CG News: अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी में बड़ा बदलाव! भ्रष्टाचार और विवादों के बीच तारणीश गौतम बने नए प्रभारी कुलसचिव
CG News: राज्य शासन ने एक आदेश जारी कर शायक प्राध्यापक तारणीश गौतम को अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुल सचिव के पद और नियुक्त किया है.

CG News: अक्टूबर 2022 में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर में कुलसचिव के पद पर प्रतिनियुक्ति में पदस्थ रहे डॉ. सुधीर कुमार शर्मा की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के बाद से लेकर से अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर में कुलसचिव के पद पर किसी भी अधिकारी को उच्च शिक्षा विभाग ने नियुक्त अथवा प्रतिनियुक्ति में पदस्थ नहीं किया था। कुलपति प्रोफेसर एडीएन बाजपेई ने उप कुलसचिव के पद पर नियम विरुद्ध पदोन्नत होने वाले शैलेन्द्र दुबे को कुलसचिव के पद का प्रभार नियम विरुद्ध तरीके से और उच्च शिक्षा विभाग के अनुमति के बिना ही दे दिया था।
उच्च शिक्षा विभाग ने वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पूर्व आदेश जारी कर श्री शैलेन्द्र दुबे को प्रभारी कुलसचिव के पद से हटा दिया था और मूल पद उप कुलसचिव पर पदस्थ कर दिया था। इसके बावजूद विश्वविद्यालय में कुलसचिव के पद पर नियुक्ति नहीं की गई। श्री शैलेन्द्र दुबे द्वारा कुलसचिव के नाम एवं पदनाम से समस्त प्रशासनिक और व्यक्ति कार्य अवैधानिक रूप से किया जा रहा था।
कुलसचिव के रूप में कार्य करते हुए शैलेन्द्र दुबे ने अनेक भ्रष्टाचार, आर्थिक अनियमितता किया है। विश्वविद्यालय का बजट निर्माण करने के लिए एक माह के वेतन के बराबर अतिरिक्त मानदेय आहरण किया है, जबकि शासन के द्वारा विश्वविद्यालय के बजट निर्माण के लिए अलग से मानदेय देने का कोई नियम, निर्देश, अनुमति नहीं है। विश्वविद्यालय के नियमों में भी इस तरह के अतिरिक्त भुगतान मानदेय भुगतान के लिए प्रावधान नहीं है। छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियम का उल्लंघन करते हुए खरीदी प्रक्रिया में अनेक भ्रष्टाचार किए थे।
बिना निविदा जारी किए फर्म एम आई सी एस, भोपाल को जनवरी 2023 में कार्यादेश जारी कर दरों में वृद्धि कर अनुबंध कर करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया। एक निजी फर्म आईटीआई लिमिटेड, मुंबई को विश्वविद्यालय में आईयूएमएस लागू करने के लिए बिना निविदा जारी किए नवंबर 2022 में सीधे एमओयू एवं अनुबंध कर 50 लाख रुपए अग्रिम प्रदान किया गया। वर्ष 2024 में 18 शैक्षणिक पदों पर भर्ती के लिए जारी किए गए विज्ञापन में आरक्षण नियम एवं रोस्टर का पालन नहीं करने जैसे गंभीर शिकायतें छात्र संगठनों एवं छात्र नेताओं के द्वारा लगातार किया जा रहा था। छात्रों ने राज्यपाल से मिलकर, सचिव उच्च शिक्षा और आयुक्त उच्च शिक्षा से मुलाकात कर शिकायत किया था।
विश्वविद्यालय से शैलेन्द्र दुबे को हटाकर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने और नियमित कुलसचिव की पदस्थापना करने के लिए रंजेश सिंह, प्रदेश सचिव, एनएसयूआई छत्तीसगढ़, सूरज सिंह राजपूत एवं अन्य पूर्व छात्र, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर ने अनेक बार धरना प्रदर्शन किया जा रहा था।
शिकायत करने वाले 3 पूर्व छात्रों के विरुद्ध श्री शैलेन्द्र दुबे ने पुलिस थाना, कोनी में एफआईआर दर्ज कराया था, बाद में उन्होंने शिकायत करने वाले 3 पूर्व छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित करने का आदेश शैलेन्द्र दुबे ने कुछ दिन पूर्व ही जारी किया था, जो कि अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक था और छात्रों को विश्वविद्यालय के किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश से भी वंचित कर दिया गया था। इसके बाद छात्रों ने पुनः राज्यपाल, सचिव उच्च शिक्षा और आयुक्त उच्च शिक्षा से शिकायत किया।
इसके बाद शासन ने विश्वविद्यालय में तारनीश गौतम, सहायक प्राध्यापक हिन्दी डॉ. भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय, पामगढ़, जिला जांजगीर चांपा को आगामी आदेश पर्यंत अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर में प्रभारी कुलसचिव का कार्यभार सौंपा है।
