Rakhi Celebration In Jail: जेल में राखी का उत्सव, सुबह 7 बजे से शाम तक बहने अपने भाइयों को बांध सकेंगी राखी, जानिए जेल ने कब तक दी है अनुमति
CG News: बिलासपुर सेंट्रल जेल में रक्षाबंधन पर्व पर बहनों को कैदी भाइयों से मिलने और राखी बांधने के लिए जेल प्रशासन ने विशेष इंतजाम किया है। कल तकरीबन 6 हजार बहनें कैदी भाइयों को राखी बांधेंगी। जेल प्रशासन ने उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए हैं।

CG News: बिलासपुर। रक्षाबंधन पर्व पर केंद्रीय जेल में बंद विचाराधीन और सजा प्राप्त कैदियों के लिए राखी बंधवाने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। जेल प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा के पुख्ता इंतजाम शुरू कर दिए हैं। कार्यक्रम शांतिपूर्वक और व्यवस्थित हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
केंद्रीय जेल के अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि जेल में वर्तमान में पुरुष बंदियों की संख्या 2823 है। अनुमान है कि राखी वाले दिन करीब छह हजार बहनें अपने कैदी भाइयों से मिलने पहुंचेंगी। कोरोना काल में यह परंपरा बंद हो गई थी। बीते वर्ष से इसे फिर शुरू किया गया है। पिछली बार कम लोगों को जानकारी थी, जबकि इस बार पूरे उत्साह के साथ आयोजन होगा।
जेल परिसर में राखी बांधने आने वाली बहनों को विशेष उपहार स्वरूप कैदी भाई पौधे देंगे। इसके लिए डीएफओ को दो हजार पौधों की मांग का पत्र भेजा गया है। कार्यक्रम के दौरान सुबह सात बजे से शाम तक राखी बांधने की अनुमति रहेगी। डॉक्टर, फर्मासिस्ट, पानी टैंकर और स्वचलित शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। महिलाओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
सुरक्षा के लिए डीएसपी के नेतृत्व में 100 पुलिसकर्मी और होमगार्ड होंगे तैनात-
सुरक्षा के लिए एसएसपी कार्यालय से एक डीएसपी स्तर के अधिकारी, 30 पुरुष व 30 महिला सिपाही, 20-20 होमगार्ड की तैनाती की मांग की गई है। जेल परिसर के अंदर पंडाल बनाए जाएंगे, जिससे आने वाली बहनों को धूप व बारिश से बचाव मिल सके। राखी के दिन कैदियों को विशेष डाइट के तहत हलवा, खीर, पुरी, चावल, दाल और रोटी परोसी जाएगी। वहीं, बहनें केवल 200 ग्राम सोनपापड़ी, सूखा रक्षासूत्र और राखी ही भीतर ले जा सकेंगी। इस दिन कई सामाजिक संगठन भी जेल आकर कार्यक्रम में भाग लेंगे। रक्षाबंधन पर केंद्रीय जेल का माहौल भावनाओं और भाई-बहन के रिश्ते की मिठास से सराबोर रहेगा, साथ ही सुरक्षा व व्यवस्था पर पूरा ध्यान रखा जाएगा।
