रेरणा मिली, सभी कर्मचारियों ने भिलाई के विकास के लिए दिन-रात, लगन और मेहनत से काम किया! सभी के साथ काम करके 5 वर्ष पूर्ण हो गए, इन 5 वर्षों में एक रिश्ता सभी कर्मचारियों से परिवार जैसा निर्मित हो गया, निगम में हम एक परिवार की तरह रहे हैं और आगे भी मिलकर रहेंगे!

Next Story