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PM Narendra Modi Raipur Visit: 19 ट्वीट: रायपुर से लौटने पर PM मोदी का बैक-टू-बैक 19 ट्वीट, छत्तीसगढ़ की मिट्टी, मेहनत और मन को किया सैलूट, देखिए ट्वीट

PM Narendra Modi Raipur Visit: PM मोदी का कल का रायपुर विजिट ऐतिहासिक रहा। छत्तीसगढ़ की धरती पर ‘मोदी संवाद’ का संदेश, छत्तीसगढ़ की धड़कनों में बसने लगा देश का दिल

PM Narendra Modi Raipur Visit: 19 ट्वीट: रायपुर से लौटने पर PM मोदी का बैक-टू-बैक 19 ट्वीट, छत्तीसगढ़ की मिट्टी, मेहनत और मन को किया सैलूट, देखिए ट्वीट
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By anil tiwai

PM Narendra Modi Raipur Visit: रायपुर। एक नवंबर 2025, छत्तीसगढ़ के इतिहास का एक असाधारण दिन बन गया। राज्य निर्माण की रजत जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन केवल एक औपचारिक भागीदारी नहीं था, बल्कि एक जीवंत संवाद था जनता, संस्कृति और आत्मा से जुड़ने का। यह दौरा जितना प्रतीकात्मक था, उतना ही रणनीतिक भी। क्योंकि यह पहली बार हुआ जब प्रधानमंत्री ने किसी राज्य के दौरे के बाद एक नहीं, बल्कि उन्नीस ट्वीट लगातार किए और हर ट्वीट में छत्तीसगढ़ की मिट्टी, मेहनत और मन को सलाम किया। इस ट्वीट में शामिल है छत्तीसगढ़ में हुए गरिमामय आयोजन की तस्वीरें और वीडियो।

मोदी का छत्तीसगढ़ प्रवास केवल कार्यक्रमों की श्रृंखला नहीं था, बल्कि पांच मंचों से दिया गया एक व्यापक संदेश था, विकास के साथ संवेदना की भी ज़रूरत है। सत्य साईं हॉस्पिटल में बच्चों से मुलाकात ने प्रधानमंत्री के राजनीतिक व्यक्तित्व से परे एक मानवीय चेहरा दिखाया। बच्चों से उन्होंने दोस्त की तरह बातें कीं, उन्हें हौसला दिया, पुचकारा ये दृश्य बताता है कि नेतृत्व केवल भाषणों से नहीं, बल्कि संवाद से गढ़ा जाता है। ब्रह्मकुमारी ध्यान केंद्र में मोदी का स्वर बदल गया। वहां उन्होंने शांति, अहिंसा और अध्यात्म की बात की। एक ऐसे समय में जब समाज तनाव और टकराव से जूझ रहा है, प्रधानमंत्री ने आध्यात्मिक जीवनशैली को आधुनिक विकास के साथ जोड़ने का संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आत्म-संतुलन और मानसिक शांति के बिना प्रगति अधूरी है। यह भाषण केवल धार्मिक विमर्श नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन का भी सूत्र था। तीसरा और सबसे प्रतीकात्मक कार्यक्रम नए विधानसभा भवन का उद्घाटन। यहां प्रधानमंत्री ने उस लोकतांत्रिक भावना को रेखांकित किया, जो किसी राज्य की आत्मा होती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा केवल विधेयक पारित करने की जगह नहीं, बल्कि जनता के सपनों को आकार देने का मंदिर होनी चाहिए। यह संदेश सिर्फ छत्तीसगढ़ के लिए नहीं, पूरे भारत के लोकतंत्र के लिए था। मात्र छह घंटे के भीतर पांच बड़े कार्यक्रमों में शामिल होना किसी भी प्रधानमंत्री के लिए एक अभूतपूर्व सक्रियता है। और फिर उसके बाद उन्नीस ट्वीट्स। हर ट्वीट में छत्तीसगढ़ के गौरव, जनता के जज्बे और प्रदेश की उपलब्धियों का उल्लेख। यह न केवल मोदी की कार्यशैली का प्रतीक है, बल्कि डिजिटल युग के नेतृत्व का नया प्रारूप भी है, जहां प्रधानमंत्री मंच से उतरने के बाद भी संवाद समाप्त नहीं करते। छत्तीसगढ़ की रजत जयंती पर यह दौरा केवल जश्न नहीं, बल्कि दिशा देने वाला अवसर था। एक ऐसा संदेश, जो यह याद दिलाता है कि छोटे राज्य भी बड़े संकल्पों का केंद्र बन सकते हैं। मोदी ने जिस तरह छत्तीसगढ़ की प्रशंसा की, उससे स्पष्ट है कि यह राज्य अब राष्ट्रीय विकास की कहानी में केंद्र नहीं, नायक की भूमिका में है। छत्तीसगढ़ के लिए यह केवल प्रधानमंत्री का दौरा नहीं था। ये संवाद, संस्कार और संकल्प का संगम था। जब किसी राज्य की रजत जयंती पर प्रधानमंत्री के उन्नीस संदेश गूंजें, तो समझ लीजिए कि देश का दिल अब धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ की धड़कनों में बसने लगा है।

देखें प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट





















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