Raipur News: सुबह 4 बजे बड़ी छापेमारी... जम्मू-कश्मीर, नागालैण्ड, नेपाल समेत अन्य राज्यों से आये 2013 लोगों को उठा ले गई पुलिस, 224 पर कार्रवाई, 200 मोबाइल नंबर डी-ऐक्टिव...
Raipur News: रायपुर पुलिस ने अवैध रूप से रहने वाले लोगों के खिलाफ वेरिफिकेशन अभियान चलाया गया। इस दौरान कई संदिग्ध मिले जो दूसरे राज्यों से आकर बिना आधार कार्ड, बिना पहचान के ही रह रहे थे। ऐसे ही 224 संदिग्धों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।

Raipur News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी पुलिस ने दूसरे राज्यों से संदिग्धों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। गुरूवार 30 जनवरी को रायपुर के अलग अलग क्षेत्रों में सुबह चार बजे छापामार कर पुलिस ने कुल 2013 लोगों को उठाकर सिविल लाइन लेकर आई। जहां एसएसपी डाॅ लाल उमेद सिंह की मौजूदगी में सभी से पूछताछ कर उनके बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान 224 संदिग्ध व्यक्तियों के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। इनमें से 1 व्यक्ति के खिलाफ उसके राज्य में अपराध पंजीबद्ध और एक व्यक्ति पर रायपुर के थाने में अपराध दर्ज पाया गया। पुलिस ने 200 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाइल नंबरों को भी डी ऐक्टिवेट कराया।
दरअसल, कुछ दिनों से लगातार रायपुर पुलिस को सूचना मिल रही थी कि विभिन्न राज्यों से आये बाहरी व्यक्ति रायपुर शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के विभिन्न स्थानों में बिना सूचना दिये रह रहे है। साथ ही बाहरी व्यक्ति संदिग्ध होने के साथ ही कई संदिग्ध गतिविधियों में भी शामिल है। इस सूचना पर पुलिस आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा के निर्देश व एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में कोतवाली, सिविल लाईन, आजाद चौक, पुरानी बस्ती एवं उरला के ऐसे स्थानों की रेकी कर स्थानों को चिन्हांकित किया गया।
ऑपरेशन समाधान अभियान, तड़के 4 बजे छापामार कार्रवाई
आज रायपुर पुलिस द्वारा ऐसे बाहरी संदिग्ध व्यक्तियों के विरूद्ध ऑपरेशन समाधान अभियान चलाया गया। अभियान में रायपुर पुलिस के शहर के समस्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, शहर के थानों के थाना प्रभारी, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट टीम, सायबर विंग टीम का बल सहित अन्य पुलिस बल के लगभग 350 सदस्यों की अलग-अलग टीमों द्वारा आज तड़के 4 बजे छापामार कार्रवाई की गई।
जम्मू-कश्मीर, नागालैण्ड, नेपाल, पश्चिम बंगाल समेत 2013 संदिग्ध
छापेमार कार्रवाई के दौरान विभिन्न राज्यों जिनमें पश्चिम बंगाल के 394, उत्तर-प्रदेश के 571, बिहार के 320, ओडिसा के 184, महाराष्ट्र के 110, मध्य-प्रदेश के 273, राजस्थान के 54, जम्मू-कश्मीर के 04, झारखण्ड के 71, नागालैण्ड के 01, गुजरात के 17, नेपाल के 07 एवं दिल्ली के 07 निवासियों सहित कुल 2013 व्यक्तियों को रक्षित केन्द्र लाया गया। सायबर विंग एवं चिप्स की टीम द्वारा एप व बायोमैट्रिक के माध्यम से व्यक्तियों का वेरीफिकेशन किया गया। साथ ही इनका आधार सहीं है अथवा नहीं, इसके साथ ही उनका फार्म भरवाया गया और उनकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई। लगभग 90-95 प्रतिशत बाहरी व्यक्तियों द्वारा रायपुर में निवास करने संबंधी जानकारी संबंधित थानों में नहीं दी गई है। तस्दीक करने पर कुछ व्यक्ति संदिग्ध पाये गये जिनके पता व वास्तविक निवास के पता में भिन्नता पायी गई है। ऐसे संदिग्धों के विरूद्ध संबंधित थानों में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
अपराधों के संबंध में ली जा रही जानकारी
उक्त समस्त बाहरी व्यक्तियों का एस.एस. रोल जारी कर संबंधित राज्यों के संबंधित थानों में भेजा जा रहा है, ताकि इनके संबंध में जानकारियां एकत्रित किया जा सके, कि यह व्यक्ति किसी प्रकार के अपराधों में संलिप्त तो नहीं रहे है, चूंकि पिछले दिनों लगातार देखा जा रहा था कि विभिन्न थाना क्षेत्रों में बाहरी राज्यों के व्यक्ति विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्य करते हुये चोरी, लूट सहित अन्य घटनाओं में संलिप्त रहे है जिनको पुलिस द्वारा पकड़ा गया है।
अभियान में ऐसे व्यक्ति जो फेरीवाले एवं घुमंतु प्रवृृत्ति के थे, जो रायपुर में निवास करने एवं अपनी गतिविधियों संबंधी संतोषप्रद जवाब नहीं दिये ऐसे 224 संदिग्ध व्यक्तियों के विरूद्ध शहर के संबंधित थानों में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् कार्यवाही किया गया। इसके अतिरिक्त 01 व्यक्ति के विरूद्ध उसके राज्य के थाना में अपराध पंजीबद्ध है तथा 01 व्यक्ति हाल ही में रायपुर के थाना में दर्ज हुये मामले का आरोपी है।
इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति जिनके आधार नंबर को चेक करने पर उनकी बिना जानकारी के उनके आधार नंबर का उपयोग कर किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा मोबाईल नंबर आबंटित कराया गया था, ऐसे लगभग 200 से अधिक संदिग्ध मोबाईल नंबरों को डी-ऐक्टिवेट कराया गया।
रायपुर पुलिस के अभियान ऑपरेशन समाधान से निश्चित रूप से अपराधों में अंकुश लगेगा तथा रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।