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BEO के बाद अब लिपिक भी सस्पेंड : सफाईकर्मियों के लाखों रुपये गबन के मामले में विभाग की बड़ी कार्रवाई…. मानदेय भुगतान के नाम पर चेक में कांट-छांट कर किये गये थे आहरण…. अब गिरफ्तारी की भी लग रही अटकलें

BEO के बाद अब लिपिक भी सस्पेंड : सफाईकर्मियों के लाखों रुपये गबन के मामले में विभाग की बड़ी कार्रवाई…. मानदेय भुगतान के नाम पर चेक में कांट-छांट कर किये गये थे आहरण…. अब गिरफ्तारी की भी लग रही अटकलें
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By NPG News

रायपुर 18 जनवरी 2020। सफाई कर्मचारियों के पैसे हड़पने वाले बीईओ के बाद लिपिक पर गाज गिर ही गयी। विभाग ने BEO दफ्तर के सहायक ग्रेड-3 सुनील यादव को भी सस्पेंड कर दिया है। सुनील पर भी आरोप था कि वो सफाईकर्मियों के करोड़ों गबन के मामले में वो भई साझीदार था। इससे पहले 10 जनवरी को राज्य सरकार ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी एमएल पटेल को सस्पेंड कर दिया है। मामला दो साल पुराना है, लेकिन अब इस मामले में कार्रवाई राज्य सरकार ने की है। जानकार मानते हैं इस मामले में ना सिर्फ सस्पेंशल बल्कि जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

मामला पांच साल पुराना है। शिक्षा विभाग ने विकासखंड स्तर स्कूलों में स्वीपर व सफाईकर्मियों की नियुक्ति का आदेश दिया था। सफाईकर्मियों की अंशकालीक नियुक्ति के मानदेय भुगतान के नाम पर जमकर बंदरबांट की गयी। बीईओ और लिपिक ने दो स्वीपरों के साथ मिलकर पैसों की जमकर अफरातफरी की और लाखों रुपये का गबन कर लिया है। प्रांरभिक जांच में सुनील यादव को 49 लाख रुपये के गबन का आरोप सिद्ध हुआ है, वहीं बीईओ पर पौने तीन करोड़ की राशि के गबन का आरोप है।

कमाल की बात ये रही कि चेक में कांट-छांट कर कई बार उसमें रकम की बढ़ोत्तरी कर दी गयी। 12 हजार रुपये को 2 लाख 12 हजार कर दिया और पैसे की निकासी कर ली गयी। इस तरह गड़बड़ी के फर्जीवाड़े की रकम पौने तीन करोड़ से ज्यादा हो गया। इस पूरे मामले में बीईओ ने स्वीपरों के नेताओं को अपने पक्ष में मिला लिया और चेक में कांट-छांटकर उनसे ही पैसे का आहरण कराते रहे। लेकिन वो पैसा कार्यरत सफाईकर्मियों को नहीं दिया गया। सफाई कर्मचारी जब भी पैसे की मांग करते, तो उन्हें शासन से पैसे नहीं मिलने की बात कहकर भगा दिया जाता।

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