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CM पद की दावेदार पुष्पम प्रिया दोनों सीटों पर पीछे, नहीं चला लंदन रिटर्न का जादू… 43 सीटों पर उतारे हैं उम्मीदवार

CM पद की दावेदार पुष्पम प्रिया दोनों सीटों पर पीछे, नहीं चला लंदन रिटर्न का जादू… 43 सीटों पर उतारे हैं उम्मीदवार
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By NPG News

पटना 10 नवंबर 2020. बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना चल रही है. मतगणना में कई बड़े और वीआईपीए चेहरे पीछे चल रहे हैं।अबतक आए रुझानों में हसनपुर सीट से लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव पीछे चल रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहीं ‘द प्लूरल्स पार्टी’ की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी भी दोनों सीटों से पिछड़ रही हैं। पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से उतरीं पुष्पम प्रिया पिछले काफी वक्त से सुर्खियों में चल रही थीं। ऐसे में उनपर लोगों की खास नजर थी।

आपको बता दें कि पुष्पम प्रिया ने मार्च 2020 में अपनी पार्टी एलान किया और खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया। लंदन से लौटीं पुष्पम प्रिया के पिता विनोद चौधरी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता और पूर्व विधान परिषद सदस्य भी रह चुके हैं। विनोद चौधरी को नीतीश कुमार के करीबी लोगों में गिना जाता है। ऐसे में पुष्पम प्रिया का खुद की पार्टी का एलान करना चौंकाने वाला था।
लंदन से लौटने के बाद मार्च 2020 में पुष्पम प्रिया चौधरी ने ‘द प्लूरल्स पार्टी’ का गठन किया। उन्होंने अखबारों में इसका विज्ञापन भी दिया। पार्टी का लोगो सफेद घोड़ा रखा, इसे शक्ति और तीव्रता का प्रतीक माना गया है। पुष्पम प्रिया ने अपनी पार्टी का नारा ‘जन गण सबका शासन’ दिया।

43 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
बिहार चुनाव को लेकर पुष्पम प्रिया ने अपने साथ पढ़े-लिखे युवा नेताओं को जोड़ा। चुनाव में 43 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा गया। हालांकि, चुनाव में मिली हार के बाद इन सभी के हौसले पस्त हैं। लेकिन पार्टी के लिए यह पहला चुनाव था, ऐसे में आगे के चुनावों के लिए अब उनके पास अनुभव भी होगा।

पुष्पम प्रिया ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर मांग की थी कि बिहार में होने वाले चुनाव राष्ट्रपति शासन के तहत हों। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में पुष्पम प्रिया चौधरी ने प्लूरल्स उम्मीदवारों के साथ मारपीट, गाली-गलौज और लगातार मिल रही धमकी के मुद्दे को उठाया था। अपने पत्र में पुष्पम प्रिया ने लिखा था कि पार्टी से जुड़ने वाले लोग साफ-सुथरी छवि के हैं। साथ ही, वह शिक्षित भी हैं, लेकिन उनके साथ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा है। खासकर, महिला प्रत्याशियों पर तंज कसे जा रहे हैं।

हमेशा ब्लैक ड्रेस पहनती हैं पुष्पम प्रिया
पुष्पम प्रिया को पूरे चुनाव अभियान के दौरान काले रंग के कपड़े पहने देखा गया। एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में पुष्पम प्रिया ने कहा कि वह काले कपड़े इसलिए पहनती हैं, क्योंकि देश के बाकी नेता उजले कपड़े पहनते हैं। संविधान में कोई ड्रेस कोड नहीं होता है। ऐसे में जिसकी जो मर्जी हो, वह उस रंग की ड्रेस पहन सकता है।

पुष्पम प्रिया ने कहां से की है पढ़ाई?
द प्लूरल्स की वेबसाइट के मुताबिक, पुष्पम प्रिया ने लंदन के मशहूर लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है। इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड के द इंस्टीट्यूट ऑफ डिवेलपमेंट स्टडीज विश्वविद्यालय से डिवेलपमेंट स्टडीज में भी मास्टर्स किया है।

पुष्पम प्रिया का सियासी सफर

बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर की नजर है. मूल रूप से दरभंगा की रहने वाली पुष्पम ने लंदन के मशहूर लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है. लंदन रिटर्न पुष्पम को बिहार राजनीति में अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी. हालांकि, एक समय में उनके पिता जेडीयू में थे, लेकिन इस चुनाव में पुष्पम ने अलग ही पार्टी बनाकर मैदान में उतरीं.

पुष्पम प्रिया ने अपने पहले चुनाव में साफ सुथरी छवि वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य पेशेवरों को टिकट देने की कोशिश की. पुष्पम ने मार्च के बाद से बांकीपुर में गांवों का दौरा कर रही हैं और स्थानीय लोगों से मिल रही थी. प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने खुद को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया था. ऐसे में देखना है कि उनकी राजनीति को बिहार के लोग कितना पसंद करते हैं और क्या वो विधानसभा पहुंच पाएंगी.

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