कोल इण्डिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल बोले-कोल इंडिया के किसी भी कोल ब्लाॅक की नहीं होगी नीलामी, भारत सरकार की लिस्ट में कोल इंडिया का एक भी ब्लाॅक नहीं
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कोलकाता, 26 जून 2020। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में लिए गये वाणिज्यिक खनन के निर्णय के अनुसार आॅक्शन किये जाने वाले कोल ब्लाकों में कोल इण्डिया का कोई भी कोल ब्लाक सम्मिलित नहीं है। और न ही इस प्रकार का कोई प्रस्ताव है।
अग्रवाल ने कहा है कि कोल इण्डिया लिमिटेड के पास प्रचुर मात्रा में कोयला का भण्डारण उपलबध है, जिससे कि आने वाले प्रतिस्पर्धा के युग में भी कोल इण्डिया एक सबल कोयला उत्पाद की भूमिका अदा करेगा।
उन्होंने बताया, कोल इण्डिया के पास 447 कोयला ब्लाक उपलब्ध थे। हाल ही में कोल माईन्स (स्पेशल प्रोविजन) एक्ट के अंतर्गत 10 एवं माईन्स एण्ड मिनरल्स (डेव्हलपमेंट एण्ड रेगुलेशन) एक्ट के अंतर्गत 6, इस प्रकार 16 अतिरिक्त कोल ब्लाक भारत सरकार द्वारा कोलइ इण्डिया को प्रदान किए गए। इन 463 कोल ब्लाकों की कुल क्षमता लगभग 170 बिलियन टन है। हाल ही में प्रदान 16 कोल ब्लाकों की न्यूनतम क्षमता 10 मिलियन टन प्रति वर्ष है और इनकी कुल क्षमता 264 मिलियन टन प्रति वर्ष है।
हर वर्ष देश में कोयले की मांग बढ़ रही है। पूर्व की तरह कोल इण्डिया लिमिटेड आने वाले वर्षों में भी देश के कोयले की मांग को बहुतायत मात्रा में पूर्ण करेगा। कोल इण्डिया लिमिटेड ने वर्ष 2023-24 तक 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है और यहाॅं से कम्पनी आगे भी बढ़ेगी।
सीएमपीडीआई, जिसे अन्वेषण, माईन प्लानिंग, पर्यावरण प्रबंधन आदि जैसे क्षेत्रों में लगभग 4 दशकों का अनुभव है, यह कोल इण्डिया की सहायक कम्पनी तय लक्ष्य को हासिल करने में सहायक सिद्ध होगी।
कोल इण्डिया के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि देश की कुल कोयले की मांग वर्तमान में किए जाने वाले उत्पादन से अधिक है। इसलिए विदेश से कोयला निर्यात किया जाता है, जिसमें देश का फाॅरेन एक्सचेंज रिजर्व खर्च होता है। वाणिज्यिक खनन के माध्यम से कोयला के निर्यात को निष्चित तौर पर कम किया जा सकता है। भारत देश में वर्ष 2019-20 में 247 मिलियन टन कोयले का निर्यात किया गया, जिसमें 52 मिलियन टन कोकिंग कोल था एवं अन्य 195 मिलियन टन नान कोकिंग कोल था।
कोल इण्डिया लिमिटेड अपने वर्तमान प्रणाली को अधिक सक्षम बनाने, राज्य एवं केन्द्रीय प्राधिकारियों के साथ सामंजस्य बनाने और अपने उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण कोयला उपलब्ध कराने पर जोर दे रहा है। इन प्रयासों से आने वाले समय में भी कोल इण्डिया लिमिटैड एक बड़े कोयला उत्पादक कम्पनी के रूप में स्थापित रहेगा।