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Rajyotsav 2025: राज्योत्सव 2025: पुलिस विभाग की डिजिटल प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केन्द्र

Rajyotsava Me Police Bibhag Ki Digital Pradarshani: रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राज्योत्सव 2025 में पुलिस विभाग ने तकनीकी माध्यमों से अपनी उपलब्धियों सहित नवीन कानूनी प्रावधानों को डिजीटल अंदाज में पेश किया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा राज्योत्सव में इस बार दंड से न्याय की ओर परिकल्पना को साकार करते हुए पीड़ित केन्द्रित दृष्टिकोण पर आधारित नवीन कानूनों का प्रदर्शनी लगाया गया है, जो लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है और अपनी ओर ध्यान खींच रहा है।

Rajyotsav 2025: राज्योत्सव 2025: पुलिस विभाग की डिजिटल प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केन्द्र
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By Chitrsen Sahu

Rajyotsava Me Police Bibhag Ki Digital Pradarshani: रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राज्योत्सव 2025 में पुलिस विभाग ने तकनीकी माध्यमों से अपनी उपलब्धियों सहित नवीन कानूनी प्रावधानों को डिजीटल अंदाज में पेश किया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा राज्योत्सव में इस बार दंड से न्याय की ओर परिकल्पना को साकार करते हुए पीड़ित केन्द्रित दृष्टिकोण पर आधारित नवीन कानूनों का प्रदर्शनी लगाया गया है, जो लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है और अपनी ओर ध्यान खींच रहा है।



देश में आपराधिक न्याय प्रणाली को आघुनिक व पारदर्शी बनाने की दिशा में किये गये सुधारों को पुलिस एवं संबंधित विभागों द्वारा विशेष रुप से प्रदर्शित किया गया है। इन नवीन आपराधिक कानूनों का उद्येश्य निर्धारित समय पर अपराधो की जांच और निराकरण में वैज्ञानिक पद्धति से डिजीटल और फोरेंसिक साक्ष्यों को प्राथमिकता देना है, ताकि न्याय प्रणाली और अधिक त्वरित, प्रभावी और पारदर्शी हो सके।


गृह विभाग द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में पुलिस विभाग, डॉयल 112, सीन ऑफ क्राइम यूनिट, हास्पिटल, एफएसएल, अभियोजन, जिला न्यायालय, कारागृह, उच्च न्यायालय के स्टाल लगाये गये हैं। न्याय व्यवस्था के उक्त पांच प्रमुख स्तंभों की कार्य प्रणाली को नाट्य रूप में प्रस्तुत किया जाकर प्रदर्शनी को जीवंतता प्रदान करने प्रयास किया गया है, जो रोचक व आकर्षक है। प्रदर्शनी में तकनीकी अनुसंधान और समन्वय के माध्यम से अपराध जांच और न्यायालयीन प्रकिया को सटीकता के साथ प्रस्तुत किया गया है। अभियोजन और न्यायिक कार्यवाहियों की ऑनलाइन ट्रैंकिंग प्रणाली को भी बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया गया है।



प्रदर्शनी देखने आने वाले नागरिकों और छात्र छात्राओं के लिए क्विज व खेल.खेल में कानून को समझाने का एक अच्छा प्रयास किया गया है, जिसमें रोचक इंटरएक्टिव कार्यक्रम रखे गये हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से नवीन अपराधिक कानूनों के प्रावधानों को सरल और रोचक तरीके से समझाया जा रहा है। यह पहल न केवल जनजागरुकता बढ़ाने का माध्यम है, बल्कि नागरिकों में कानून के प्रति सम्मान, विश्वास और सहभागिता की भावना को विकसित करते हुए पुलिस व जनता के बीच मुधर संबंध स्थापित करने का एक अच्छा प्रयास है। 02 नवंबर को पुलिस महानिदेशक अरूण देव गौतम ने राज्योत्सव स्थल पर पहुंचकर गृह विभाग द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया।

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