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Suryaghar Yojana: छत्तीसगढ़ में मुनाफा लेकर आई पीएम सूर्यघर योजना, पड़ोसी को देख पड़ोसी ने लगवाया अपनी छत पर भी सोलर पैनल...

Suryaghar Yojana: गरमी, उमस भरी बरसात या ठंड जैसे प्रतिकूल मौसम में भी इस योजना से बिजली की आबाध आपूर्ति के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी हो रहा है

Suryaghar Yojana: छत्तीसगढ़ में मुनाफा लेकर आई पीएम सूर्यघर योजना, पड़ोसी को देख पड़ोसी ने लगवाया अपनी छत पर भी सोलर पैनल...
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By Sandeep Kumar

Suryaghar Yojana: छत्तीसगढ़ में अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बनाने और उसका उपयोग करने की प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इस योजना से घरों के बिजली बिलों में कटौती तो हो ही रही है, इसके साथ-साथ अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर मुनाफा भी हो रहा है। गरमी, उमस भरी बरसात या ठंड जैसे प्रतिकूल मौसम में भी इस योजना से बिजली की आबाध आपूर्ति के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी हो रहा है। कोरबा जिले के कटघोरा में पड़ोसी ने पड़ोसी को देखकर अपनी छत पर सोलर पैनल लगवाया है।

कटघोरा कस्बे में ज्योति अनंत और गोरे सिंह राजपूत आसपास रहते हैं। ज्योति ने अपनी घर की छत पर सोलर पैनल लगवाकर अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया। उन्होंने बताया कि अब उनके घर के सभी उपकरण निर्बाध रूप से चल रहे हैं और घर की ऊर्जा का उत्पादन पूरी तरह आत्मनिर्भर है। “पहले गर्मी का मौसम चुनौतीपूर्ण लगता था, अब वही मौसम राहत और मुनाफा लेकर आता है। हम अपनी जरूरत की बिजली स्वयं बना रहे हैं और अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजकर आर्थिक लाभ भी अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने योजना की सबसे बड़ी खासियत यह बताई कि यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित और हरित ऊर्जा के लिए लाभकारी है। उनकी छत केवल बिजली उत्पादन का केंद्र ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और हरित छत्तीसगढ़ में योगदान का प्रतीक बन गई है।

पड़ोसी से प्रेरित होकर गोरे सिंह राजपूत ने भी प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाया। उन्होंने बताया कि योजना के माध्यम से उनके घर की छत पर तीन किलोवाट का सोलर पैनल इंस्टॉल हुआ, जिसकी कुल लागत एक लाख 95 हजार रुपये थी और केंद्र सरकार की 78 हजार रुपये की सब्सिडी मिली। उन्होंने बताया कि अब उनका मासिक बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है और घर की विद्युत आपूर्ति के लिए वे पूरी तरह आत्मनिर्भर है। राजपूत ने कहा, “सौर ऊर्जा अपनाकर हम न केवल अपने खर्च में संतुलन ला रहे हैं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान दे रहे हैं। इस योजना से हमारा जीवन आसान और आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है। यह अनुभव अन्य स्थानीय निवासियों के लिए भी प्रेरणा बन रहा है।”

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री साय ने इस योजना के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराई है। इस पहल से परिवारों में आत्मनिर्भरता, आर्थिक स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है। ज्योति और गोरे सिंह राजपूत ने योजना के लिए अपना हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया और भविष्य में इस तरह की योजनाओं के निरंतर लाभ की उम्मीद जताई।

प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना देश के आम नागरिकों के लिए स्वच्छ ऊर्जा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बन चुकी है। योजना का उद्देश्य आम नागरिकों को हरित ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना, घरेलू खर्च में संतुलन लाना और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाना है। इस योजना के तहत रियायती दरों पर सोलर पैनल उपलब्ध कराए जाते हैं और केंद्र सरकार द्वारा 78 हजार रुपये की सब्सिडी और राज्य सरकार से रूपये 30 हजार की राशि लाभार्थियों को प्रदान की जाती है।

इससे न केवल आर्थिक राहत मिलती है, बल्कि परिवारों को उनकी बिजली की जरूरतों के लिए स्वतंत्रता भी मिलती है। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का लाभ लेने के लिए नागरिक सरल प्रक्रिया के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। योजना की वेबसाइट और स्थानीय प्रशासन कार्यालय इसके लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। यह योजना पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा के प्रति नागरिकों में जागरूकता भी बढ़ा रही है। इससे सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा भी मिल रहा है।

सारंगढ़ बिलाईगढ़ में हितग्राही सोमनाथ राकेश को हर महीने मिल रही राहत

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के नगर पंचायत बिलाईगढ़ निवासी सोमनाथ राकेश आज ऊर्जा आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुके हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने उनके जीवन को नई दिशा दी है। उनके घर की छत पर स्थापित 3 किलोवॉट क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट न केवल उनके बिजली खर्च को कम कर रहा है, बल्कि यह योजना आम परिवारों के लिए भी एक गेम-चेंजर साबित हो रही है।


सोलर प्लांट लगने से पहले हर महीने भारी-भरकम बिजली बिल उनकी सबसे बड़ी चिंता थी। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। अगस्त माह में उनके प्लांट ने 330 यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जबकि घर में खपत लगभग 150 यूनिट है। यानी करीब 180 यूनिट बिजली की बचत हुई। हितग्राही सोमनाथ राकेश अब ‘शून्य बिल’ की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। वे कहते हैं – “सूरज की रोशनी अब हमारे लिए केवल उजाला नहीं, बल्कि बचत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गई है। पहले हर महीने भारी बिल का डर रहता था, अब हर महीने राहत मिल रही है।”

सब्सिडी बनी बड़ी सहारा

3 किलोवॉट क्षमता वाला यह सोलर प्लांट प्रति माह औसतन 330 यूनिट बिजली उत्पादन करने में सक्षम है। योजना को आम जनता तक पहुँचाने में केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी ने अहम भूमिका निभाई है।सोमनाथ राकेश को प्लांट पर केंद्र से 78,000 रुपए और राज्य से 30,000 रुपए, कुल 1,08,000 रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई।

आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल

पीएम सूर्यघर योजना का लाभ उठाने की प्रक्रिया भी बेहद सरल और पारदर्शी है। इच्छुक आवेदक स्वयं पीएम सूर्यघर डॉट जीओवी डॉट इन pmsuryaghar.gov.in पर या पीएम सूर्यघर मोबाइल ऐप, मोर बिजली ऐप अथवा टोल फ्री नंबर 1912 के माध्यम से आसानी से आवेदन कर सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि यह योजना केवल बिजली बिल में राहत देने तक सीमित नहीं है, बल्कि आर्थिक बचत, ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्यों को एक साथ साधती है। छत पर लगाया गया छोटा सा सोलर प्लांट भी जिंदगी में बड़ी बचत और ऊर्जा की आजादी ला सकता है।

रायपुर ज़िले के तिल्दा में योजना से रोशन हुआ नेत राम धीवर का घर

जहाँ पहले हर महीने बिजली के बिल की चिंता सताती थी, आज उसी घर में बिजली निःशुल्क मिल रही है और यह संभव हुआ है पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की बदौलत। रायपुर ज़िले के तिल्दा ब्लॉक के ग्राम बेलटुकरी निवासी नेत राम धीवर ने अक्टूबर 2024 में अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया। इस पर उन्हें केंद्र सरकार से ₹78,000 की अनुदान राशि प्राप्त हुई।

उत्साहपूर्वक धीवर बताते हैं कि पहले हर महीने 1 हजार रुपए से अधिक का बिजली बिल आता था। अब पिछले एक वर्ष से वह पूरी तरह शून्य हो गया है।

उन्होंने आगे कहा कि यह योजना सिर्फ बचत का साधन ही नहीं, बल्कि प्रकृति संरक्षण का एक प्रभावी माध्यम भी है। अब वे अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका मानना है कि सोलर पैनल का उपयोग करने से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचता और स्वच्छ ऊर्जा का प्रसार होता है।

धीवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना सचमुच घर-घर उजाला पहुँचा रही है। आज मेरा घर बिना बिजली बिल के रोशन है और आने वाले वर्षों तक ऐसा ही रहेगा। मैं चाहता हूँ कि अन्य परिवार इस योजना का लाभ उठाए।

प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को वेबसाईट pmsuryaghar.gov.in या पीएम सूर्यघर मोबाईल एप पर पंजीयन कर लॉग इन आईडी प्राप्त करना होगा। इसके बाद वेब पोर्टल पर उपलब्ध वेंडर का चुनाव कर बिजली कर्मचारी की मदद से वेब पोर्टल पर पूर्ण आवेदन करना होगा।

मुंगेली के सुधीर सोनी को मंहगे बिजली बिल से मिली बड़ी राहत

प्रधानमंत्री सूर्यघर योजनांतर्गत आमजनों को राहत, सब्सिडी और स्वच्छ ऊर्जा की सौगात मिल रही है। यह योजना आमजनों को मंहगे बिजली बिल से बड़ी राहत मिल रही है। इसके साथ ही ग्रीन एनर्जी को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस योजना लाभान्वित मुंगेली जिले के हितग्राही सुधीर सोनी ने अपने घर में 05 किलोवाट का सोलर पैनल स्थापित किया है।


योजना से पहले उनका बिजली बिल प्रतिमाह 07 से 08 हजार रुपये और कई बार 09 हजार रुपये तक पहुँच जाता था, लेकिन अब सौर ऊर्जा के उपयोग से उनका मासिक खर्च काफी कम हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

सोनी ने बताया कि उनके घर में स्थापित 05 किलोवाट के सोलर पैनल से प्रतिदिन औसतन 400 यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जिससे उनका घर रोशन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह योजना आमजन के लिए बेहद लाभकारी है। पैनल लगवाने के सिर्फ एक सप्ताह के भीतर ही उन्हें केंद्र सरकार से 88,000 रुपये की सब्सिडी प्राप्त हो गई, इसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य सरकार से भी 30,000 रुपये का अनुदान उन्हें प्राप्त हुआ।

इस प्रकार कुल मिलाकर सोनी को 01 लाख 18 हजार रुपये की सब्सिडी मिली। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा न केवल बिजली बिल के बोझ से मुक्ति दिला रही है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी वरदान साबित हो रही है। इससे प्रदूषण में कमी आ रही है और स्वच्छ ऊर्जा के प्रसार से आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य मिलेगा।




Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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