CG Liquor Scam: शराब घोटाला: पूर्व आईएएस अफसर गिरफ्तार, ED ने पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास को कोर्ट में पेश किया, पूछताछ के लिए स्पेशल कोर्ट से मांगेगी रिमांड
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला में आज एक और बड़ी कार्रवाई हुई। ED प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व आईएएस अफसर व पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास को प्रोडक्शन रिमांड पर कोर्ट में पेश किया। दो दिन पहले पूर्व सीएम की उप सचिव सौम्या चौरसिया को ईडी ने पूछताछ के लिए समंस जारी किया था। पूछताछ के बाद आज स्पेशल कोर्ट में पेश किया। स्पेशल कोर्ट ने सौम्या चौरसिया को जेल भेज दिया है। तेजी के साथ बदले घटनाक्रम के बीच पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है।

CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में 3200 करोड़ के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है। दो दिन पहले ईडी ने सौम्या चौरसिया को पूछताछ के लिए समंस जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मद्देनजर सौम्या रायपुर पहुंची व ईडी दफ्तर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। दो दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने आज सौम्या को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। स्पेशल कोर्ट ने जेल भेज दिया है। इसके पहले ईडी ने जयचंद के खिलाफ एक हजार पन्ने का आरोप पत्र दायर किया है। यह कोल लेव्ही से जुड़े मामले की जांच के बाद चार्जशीट पेश किया गया। इसमें कोल ट्रांसपोर्टरों के अलावा कोल वाशरी संचालकों ने लेव्ही के तौर पर अवैध वसूली और जयचंद के जरिए सौम्या चौरसिया द्वारा पैसे की वसूली का आरोप है। जयचंद को अवैध उगाही और वसूली के लिए दो सरकारी गाड़ी भी उपलब्ध कराई गई थी।
कोल लेव्ही और शराब घोटाले में जांच की दिशा को आगे बढ़ाते हुए जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। आज ही ईडी ने पूर्व आईएएस व पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दान को प्रोडक्शन रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया। पूर्व आईएएस अफसर को पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल से लेकर कोर्ट पहुंची। जानकारी के अनुसार ईडी पूछताछ के लिए कोर्ट से पूर्व आबकारी आयुक्त की कस्टोडियल रिमांड मांगेगी। एजेंसी का कहना है कि मामले में गहन पूछताछ जरूरी है। जानकारी के अनुसार जांच एजेंसी को सौम्या चौरसिया से पूछताछ के दौरान कई अहम तथ्य मिले हैं।
ED ने पप्पू बंसल उर्फ लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, तांत्रिक केके श्रीवास्तव और कारोबारी अनवर ढेबर के होटल मैनेजर दीपेन चावड़ा के बयान के आधार पर सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया है। ED को सौम्या, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर-चैतन्य बघेल के बीच हुई चैट्स में कई अहम सबूत भी मिले हैं। ED के मुताबिक ACB, EOW ने IPC, 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज FIR दर्ज की है। इसी आधार पर जांच शुरू की। जांच में पता चला है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को नुकसान पहुंचा है। 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध कमाई (POC) हुई।
ED की जांच में पता चला कि सौम्या चौरसिया को लगभग 115.5 करोड़ रुपए की POC मिली थी। इसके अलावा, डिजिटल रिकॉर्ड, जब्त सामग्री और लिखित दस्तावेज भी मिले हैं।
