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कलेक्टर ने Adl SP, डॉक्टर को भी दिया नोटिस, GPM जिला में छिड़ा नोटिस वॉर, बोलीं कलेक्टर…”मैं नियम से काम करती हूं”

कलेक्टर ने Adl SP, डॉक्टर को भी दिया नोटिस, GPM जिला में छिड़ा नोटिस वॉर, बोलीं कलेक्टर…”मैं नियम से काम करती हूं”
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By NPG News

रायपुर,1 मई 2020। नवगठित मरवाही गौरेला पेंड्रा जिले में नोटिस संग्राम छिड़ा है। कलेक्टर शिखा राजपुत तिवारी के द्वारा जारी नोटिस प्रदेश में चर्चा का सबब बन गए हैं। हालाँकि कलेक्टर शिखा राजपुत तिवारी का दावा है कि कहीं कोई गतिरोध नहीं है, सभी एकजुट होकर कोविड 19 से लड़ाई लड़ रहे हैं।

लेकिन कलेक्टर के दावे के उलट वो बातें हैं जो चर्चाओं में हैं, और उसके पक्ष में नोटिस की श्रृंखलाएँ हैं। नोटिस चिकित्सक को जारी हो गई, नोटिस SI को जारी हो गई, नोटिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को जारी हो गई। पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी इस स्थिति से वाक़िफ़ हैं, और असहज है।

कलेक्टर शिखा राजपुत तिवारी की ओर से चिकित्सा अधिकारी को जारी नोटिस के पीछे कारण उल्लेखित है कि,
“पुलिस अधीक्षक को बीस लीटर सेनेटाईजर और छ सौ थ्री लेयर मास्क प्रदाय किया गया जबकि अनुमति नहीं ली गई, वहीं उन्हें स्वयं सहायता समुह द्वारा रि यूजेबल मास्क दिया जाना था.. यह स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता का प्रतीक है। क्यों ना अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए”
एक नोटिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा तिवारी को दी गई, जिसमें कहा गया कि, वे कोविड समिति की बैठक में बग़ैर सूचना अनुपस्थित थीं। यह स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता का प्रतीक है।

विदित हो कि इस समिति में खुद पुलिस अधीक्षक सदस्य हैं,और खबरें हैं कि, जिस मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नहीं थी,उसमें कप्तान खुद मौजुद थे, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उनकी अनुमति और निर्देश पर बाहर थीं।

एक और नोटिस TI अमित पाटले को दिया गया है। जिसमें उल्लेखित है कि, उन्होंने अपात्र व्यक्तियों को अनुमत्व सीमा से अधिक संख्या में प्रवेश करने दिया। इस मसले पर टीओ शीट को देखें तो ब्यौरा उस नोटिस के ख़िलाफ़ मिलता है।

हालाँकि इस मसले पर कलेक्टर शिखा राजपुत तिवारी ने NPG से कहा
“कहीं कोई गतिरोध नहीं है.. हम सब मिलकर काम कर रहे हैं.. कोविड 19 से सफलतापूर्वक लड़ रहे हैं और ज़िले में इसलिए स्थिति बेहद बेहतर है.. मैं नियम से काम करती हूँ.. और मुझे नहीं पता कि गतिरोध जैसी बातें क्यों आई है”

लेकिन गतिरोध है, और खबरें जिनकी पुष्टि नहीं है वे यह भी कहती हैं कि ज़िले में ही कनिष्ठ पद पर डायरेक्ट IAS पदस्थ हैं, और घमासान एक स्त्रोत वहाँ से भी जुड़ा है।

रेंज आईजी दीपांशु काबरा ने NPG से जो कहा, उसके अर्थ बेहद स्पष्ट संकेत देते हैं, उन्होंने कहा
“हाँ, हमारे पास कुछ सुचनाएं हैं, लेकिन फ़िलहाल मसला कोविड19 से लड़ना है.. हमारी प्राथमिकता वही है..और फिर पुलिस हो या चिकित्सक या प्रशासनिक अधिकारी सभी इस लड़ाई में सैनिक है.. मनोबल बढ़ाना और बनाए रखना..मेरा ध्यान इस ओर भी है”

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