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सूबे के सरताजः 10वीं-12वीं की परीक्षा में होनहारों ने रचा सफलता का स्वर्णिम अध्याय, प्रयास के 13 बच्चों ने मेरिट में बनाया स्थान

छत्तीसगढ़ में छोटे जिलों और अभावग्रस्त परिवारों में पलने वाले गुदरी के लालों ने बोर्ड परीक्षाओं में परचम फहरा डाला। चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए नक्सल इलाकों के बच्चों ने भी कमाल कर डाला।

सूबे के सरताजः 10वीं-12वीं की परीक्षा में होनहारों ने रचा सफलता का स्वर्णिम अध्याय, प्रयास के 13 बच्चों ने मेरिट में बनाया स्थान
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By Sandeep Kumar

रायपुर। छत्तीसगढ़ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों को रेखांकित करने वाला रहा इस बार का 10वीं-12वीं की परीक्षा रिजल्ट। प्रदेश के विभिन्न जिलों से हाई स्कूल परीक्षा में 25 एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा में 19 विद्यार्थियों ने टॉप-10 सूची में स्थान बनाया है। सबसे खास बात ये है कि नक्सल प्रभावित अंचलों से आने वाले इन विद्यार्थियों ने विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद हार नहीं मानी और परिश्रम, संकल्प एवं जुनून से सफलता की नई मिसाल कायम की। प्रयास के बच्चों का प्रदर्शन शानदार रहा। इनकी यह उपलब्धि लाखों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। ’कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों’ इस उक्ति को प्रयास आवासीय विद्यालय के बच्चों ने अपनी कठिन मेहनत और लगन से आज सच कर दिखाया है। माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 के 10वीं बोर्ड के घोषित परीक्षा परिणामों में प्रयास के 13 बच्चों का मेरिट में आना निश्चित ही एक बड़ी उपलब्धि है।

10वीं बोर्ड का ओवरऑल परीक्षा परिणाम शत् प्रतिशत रहा है, इसमें 98.35 प्रतिशत विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। खासकर तब जबकि ये बच्चे बहुत ही सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं एवं अधिकतर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से संबंधित हैं। इन्होंने अपनी मेहनत, दृढ़ इच्छाशक्ति तथा विद्यालय के कड़े अनुशासन एवं अध्यापकों द्वारा दिए गए बेहतर मार्गदर्शन के बल पर बड़ी सफलता प्राप्त की है। अब इनके सपनों को मानों पखों की उड़ान मिल गई है इनमें किसी का लक्ष्य आईएएस बनने का है, तो कोई आईपीएस बनना चाहता है कोई डॉक्टर तो कोई इंजींनियर, तो कोई सीए बनना चाहता है। टॉप 10 में जगह बनाने वाले बच्चों का कहना है कि प्रयास विद्यालय में प्रवेश से पहले इनके मन में पढ़ाई के प्रति इतना जुनून नहीं था। यहां आने के बाद विद्यालय के अच्छे वातावरण, अच्छे शिक्षकों द्वारा दिए गए मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन तथा उनके द्वारा कड़ी मेहनत के बल पर उन्होंने यह सफलता प्राप्त की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई स्कूल परीक्षा में शासकीय माध्यमिक शाला, गोंडाहूर (कांकेर) की प्रतिभावान बिटिया ईशिका बाला ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर बस्तर अंचल की प्रतिभा को राज्य स्तर पर पहचान दिलाई है। इसी तरह हायर सेकेंडरी परीक्षा 2025 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, कोडागांव (कांकेर) के अखिल सेन ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जो कांकेर और समूचे बस्तर अंचल के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बस्तर अंचल के इन बच्चों ने यह सिद्ध किया है कि प्रतिभा किसी परिस्थिति की मोहताज नहीं होती। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास हम सभी के लिए प्रेरणा है। राज्य सरकार ऐसे होनहारों को हरसंभव सहयोग देगी, ताकि वे और ऊंचाइयां छू सकें।

इन्होंने किया कमाल!

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित परीक्षा परिणामों में प्रयास के 13 विद्यार्थियों ने मेरिट में स्थान बनाया है। मेरिट में आने वाले छात्रों में सर्वाधिक छात्र प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय, गुढ़ियारी, रायपुर से हैं। यहां की पांच छात्राओं खुशबू सेन ने 8वां, महक चंद्रवंशी ने 9वां, अंजली साहू, नेहा चक्रधारी एवं काव्या वर्मा ने मेरिट में 10वां स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार प्रयास संयुक्त आवासीय विद्यालय, कांकेर के जतिन नरेटी ने 5वां, डेविड गावडे ने 6वां, प्रयास, अंबिकापुर की खशबू बारिक एवं दिया चौहान 10वां-10वां, जबकि प्रयास, दुर्ग के बिटटू कुशवाहा ने 9वां, प्रयास, कोरबा की कु. डिम्पल ने 10वां, प्रयास, जशपुर की स्तुति पांडे ने 8वां एवं प्रयास, बालोद की भूमिका साहू ने 10वां, इस प्रकार कुल 13 विद्यार्थियों ने टॉप टेन में जगह बनाकर विद्यालय एवं प्रदेश का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के उन होनहार विद्यार्थियों को, जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने माता-पिता, शिक्षकों एवं पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है, उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। इन विद्यार्थियों की सफलता पर मंत्री रामविचार नेताम सहित प्रमुख सचिव सोनमणि वोरा और आयुक्त डॉ. साराशं मित्तर ने शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

अब 17 हो जाएंगे ’प्रयास’ स्कूल

इन विद्यार्थियों की सफलता पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रयास विद्यालयों के अच्छे परीक्षा परिणाम, प्रतियोगी परीक्षाओं में सशक्त उम्मीदवारी के कारण अब इसकी गिनती प्रदेश के सबसे अच्छे विद्यालयों के रूप में होने लगी है। प्रयास विद्यालय में प्रवेश हेतू प्राक्चयन परीक्षा में बच्चों की लगातर बढ़ती संख्या इसका उदाहरण है। वर्तमान में राज्य में कुल 15 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हैं। प्रयास विद्यालय के सफलता को देखते हुए राजनांदगांव एवं बलरामपुर में एक-एक नए प्रयास आवासीय विद्यालय खोलने का फैसला लिया गया है। इससे अब प्रयास विद्यालय की संख्या बढ़कर 17 हो जाएगी। प्रयास योजना मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना का एक महत्वपूर्ण घटक है। योजनांतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के प्रतिभावान विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराते हुए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने हेतु सक्षम बनाकर व्यावसायिक उच्च शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश कराकर उनके जीवन में स्थयित्व प्रदान करना इस योजना का प्रमुख लक्ष्य है।

जेईई मेंस-2025 में 371 में से 122 बच्चे क्वालीफाई

जेईई मेंस-2025 के घोषित परिणामों में प्रयास आवासीय विद्यालय के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस वर्ष जेईई मेंस परीक्षा में बैठे प्रयास आवासीय विद्यालय के कुल 371 बच्चों में से 122 ने क्वालीफाई किया है। विद्यार्थियों की इस सफलता से उनके परिवार के साथ-साथ उनके गांव एवं समाज में हर्ष का माहौल है। आदिम जाति कल्याण विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष जेईई मेंस के घोषित परिणामों में प्रयास, बालक आवासीय विद्यालय, रायपुर का परीक्षा परिणाम सबसे अच्छा रहा है, इसके जेईई एडवासं परीक्षा में बैठे कुल 153 बच्चों में से 69 ने मेंस क्वालीफाई किया है। इनकी सफलता का प्रतिशत लगभग 45 प्रतिशत रहा है, जो कि राष्ट्रीय स्तर की इतनी कठिन परीक्षा के हिसाब से उत्कृष्ट कहा जा सकता है।

इसी प्रकार प्रयास आवासीय विद्यालय, अंबिकापुर के परीक्षा में बैठे 44 में से 16 बच्चों ने जेईई मेंस क्वालीफाई किया है। प्रयास, दुर्ग के परीक्षा में बैठे 46 में से 12 बच्चे, प्रयास, कांकेर के परीक्षा में बैठे 23 में से 08 बच्चे, जबकि प्रयास, जशपुर के परीक्षा में बैठे 38 में से 09 बच्चों ने तथा प्रयास, कोरबा के परीक्षा में बैठे 30 बच्चों में से 01 ने जेईई मेंस क्वालीफाई किया है। इसी प्रकार प्रयास, जगदलपुर के परीक्षा में बैठे 37 बच्चों में से 07 ने जेईई मेंस क्वालीफाई किया है। प्रदेश के सुदूर नक्सल प्रभावित अंचल के बच्चों का राष्ट्रीय स्तर की इस कठिन परीक्षा में सफल होना विभाग के साथ-साथ राज्य के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। इस प्रकार इस वर्ष कुल मिलाकर 122 विद्यार्थियों का आईआईटी एवं आईआईटी प्रिपरेटरी में चयन होने की संभावना है।

हजारों बच्चों की संवर गई जिंदगी

अब तक प्रयास आवासीय विद्यालय के 122 विद्यार्थी आईआईटी एवं समकक्ष में, 356 विद्यार्थी एनआईटी एवं समकक्ष में, 960 समकक्ष में एवं 70 एमबीबीएस हेतु चयनित हो चुके हैं। मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों का मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र के प्रतिभावान विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध उपलब्ध कराना, उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने हेतु सक्षम बनाकर व्यावसायिक उच्च शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश कराना तथा उन्हें जीवन में स्थिरता प्रदान करना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जहां राज्य में जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रहे हैं, वहीं शिक्षा के प्रसार पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसी का सकारात्मक परिणाम है कि अब सुदूर वनांचल क्षेत्रों के बच्चे परीक्षाओं में प्रवीण्य सूची में स्थान पा रहे हैं।

सीएम से मिली बैगा समुदाय की टॉपर बिटिया

राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र और विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के बच्चों में अब शिक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। इसकी बानगी राज्य के अंतिम छोर पर बसे एक गांव में संचालित स्कूल से सामने आई है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा से लगे गांव कुवांरपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बैगा समुदाय की छात्रा कंगना बैगा ने हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा (10वीं) में 83.67 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल में टॉप किया है। कंगना बैगा की इस उपलब्धि पर न केवल उनके परिजन और स्कूल प्रशासन बल्कि पूरा गांव गर्वित है और परिणाम के बाद से जश्न मना रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के भरतपुर विकासखंड अंतर्गत माथमौर गांव पहुंचे। जहां कंगना बैगा उनसे मिलने के लिए पहुंची। मुख्यमंत्री ने उनसे अभिभावक के रूप में संवाद करते हुए उनकी शिक्षा और भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा। इस दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुवांरपुर में पढ़ने वाली 10वीं की टॉपर छात्रा कंगना बैगा (83.67þ), मीनाक्षी शुक्ला (82.83þ) तथा 12वीं के विद्यार्थी विद्यासागर तिवारी, सचिन कुमार बांधे और कु. शशि सिंह को मुख्यमंत्री ने पेन देकर सम्मानित किया।

मानसिक तनाव प्रबंधन हेतु हेल्पलाइन

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, रायपुर ने 2024 की वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित होते ही विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को दूर करने तथा करियर चयन, पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गणना से संबंधित मार्गदर्शन के लिए विशेष हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। मंडल सचिव पुष्पा साहू के निर्देश पर यह हेल्पलाइन सेवा टोल फ्री नंबर 18002334363 पर उपलब्ध है। इस हेल्पलाइन का उद्देश्य परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यार्थियों में उत्पन्न मानसिक दबाव को कम करना तथा उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना है। इस पहल में क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक, काउंसलर, करियर गाइडेंस विशेषज्ञ, मंडल के अधिकारी और सहायक प्राध्यापक विद्यार्थियों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। मंडल के हेल्पलाइन समय-सारणी के अनुसार, यह सेवा प्रतिदिन दो सत्रों में संचालित होगी। सुबह 10ः30 बजे से दोपहर 1ः30 बजे तक और दोपहर 2ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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