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Swadeshi Mela: स्वदेशी मेले का भव्य समापन, विजेताओं को किया गया पुरस्कृत

Swadeshi Mela: रायपुर: शहरवासियों को वर्ष भर जिस स्वदेशी मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है, उसका आज भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सप्ताह भर चली विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।

Swadeshi Mela: स्वदेशी मेले का भव्य समापन, विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
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By Chitrsen Sahu

Swadeshi Mela: रायपुर: शहरवासियों को वर्ष भर जिस स्वदेशी मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है, उसका आज भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सप्ताह भर चली विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि पुरंदर मिश्रा जी (विधायक उत्तर), सुनील सोनी (विधायक दक्षिण),रहे। विशिष्ट अतिथियों में संदीप शर्मा जी (अध्यक्ष, खाद्य आयोग) अनुराग सिंह देव (अध्यक्ष, गृह निर्माण मंडल) तथा शीलू साहू (महिला मोर्चा महामंत्री) अनामिका सिंह जी पार्षद एवं ई सी मेंबर , वर्णिका शर्मा जी (अध्यक्ष, बाल आयोग), उपस्थित रहे।



मेले की विभिन्न प्रतियोगिताओं को सफलतापूर्वक संपन्न कराने वाली महिला कार्यकर्ताओं के लिए विशेष मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। बचपन की यादों को ताजा करते हुए कुर्सी दौड़, मटका फोड़, वन मिनट गेम शो एवं अन्य रोचक एक-मिनट की चुनौतियाँ रखी गईं, जिनका महिलाओं ने भरपूर आनंद लिया।

मेले के अंतिम दिन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के विषय थे—

1. दैनिक जीवन में स्वदेशी का महत्व

2. वंदे मातरम् का गौरवशाली इतिहास

प्रतिभागियों ने पर्ची द्वारा प्राप्त विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस प्रतियोगिता में लगभग 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिससे बच्चों की बौद्धिक क्षमता एवं आत्मविश्वास में वृद्धि हुई।



निर्णायक मंडल में डॉ. संध्या रानी शुक्ला, डॉ. शैल शर्मा एवं डॉ. अपराजिता शर्मा शामिल रहीं। प्रतियोगिता के प्रभारी रितु साहू, निशांत बर्धन एवं नीतू भोई थे। भाषण प्रतियोगिता में दिव्यांशी कुल्था ने प्रथम स्थान और पार्थ आशीष शेष नेद्वितीय स्थान प्राप्त किया।

शाम के सामाजिक समागम में राजस्थानी समाज की प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। मंच पर घूमर नृत्य, रंगीली राजस्थान एवं राजस्थानी गीतों की आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गईं। वहीं स्टॉलों पर दाल-बाटी, चूरमा, घेवर, चूरमा चक्कत एवं बाजरे का हलवा लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। रात्रि में सात दिनों तक आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को मंच से पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।





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