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PM Narendra Modi Raipur Visit: PMO की पैनी नजर रही, अफसरों की रतजगा, छह घंटे में पांच प्रोग्राम, PM मोदी का रौं में भाषण, ऐतिहासिक VVIP विजिट और थैंक्स गॉड

PM Narendra Modi Raipur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कल का रायपुर दौरे को ऐतिहासिक माना जा रहा है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में यह पहला मौका होगा, जब साढ़़े छह घंटे के भीतर मोदी जैसे प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े पांच प्रोग्राम हुए और वो भी बिना किसी विघ्न-बाधा के। अफसरों की टीम रात चार बजे तक जागती रही।

PM Narendra Modi Raipur Visit: PMO की पैनी नजर रही, अफसरों की रतजगा, छह घंटे में पांच प्रोग्राम, PM मोदी का रौं में भाषण, ऐतिहासिक VVIP विजिट और थैंक्स गॉड
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By Anjali Vaishnav

PM Narendra Modi Raipur Visit: रायपुर। बिहार में चुनाव प्रचार छोड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल छत्तीसगढ़ को इंपॉर्टेंस देते हुए कल करीब साढ़े छह घंटे रायपुर में रहे। इस दौरान उन्होंने पांच बड़े कार्यक्रमों में शिरकत की। पीएम मोदी का रायपुर दौरा इस मायने में ऐतिहासिक कहा जा रहा कि इससे पहले एक विजिट में किसी पीएम का पांच कार्यक्रम नहीं हुआ। वो भी मात्र साढ़े छह घंटे के भीतर। उस पर भी तीन में ठीकठाक उद्बोधन। एक रोड शो। हॉस्पिटल में उपचार प्राप्त बच्चों से संवाद। उनसे घुलमिलकर बात और दिल्लगी। भाषण भी चलताउ या निबटाने वाला नहीं, बल्कि पूरे मनोयोग से। कहने का आशय यह है कि इतना टाईट प्रोग्राम होने के बाद भी किसी को निबटाया नहीं, बल्कि सभी कार्यक्रमों में बड़े शिद्दत से हिस्सा लिया, एक-एक चीजों को चाव से देखा। आदिवासी संग्रहालय में उनका भाषण नहीं था, मगर उन्होंने काफी दिलचस्पी दिखाई।

छत्तीसगढ से लगाव

एयरपोर्ट पर विमान से उतरते ही उन्होंने बीमार चल रहे प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल और पंडवानी गायिका पद्यश्री तीजन बाई से फोन पर बात कर बताने का प्रयास किया कि छत्तीसगढ़ को लेकर वे काफी संवेदनशील हैं। अपने उद्बोधन में पीएम मोदी ने कहा भी...कार्यक्रता के तौर पर पूरा छत्तीसगढ़ उनका देखा हुआ है।

पीएमओ से सिक्यूरिटी की मॉनिटरिंग

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का पूरा नियंत्रण आजकल पीएमओ के हाथ में होता है। खासकर, सिक्यूरिटी का। पीएमओ कई दिन से रायपुर के कलेक्टर, एसपी के सीधा संपर्क में रहा। बता दें, प्रधानमंत्री का प्रोग्राम और सिक्यूरिटी के लिए पीएमओ ही नहीं, बल्कि एसपीजी वाले कलेक्टर और एसपी से सतत् संपर्क में रहते हैं।

पांच प्रोग्राम, ऐतिहासिक भीड़

पहली बार राज्योत्सव का कार्यक्रम शाम की बजाए अपरान्ह हुआ, इसलिए अबकी भीड़ भी काफी जुटी थी। सरकारी सूत्रों का दावा तो दो लाख का है। वैसे नवा रायपुर की सड़कों पर लोगों का रेला लगा था। पीएम के रवाना होने के दो घंटे बाद भी सड़कें लोगों से अटी हुईं थीं।

अलग रौं में भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैसे प्रभावशाली वक्ता हैं मगर कल उन्होंने और जुदा अंदाज में भाषण दिया। सत्य साईं हॉस्पिटल में उन्होंने बच्चों से दोस्तों की तरह बातें की, उनका हौसला बढ़ाया, पुचकारा। इसके बाद ब्रम्हकुमारी ध्यान केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम में शांति, अहिंसा, अध्यात्म और लाइफस्टाईल से जुड़ी बातें की। उन्होंने आचरण के महत्व को सारगर्भित ढंग से समझाया। विधानसभा भवन के कार्यक्रम में उन्होंने संसदीय भवनों की अहमियत को रेखांकित करते हुए बताया कि विधानसभा आम आदमी के सपनों को पूरा करने वाली इमारत बनें। विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 रमन सिंह की तुलना उन्होंने क्रिकेट से करते हुए कहा कि क्रिकेट में कैप्टेन खिलाड़ी बनकर टीम में खेलता है, उसी तरह रमन सिंह 15 साल सीएम रहने के बाद अब खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं।

कोई थकान नहीं

पीएम मोदी का विमान दस मिनट पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर उतर गया था। इसके बाद वे लगातार छह घंटे कार्यक्रम करते रहे। बावजूद इसके उनके चेहरे पर कोई थकान नहीं थी। राज्योत्सव में लगे स्टॉलों को उन्होंने बड़ी उत्सुकता से देखी। खासकर, डिजिटल और पुलिस के स्टॉल में वे करीब 13 मिनट रहे। इस चक्कर में राज्योत्सव का कार्यक्रम थोड़ा विलंब भी हुआ।

अफसरों के लिए परीक्षा

चूकि छत्तीसगढ़ में नरेंद्र मोदी जैसे वीवीआईपी का इतना टाईट प्रोग्राम हुआ नहीं था, इसलिए अफसरों के चेहरे पर हफ्ते भर से हवाइयां उड़ रही थीं। चीफ सिकरेट्री खुद कई दौर की बैठक ले चुके थे। सीएम सचिवालय से लेकर रायपुर के कलेक्टर, एसपी के लिए बड़ी चुनौती थी। अभी तक पीएम के एक प्रोग्राम होते थे। सो, एयरपोर्ट पर रिसीव कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने का टास्क होता था। इस बार पीएम को नवा रायपुर की सड़कों पपर 59 किलोमीटर का चक्कर, फिर-फिर पांच-पांच प्रोग्राम। अफसरों को तनाव इतना था कि कल पीएम मोदी दिल्ली के लिए उड़े तो अफसरों ने कहा...थैंक्स गॉड।

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