RI Exam Scam: घोटाले की वजह से RI परीक्षा के अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग रुकी, EOW से त्वरित जांच की मांग, डिप्टी डायरेक्टर से मिले सलेक्टेड आरआई...
RI Exam Scam: आरआई प्रमोशन परीक्षा घोटाले की वजह से परीक्षा पास कर आरआई बनने वाले अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे अभ्यर्थियों ने राजस्व विभाग से लेकर ईओडब्लू से गुहार लगाई है कि मामले की त्वरित जांच की जाए, ताकि दूध-का-दूध और पानी-का-पानी हो जाए और उनकी ट्रेनिंग शुरू हो सके। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों ने यह भी दावा किया है कि यह विवाद पटवारी संघ की गुटीय राजनीति और द्वेषपूर्ण भावना से उपजा है। उधर, विधानसभा में इस मसले पर जबर्दस्त हंगामे के बाद राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने सदन को भरोसा दिया कि आरआई परीक्षा स्कैम की जांच प्रारंभ हो गई है, इसमें किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

RI Exam Scam: रायपुर। पटवारी से आरआई प्रमोशन परीक्षा में घोटाले की खबर सबसे पहले एनपीजी न्यूज ने प्रकाशित किया। आईएएस केडी कुंजाम कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर एनपीजी न्यूज ने यह खबर प्रकाशित की थी। केडी कुंजाम कमेटी ने जांच रिपोर्ट में 22 सगे-संबंधियों को एक साथ बिठाकर परीक्षा लेने की तरफ इशारा करते हुए उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद राजस्व विभाग ने गृह विभाग को पत्र लिखा। गृह विभाग ने उसे बैरंग लौटाते हुए कहा कि जांच करना उनका नहीं, पुलिस का काम है। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हस्तक्षेप करते हुए केस को जांच के लिए ईओडब्लू को सौंप दिया।
उधर, इस घोटाले का दूसरा पहलू यह है कि इसमें बड़ी संख्या में आरआई परीक्षा पास किए अभ्यर्थियों की स्थिति गेहूं के साथ घून जैसा हो गया है। परीक्षा पास किए छह महीने गुजर जाने के बाद भी उनकी ट्रेनिंग अटक गई है। राजस्व विभाग इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।
इसको लेकर आरआई सलेक्टेड अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। उन्होंने कई मंत्रियों से मुलाकात की है। ईओडब्लू में डिप्टी डायरेक्टर से मिलकर आग्रह किया कि जल्द-से-जल्द निष्पक्ष जांच की जाए ताकि उनकी ट्रेनिंग शुरू हो सके।
सलेक्टेड आरआई संघ के पदाधिकारी एनपीजी न्यूज के दफ्तर आए थे। उन्होंने बताया कि घोटाला जैसा कुछ हुआ भी नहीं। उन्होंने कहा कि पटवारी संघ के सीनियर लोग नहीं चाहते कि परीक्षा के जरिये आरआई प्रमोशन किया जाए। वे चाहते हैं कि वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन हो, इसलिए विवाद खड़ा किया जा रहा है। सलेक्टेड आरआई धमेंद्र सिंह ने कहा कि कुल 72 अभ्यर्थी जो आपसे में रिश्तेदार थे जैसे भाई भाई, भाई बहन, पति पत्नी, एवं अन्य के परीक्षा में भाग लिया किंतु इन 72 में केवल 13 रिश्तेदारों का ही चयन हुआ। इसी का फायदा उठा कर असफल अभ्यर्थियों ने केवल सफल हुए 13 लोगो का नाम पर झूठा शिकायत कर मामले को उछाला गया किंतु 59 अभ्यर्थी जो वैसे ही रिश्तेदार थे जिनका अनुक्रमांक भी आगे पीछे थे जो असफल हुए इस को छुपा लिया गया।
जिससे कि मामला और जायदा तूल पकड़ लिया एवं मजे की बात तो रह रही कि 2018 में भी हुए इसी आरआई परीक्षा में भी इन्हीं असफल अभ्यर्थी जो संघ के पदाधिकारी है द्वारा परीक्षा दिया गया एवं वैसा ही ओएमआर शीट में मोबाइल अंकित किया था। किंतु 2018 में इनको कोई आपत्ति नहीं थी हालांकि की इस बात पर विभाग ने स्पष्ट किया कि यह विभागीय परीक्षा है सभी हमारे विभाग के कर्मचारी हैं। सभी का मोबाइल न, पता सब हमारे डाटाबेस में पहले से ही मौजूद है तो इसमें कोई गोपनीय का सवाल ही नहीं उठता।
पटवारी संघ की राजनीति
परीक्षा पास किए आरआई का कहना है, पटवारियों का एक वर्ग नहीं चाहता कि परीक्षा से प्रमोशन हो। वह सीनियरिटी के आधार पर आरआई प्रमोशन की मांग कर रहा है। इस वजह से मामले को तिल का ताड़ बनाकर पेश किया जा रहा। ताकि परीक्षा निरस्त हो जाए और उन्हें मौका मिल जाए। जबकि, घोटाला जैसा कुछ हुआ ही नहीं।
जांच कमेटी पर सवाल
आईएएस कुंजाम की कमेटी जिसे 15 दिवस में रिपोर्ट जमा करना था किंतु पटवारी संघ के पदाधिकारियों से ताल मेल बैठा कर रिपोर्ट तैयार करने में 3 माह का समय ले लिया गया एवं रिपोर्ट में 22 सफल अभ्यर्थी को आपसी रिश्तेदार बता दिया। जबकि, कुछ तो रिश्तेदार थे भी नहीं। वास्तव में 13 ही ऐसे अभ्यर्थी थे। 59 असफल रिश्तेदार अभ्यर्थियों का रिपोर्ट में जिक्र ही नहीं किया, जिससे कि झूठा शिकायत सही साबित हो सके।
ट्रेनिंग के लिए याचिका
सफल परीक्षार्थियों का आरोप है कि प्रमोशन के लिए जब हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई, तब जाकर आनन-फानन में कुंजाम कमेटी ने रिपोर्ट जमा कर दी। 134 सफल अभ्यार्थी क्षुब्ध होकर पुनः उच्च न्यायायाय में ट्रेनिंग में जाने हेतु याचिक क्रमांक 1205/2025 एवं 1206/2025 दिनांक 31/1/2025 को दायर करते है। इसी बात से पुनः नाराज होकर राजस्व विभाग ने एक बार फिर जांच को ईओडब्लू को सौंप दिया।
सफल परीक्षार्थियों की परेशान
जिन्होंने गड़बड़ियां करके आरआई का प्रमोशन ले लिया वे तो जांच के दायरे में आएंगे मगर जो साफ-सुथरे ढंग से परीक्षा उतीर्ण किए, वे मुश्किलों में फंस गए हैं। उनकी ट्रेनिंग नहीं हो पा रही। और जब तक ट्रेनिंग नहीं होगी, उन्हें आरआई की पोस्टिंग नहीं मिलेगी। यही वजह है कि वे सभी जगह जाकर अपना पक्ष रख रहे हैं। ईओडब्लू अधिकारियों से भी उन्होंने दरख्वास्त किया है कि यथाशीघ्र जांच पूरी कर दी जाए।
