Begin typing your search above and press return to search.

School Education Minister Gajendra Yadav: स्कूल शिक्षा मंत्री की बड़ी घोषणा...13651 स्कूलों में 9000 स्मार्ट क्लास और 4651 स्कूलों में 20 हजार कंप्यूटर लगाए जाएंगे

School Education Minister Gajendra Yadav: स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने स्कूली शिक्षा में क्वालिटी सुधार के लिए बड़ी घोषणा करते हुए बड़ी संख्या में स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर रुम बनाने का ऐलान किया है।

School Education Minister Gajendra Yadav: स्कूल शिक्षा मंत्री की बड़ी घोषणा...13651 स्कूलों में 9000 स्मार्ट क्लास और 4651 स्कूलों में 20 हजार कंप्यूटर लगाए जाएंगे
X
By Anjali Vaishnav

School Education Minister Gajendra Yadav: रायपुर। राजधानी रायपुर में आयोजित शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव शामिल हुए। दानी स्कूल में आयोजित इस स्टेट लेवल के स्कूली खेल प्रतिस्पर्धा में पूरे राज्य भर से स्कूली खिलाड़ी आए हुए थे।

समापन समारोह में बोलते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्कूल शिक्षा में सुधार के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं। विभाग द्वारा लगातार रिव्यू किया जा रहा है। सरकार की मंशा है कि स्कूली शिक्षा सिस्टम में कसावट के साथ गुणवता में गुणात्मक सुधार आए।

उन्होंने कहा कि प्रायवेट स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों के बच्चे भी कंपीटिशन में आएं, उनका लेवल बढ़े, इस दिशा में विभाग ने कोशिशें तेज कर दी है। छत्तीसगढ़ के 4824 स्कूलों को नौ हजार स्मार्ट क्लास बनाए जाएंगे। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी तरह 4651 स्कूलों में कंप्यूटर लेब बनाए जाएंगे। इसके लिए इन 4651 स्कूलों को 22 हजार कंप्यूटर सप्लाई किए जाएंगे।

इसी साल अगस्त में स्कूल शिक्षा मंत्री बने गजेंद्र यादव विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद लगातार एक्शन मोड में हैं। वे लगातार अफसरों की बैठक कर रिव्यू कर रहे हैं। बड़ी संख्या में उन्होंने कार्रवाइयां भी की है। कई जिला शिक्षा अधिकारियों को उन्होंने सस्पेंड किया तो अपने गृह जिले के ज्वाइंट डायरेक्टर को उन्होंने निलंबित कर डीपीआई में अटैच कर दिया।

स्कूल शिक्षा विभाग में बड़े रिफॉर्म की तैयारी शुरू हो गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के कड़े निर्देश के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्यभर के डीईओ,बीईओ कार्यालय के अलावा जेडी कार्यालयों को पत्र लिखकर उन अधिकारियों और कर्मचारियों को दूसरी शाखाओं में भेजने कहा है जो बरसों से एक ही जगह जमे हुए हैं। अफसर से लेकर मातहतों को नए सिरे से कामकाज सौंपने कहा गया है। शिक्षा मंत्री के कड़े तेवर के बाद खटराल अफसर व कर्मचारी जो पहुंच व रसूख के चलते एक ही जमे हुए हैं, हड़कंप मच गया है।

बता दें, स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने 25 अगस्त 2025 को स्कूल शिक्षा विभाग, 02 सितंबर 2025 को संचालक, लोक शिक्षण एवं 04 सितंबर 2025 को समग्र शिक्षा की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक ली थी। इन विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने योजनाओं का समय पर क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया है। मंत्री यादव ने राज्य कार्यालयों के अलावा जेडी से लेकर डीईओ व बीईओ कार्यालयों में कामकाज की गति तेज करने और पारदर्शिता बरतने का निर्देश देते हुए इन कार्यालयों के महत्वपूर्ण शाखाओं में बरसों से एक ही जगह रहकर काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की पहचान करने और दूसरी शाखाओं में काम सौंपने की बात कही थी। मीटिंग में मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर अब अमल होना शुरू हो गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य कार्यालयों के अलावा प्रदेशभर के जेडी, डीईओ व बीईओ कार्यालयों को पत्र लिखकर मीटिंग में मंत्री द्वारा दिए गए निर्देंशों पर काम करने की हिदातय दी है। स्कूल शिक्षा विभाग ने इन बिंदुओं पर जरुरी गाइड लाइन भी जारी कर दिया है।

संकुल समन्वयकों को पढ़ाई

मंत्री के निर्देश पर अमल हुआ तो सबसे पहले संकुल समन्वयक क्लास में नजर आएंगे। अब तक की व्यवस्था पर नजर डालें तो संकुल समन्वयकों ने तो क्लास में जाना ही छोड़ दिया था। एक तरह से इनकी पढ़ाने की आदत छूट गई थी। अब संकुल समन्वयकों को सप्ताह में चार दिन अपने स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना होगा। शेष बचे दो दिनों में संकुल विद्यालयों की अकादमिक मानीटरिंग करनी होगी। यह भी हिदायत दी गई है कि निरीक्षण के दौरान संबंधित स्कूलों के शिक्षकों के साथ शालीनतापूर्वक व्यवहार करना होगा।

ये है जरुरी निर्देश पर जिस पर हर हाल में करना है अमल

  • किसी भी प्रकार की खरीदी में सामग्री की गुणवत्ता एवं भंडार क्रय नियमों का पालन सुनिश्चित करें।
  • जिला स्तर पर समग्र शिक्षा की फाईल डीएमसी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत की जाये।
  • पीएम.श्री विद्यालय, सेजेस, इग्नाइट विद्यालयों तथा 72 मुख्यमंत्री डीएव्ही विद्यालयों को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने तथा प्रतिवर्ष 1000-1500 विद्यालयों को मॉडल विद्यालय विकसित करने एक विस्तृत कार्ययोजना एक माह में मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करें।
  • समग्र शिक्षा के माध्यम से प्राप्त होने वाली राशि के व्यय की कार्ययोजना 10 दिवस में मंत्री समक्ष प्रस्तुत करे।
  • शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
  • समस्त राज्य स्तरीय, जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में वर्षों से एक ही शाखा का कार्य देख रहे अधिकारी, कर्मचारियों का कार्य आबंटन नये सिरे से किया जाये। इस सबंध में आवश्यक निर्देश जारी करें।

उन्होंने लंबे समय से एक ही जगह जमे डीईओ और बीईओ ऑफिसों के बाबुओं को तुरंत हटाने और सेक्शन बदलने का आदेश दिया। मीटिंग में उन्होंने जब बाबुओं के बारे में पूछा कि कौन बाबू कितने दिन से कार्यरत है, तो डीईओ और बीईओ लगे बगले झांकने। इस पर मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा, तुरंत उन्हें हटाएं या उनका सेक्शन बदला जाए। असल में, मंत्री को फीडबैक मिला है कि स्कूल शिक्षा विभाग में करप्शन के लिए बहुत कुछ सालों से बीईओ, डीईओ और जेडी ऑफिस में जमे अधिकांश बाबू जिम्मेदार हैं। सहायक शिक्षकों के शिक्षक प्रमोशन के बाद नियम विरूद्ध ट्रांसफर में बाबुओं की भूमिका अहम रही। इस चक्कर में चार-चार ज्वाइंट डायरेक्टर निबट गए।

पेंशन के लिए निर्देश

स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को जानकारी मिली कि लालफीताशाही की वजह से शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन, ग्रेज्यूटी के लिए भटकना पड़ता है। मीटिंग में उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले शिक्षकों का छह महीने पहले से कागजी कार्यवाही शुरू कर दिया जाए। अब किसी शिक्षक को पेंशन के लिए भटकना नहीं चाहिए, इस तरह की शिकायत मिली तो इसके लिए बीईओ, डीईओ और जेडी जिम्मेदार होंगे।

Next Story