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Pandit Pradeep Mishra: पंडित प्रदीप मिश्रा बोले, अपने बच्चों को शिवाजी, महाराणा प्रताप, झांसी की रानी बनाएं, लाल ड्रेस और टोपी पहनाकर जोकर नहीं...

Pandit Pradeep Mishra: पंडित प्रदीप मिश्रा का 24 दिसंबर से लेकर 30 दिसंबर तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है। आज कथा के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि हिंदुओं का नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा में आता है। 31 दिसंबर को भी जिन्हें नव वर्ष मनाना है वो शराब की दुकानों में नहीं बल्कि मंदिरों में मनाए।

Pandit Pradeep Mishra: पंडित प्रदीप मिश्रा बोले, अपने बच्चों को शिवाजी, महाराणा प्रताप, झांसी की रानी बनाएं, लाल ड्रेस और टोपी पहनाकर जोकर नहीं...
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By NPG News

Pandit Pradeep Mishra: रायपुर। पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने बड़ी बात कही है। उन्होंने नव वर्ष मंदिरों में मनाने को कहा हैं। प्रदीप मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म सर्वश्रेष्ठ धर्म है। से मजबूत करने का प्रयास हम सभी को करना चाहिए। प्रदीप मिश्रा ने कहा कि 31 दिसंबर को शराब की बोतल खुलती है और चैत्र नव वर्ष में गंगाजल खुलता है। इसलिए सभी सनातनी नव वर्ष को मंदिर और शिवालय जाएं।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि बच्चों को लाल ड्रेस और टोपी पहन कर जोकर की तरह बना उनका मजाक मत बनाइए। अपना धर्म सर्वश्रेष्ठ है इसे छोड़कर अन्य धर्म के पालन करने की आवश्यकता नहीं है। लाल ड्रेस टोपी पहनने की बजाय अपने बच्चों को हमारे धर्म के वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप और झांसी की रानी के कपड़े पहनाइए। उन्होंने कहा कि कैलेंडर बदलने वाला नव वर्ष बीयर बार और शराब की दुकानों की बजाय शिव मंदिरों में जाकर समय व्यतीत करें।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि 31 दिसंबर के बाद केवल कैलेंडर बदलता है, वर्ष नहीं। इसमें कोई परिवर्तन नहीं आता है न ही ऋतु में न ही पर्यावरण में। जबकि हिंदू नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को आता है। इस समय भारत भूमि पर नया मौसम आता है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जब बसंत बदले, मेरे भारत की भूमि की हरियाली बदले,चेहरे की रौनक बदले, आपका दिल प्रफुल्लित हो,तब नव वर्ष आता है। अंग्रेजी नव वर्ष में कुछ नहीं बदलता। आप वैसे की वैसे ही रहते हैं।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि 31 दिसंबर को लोकसभा की बोतल खोलकर नव वर्ष मनाते हैं जबकि चैत्र नव वर्ष में गंगाजल के साथ लोग नव वर्ष मनाते हैं। सनातन धर्म के लोग चैत्र नव वर्ष में मंदिर और शिवालय जाते हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा ने आगे कहा कि आप सभी सनातन धर्म से जुड़े लोग 31 दिसंबर को नववर्ष मना रहे हो तो जरूर मनाओ पर शराब की दुकानों की बजाय महाकाल की भूमि और कुबरेश्वर धाम पर जाकर मनाए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में भी चंपारण का चम्पेश्वर महादेव, राम मंदिर और के प्राचीन शिव मंदिर है। वहां जाकर सनातनियों को नववर्ष मनाना चाहिए।

धर्म पर अडिग रहने की कहीं बात:–

पंडित प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म का प्रचार करते हुए कहा कि सनातन धर्म को मजबूत करने का प्रयास सभी सनातनियों को करना चाहिए। किसी भी लोभ– प्रलोभन में आए बिना रुखा– सुखा खाकर अपने धर्म पर अटल रहना चाहिए। दुनिया की चमक–धमक देख और लालच में पड़ सनातन धर्म को छोड़ अन्य धर्म में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने गुरु नानक देव जी से प्रेरणा लेकर सनातन धर्म की रक्षा करने की प्रेरणा दी। पंडित प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म को सबसे बड़ा बताया।

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