Raipur News: राजिम कुंभ कल्प 2024: जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी से लोगों को मिल रही शासकीय योजनाओं की जानकारी...
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रायपुर। राजिम कुंभ कल्प 2024 मेला में लोगों को शासकीय योजनाओं की जानकारी देने जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी से मेला आगंतुकों को एक ही स्थान पर विभिन्न योजनाओं की जानकारी सरल और सुलभ तरीके से मिल रही है। प्रदर्शनी को मोदी की गारंटी और विष्णु का सुशासन थीम पर आकर्षक रूप से सजाया गया है। मेला आने वाले लोग प्रदर्शनी डोम में विभिन्न योजनाओं की जानकारी एलईडी में देख पा रहे है।
एलईडी डिस्प्ले से वीडियो के माध्यम से योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी स्थल में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री साय के छायाचित्र के साथ फोटो खींचाकर तत्काल निशुल्क मोबाइल में प्राप्त करने की भी सुविधा उपलब्ध है। लोग बड़ी संख्या में आकर योजनाओं की जानकारी लेने के साथ पीएम और सीएम के साथ फोटो खिंचवा रहे है। मेला आगंतुक प्रदर्शनी स्थल में शासन द्वारा 18 लाख परिवारों के आवास स्वीकृति, महतारी वंदन योजना के तहत विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपए की सहायता, रामलला दर्शन योजना, तेंदूपत्ता का खरीदी दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5500 रुपए प्रति मानक बोरा, 50 लाख से अधिक नल जल कनेक्शन, युवा शक्ति को शासन द्वारा पुलिस भर्ती में दिए गए आयु सीमा में छूट एवं सीजीपीएससी में अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई जांच का निर्णय आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर रहे है।
साधु संत भी पहुंच रहे प्रदर्शनी स्थल तक- राजिम कुंभ कल्प में देशभर से साधु संतो का आगमन शुरू हो गया है। आगंतुक संत जन मेला स्थल का भ्रमण करने के साथ जनसंपर्क प्रदर्शनी स्थल तक भी पहुंच कर योजनाओं के बारे में जानकारी ले रहे है। साथ ही राजिम मेला को पुनः राजिम कुंभ कल्प के रूप में आयोजित करने के लिए सरकार की प्रशंसा भी कर रहे है। इसी तारतम्य में सिद्धिविनायक आश्रम से आए साधुओं ने प्रदर्शनी स्थल में आकर योजनाओं की जानकारी ली। साथ ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा भी की। इसी प्रकार रानीपरतेवा से आए ग्रामीण मिथलेश सेन ने शासन द्वारा 18 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। उनके परिवार के रहने के लिए पक्का आवास बन चुका है।