CG Principal Suspended: शिक्षिका से छेड़छाड़ करने वाले प्राचार्य को कलेक्टर ने किया सस्पेंड, शिक्षिका का तबादला
CG Principal Suspended:छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बिल्हा ब्लाक के एक शिक्षक की बर्खास्तगी का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि उत्तर छत्तीसगढ़ मेंं संचालित पीएम श्री स्कूल के एक प्रिंसिपल ने भी कुछ इसी तरह की हरकत कर डाली। विशाखा कमेटी की रिपोर्ट और सिफारिश के बाद कलेक्टर ने प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है। महिला शिक्षिका से उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद कड़ी कार्रवाई की गई है।

CG Principal Suspended: सरगुजा। पीएम श्री स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शिक्षिका ने प्रिंसिपल के खिलाफ लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत की थी। विशाखा कमेटी की जांच में दोषी पाए जाने पर कलेक्टर ने प्रिंसिपल को निलंबत कर दिया है। शिक्षिका का भी दूसरे स्कूल ट्रांसफर कर दिया गया है।
पीएम श्री स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल लखनपुर की शिक्षिका ने प्राचार्य संजय कुमार वर्मा के खिलाफ गंभीर शिकायत की थी। शिक्षिका की शिकायत के बाद लैगिंक उत्पीड़न के मामले में प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षिका की शिकायत की थी कि प्राचार्य संजय कुमार वर्मा द्वारा उनके साथ अशोभनीय व्यवहार किया जाता है। गंभीर आरोपों के चलते कलेक्टर विलास भोसकर संदीपन ने विशाखा समिति को जांच करने व रिपोर्ट सौंपने कहा था। समिति ने शिकायतकर्ता शिक्षिका, प्राचार्य एवं स्कूल में पदस्थ स्टाफ से चर्चा की। इसके अलावा मोबाइल की चेटिंग व ऑडियो क्लिप के आधार पर प्राचार्य संजय कुमार वर्मा के आचरण को अशिष्ट,अशोभनीय माना गया है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि प्राचार्य की यह हरकत कार्यस्थल पर लैगिंक अपराध की श्रेणी में आता है। समिति ने प्राचार्य के व्यवहार को छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ के लिए अनुचित एवं गरिमा के प्रतिकूल माना है। विशाखा समिति ने प्राचार्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण अधिनियम 22(3) तथा नियम तीन व नियम 22(3) तथा कार्य स्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए प्राचार्य के खिलाफ वैधानिक एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही की सिफारिश की थी।
विशाखा समिति की अनुशंसा पर कलेक्टर विलास भोसकर संदीपन ने पीएम श्री स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मध्यम स्कूल लखनपुर के प्राचार्य संजय कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया है। वही समिति ने जांच में यह भी पाया कि अगर शिक्षिका की पदस्थापना इस विद्यालय में रहा तो वहां का वातावरण दूषित होने की संभावना है। इसके मद्देनजर शिक्षिका के अन्य स्थानांतरण की सिफारिश की थी। समिति की अनुशंसा के आधार पर शिक्षिका का स्थानांतरण सीतापुर विकासखंड के एक स्कूल में कर दिया है।