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ब्रेकिंग : संविलियन को लेकर बोले मुख्यमंत्री …… CM से शिक्षाकर्मियों ने पूछा – कब होगा हमारा संविलियन…… मुख्यमंत्री ने कहा- इस माह निकल जायेगा नियमितिकरण का आदेश…. .लोकवाणी कार्यक्रम में 10 से ज्यादा शिक्षाकर्मियों ने पूछे थे सवाल

ब्रेकिंग : संविलियन को लेकर बोले मुख्यमंत्री …… CM से शिक्षाकर्मियों ने पूछा – कब होगा हमारा संविलियन…… मुख्यमंत्री ने कहा- इस माह निकल जायेगा नियमितिकरण का आदेश…. .लोकवाणी कार्यक्रम में 10 से ज्यादा शिक्षाकर्मियों ने पूछे थे सवाल
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By NPG News

रायपुर, 12 जनवरी 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की छठवीं कड़ी का आज प्रसारण हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के एक साल के कामकाज को लेकर लोगों से दिल खोलकर बातें की। इस खास प्रसारण में कई अलग-अलग वर्गों के लोगोें ने मुख्यमंत्री से प्रशन पूछे, जिसका जवाब मुख्यमंत्री ने बड़े ही बेबाक तरीके से दिया। मुख्यमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि प्रदेशवासियों की शुभकामनाएं और सहयोग के बूते आगामी वर्षों में छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदल देंगे। उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को ‘सेवा और जतन का एक साल‘ कहा है। इन चार शब्दों में बहुत सारी बातें समा जाती है। आज पहले साल के पड़ाव का मुझे यह कहते हुए संतोष है कि हम प्रदेश के ग्रामीणों, किसानों और अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य कमजोर तबको को राज्य के विकास के साथ जोड़ने में सफल हुए है। शिक्षा से रोजगार तक, युवाओं को सर्वांगीण विकास के अवसर देने से लेकर सुरक्षित भविष्य की ओर ले जाने तक हर उपाय हमने किया है। राज्य सरकार के चैतरफा प्रयासों के कारण विश्वव्यापी मंदी का असर छत्तीसगढ़ के जनजीवन को तनिक भी नहीं छू पाया, बल्कि इस दौर में विकास के नए प्रतिमान स्थापित हुए।

इस दौरान शिक्षाकर्मियों के संविलियन का मुद्दा भी कुछ शिक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया। मुख्यमंत्री से संविलियन को 10 से ज्यादा शिक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री से सवाल किया..जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महीने 7 हजार शिक्षाकर्मी नियमित हो जायेंगे।

जल्द नियमित होंगे सात हजार शिक्षाकर्मी: 15 हजार व्याख्याताओं की भर्ती पूर्णता की ओर

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सरकार का एक साल पूर्ण होते ही हमारी नई पहल और योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर बागबाहरा से नीरज तिवारी, मरवाही से प्रकाश कुमार, सरायपाली से रश्मि पटेल, महासमुंद से देवराज पाणिग्रही, वैशाली रिखी, रायगढ़ से सूरज प्रधान, मुकेश निर्मलकर, कुसुम देवांगन, जांजगीर से योगेश बनर्जी, खरसिया से संजय राठौर, भरत लाल गुप्ता, मुंगेली से मुकेश कुमार बंजारे, रायगढ़ से ज्योति राज पाण्डा, रायगढ़ से लिंगराज चैधरी, पुसउ, कमलेश कुमार साहू, महासमुंद से धीरज तिवारी, राजिम से लखेन्द्रदत्त साहू सहित कई साथियों पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जिन शिक्षाकर्मियों का 8 वर्ष पूरा हो रहा है, उनका नियमितीकरण आदेश क्रमशः निकाला जा रहा है। ऐसे लगभग 7 हजार शिक्षाकर्मियों के नियमितीकरण का आदेश इस माह निकाल दिया जाएगा। शिक्षामितान या अतिथि शिक्षकों के 1885 पद स्वीकृत किए गये हैं। अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती का अधिकार स्थानीय स्तर पर दिया गया है। लगभग 15 हजार व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया पूर्णता की ओर है अभी सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। जब से हमारी सरकार बनी है तबसे लगातार कोई न कोई चुनाव और आचार संहिता के कारण लंबी प्रक्रिया वाले कार्य पूर्ण होने में दिक्कत हुई लेकिन अब ऐसी सभी कार्यों में तेजी आएगी। आदिवासी अंचलों में कनिष्ठ चयन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है ताकि इन अंचलों के युवाओं को स्थानीय स्तर पर शासकीय सेवा में लिया जा सके। विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्रों में युवाओं को सीधी भर्ती का लाभ दिया जा रहा है। हम सिर्फ सरकारी दफतरों में ही नहीं बल्कि नई उद्योग नीति के माध्यम से उद्योगों में, आर्थिक राहतों के माध्यम से व्यापार में भी युवाओं को नए-नए अवसर दे रहे हैं।

आठ माॅडल काॅलेज शुरू होंगे: मर्रा और साजा में कृषि महाविद्यालय

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमनें प्रदेश में उच्च शिक्षा को रूचिकर और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए कदम उठाए हैं। बरसों से लंबित सहायक प्राध्यापकों की भर्ती शुरू की है जिससे लगभग 1400 युवाओं को सम्मानजनक रोजगार मिलेगा। बालोद में कन्या महाविद्यालय, दंतेवाड़ा, कोंडगांव, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, महासमुंद और कोरबा में माॅडल डिग्री काॅलेज, ग्राम मर्रा जिला दुर्ग और ग्राम साजा जिला बेमेतरा में कृषि महाविद्यालय खोले जा रहे हैं। 14 नये फाॅर्मेसी काॅलेज खोले गए हैं। ट्रिपल आईटी नवा रायपुर में देश का पहला ‘‘डाटा साइंस तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पाठ्क्रम’’ शुरू किया गया है। उच्च स्तरीय खेल प्रशिक्षण के लिए छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण का गठन किया जा रहा है। हमनें सीएसआर का पैसा, युवा प्रतिभाओं को निखारने में लगाने का निर्णय लिया है। इसके तहत् उद्योगों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे संस्थाओं का विकास करें, कोच का इंतजाम करे साथ ही स्टेडियम की व्यवस्था में भी सहयोग करें।

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