School News: स्कूल बंदः छत्तीसगढ़ के 48 हजार सरकारी स्कूलों में कल लटकेगा ताला, शिक्षकों ने लिया सामूहिक अवकाश
School News: छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर कल 27 सितंबर को छत्तीसगढ़ के सारे सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। बंद के समर्थन में शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश लिया है। लिहाजा, स्कूलों में ताले लटके मिलेंगे।
School News: रायपुर। छत्तीसगढ़ के करीब 48 हजार सरकारी स्कूलों में कल पढ़ाई-लिखाई ठप्प रहेगा। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के कलम बंद-काम बंद के आव्हान पर सभी पौने दो लाख शि़क्षकों ने अवकाश लिया है। इनमें प्रायमरी, मीडिल, हाईस्कूल से लेकर हायर सेकेंड्री स्कूल के शिक्षक शामिल हैं। डीए समेत अन्य मांगों को लेकर फेडरेशन ने कल हड़ताल कॉल किया है। इसमें शिक्षकों की भूमिका अहम है। स्कूलों में थोक में शिक्षकों ने छुट्टियां ली है। एक स्कूल में 17 शिक्षक हैं तो सभी ने एकमुश्त कल स्कूल नहीं आने का आवेदन दे दिया है।
फेडरेशन ने “मोदी की गारंटी“ लागू करने की माँग पर हड़ताल का एलान चौथे चरण में किया है। इस चरण में 33 जिला एवं 146 विकासखंड के कर्मचारी अधिकारी प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त करेंगे। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश के सभी संभाग/जिला/ब्लॉक के प्रभारी/संयोजक/पदाधिकारी/प्रतिनिधियों ने 6 अगस्त को मंत्रालय ने सामने “झन करव इनकार हमर सुनव सरकार“ आंदोलन के प्रथम चरण में मशाल लेकर जमकर प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि फेडरेशन ने मोदी की गारंटी का क्रियान्वयन नहीं होने के स्थिति में चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। जिसके द्वितीय चरण में 20 से 30 अगस्त 24 तक सांसदों एवं विधायकों को ज्ञापन सौंपा गया, तृतीय चरण में 11 सितंबर 24 को जिला/ब्लॉक/तहसील में मशाल रैली तथा प्रदर्शन, चौथे चरण में 27 सितंबर को प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारी अवकाश में रहकर कलम बन्द काम बन्द हड़ताल करेंगे। यदि सरकार ने मोदी की गारंटी पर क्रियान्वयन नहीं किया तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन हड़ताल का आव्हान करेगा।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, सचिव राजेश चटर्जी, ओंकार सिंह, बीपी शर्मा, प्रवक्ता जी. आर.चंद्रा, चंद्रशेखर तिवारी, रोहित तिवारी,मनीष मिश्रा, केदार जैन, राजनारायण द्विवेदी एवं विवेक दुबे ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के कर्मचारियों के लिए मोदी की गारंटी का घोषणा हुआ था। सरकार बनने पर प्रदेश के शासकीय सेवकों एवं पेंशनरों को केन्द्र के समान डी.ए./डी आर दिया जायेगा, लंबित डीए एरियर्स की राशि को कर्मचारियों के जी.पी.एफ. खाते में समायोजित किया जायेगा सहित अन्य 8 प्रतिबद्धता था। लेकिन सरकार बनने के बाद क्रियान्वयन पर मौन धारण करना कर्मचारियों में आक्रोश का कारण बन गया है।
फेडरेशन लंबे समय से शासकीय सेवकों को केन्द्र के समान गृहभाड़ा भत्ता,अर्जित अवकाश 240 दिन के स्थान पर 300 दिन करने जैसे मुद्दों सहित शासकीय सेवक कल्याण के अनेकों मुद्दों का ज्ञापन राज्य सरकार को समय-समय पर दिया है। लेकिन सरकार कर्मचारियों के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है।
फेडरेशन से संबद्ध संगठनों के प्रांताध्यक्ष सतीश मिश्रा,आर. के. रिछारिया,युधेश्वर सिंह ठाकुर, राकेश शर्मा, लक्ष्मण भारती, आर इन ध्रुव, भागवत कश्यप मूलचंद शर्मा,हेमचारण राठौर, विंदेश्वर रौतिया,विजय लहरे,सत्येंद्र देवांगन,पंकज पांडेय,दीपचंद भारती,डी एस भारद्वाज, विश्राम निर्मलकर,हरि मोहन सिंह, दिलीप झा,वीरेंद्र नाग,ऋण राजपूत,अरुण तिवारी,मनीष ठाकुर,जय कुमार साहू,ऋतु परिहार,सुमन शर्मा,टार्जन गुप्ता,मनोज साहू ने मशाल रैली को सफल बनाने कर्मचारी जगत से आव्हान किया है।