OP Chaudhari Budget 2025: तीन रात जागकर ओपी चौधरी ने लिखा 100 पेज का बजट, फोन पर मां से आर्शीवाद लेकर रवाना हुए विधानसभा
OP Chaudhari Budget 2025: छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राज्य की आर्थिक हालत बहुत अच्छा न होने के बाद भी लगभग सभी वर्गों को कुछ-न-कुछ देने की कोशिशें की। कर्मचारियों के डीए का ऐलान किया, तो छोटे व्यापारियों को उन्होंने जीएसटी की पेचिदगियों से दूर कर दिया। एनपीजी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बजट से राज्य के विकास को न केवल पंख लगेंगे बल्कि, युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। होम स्टे पॉलिसी से गांवों में आत्मनिर्भरता आएगी...शहरों की तरफ पलायन भी बंद होगा।

OP Chaudhari Budget 2025: रायपुर। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ने आज विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए एक नया इतिहास बना दिया। उन्होंने टाईप किया हुआ बजट पढ़ने की बजाए 100 पेज का स्वलिखित बजट पढ़ा। देश में अभी तक किसी वित्त मंत्री ने स्वलिखित बजट नहीं पढ़ा है। लिहाजा, सोशल मीडिया में हस्तलिखित बजट आज ट्रेंड करने लगा।
हालांकि, 100 पेज का बजट लिखना आसान नहीं था। वित्त मंत्री ओपी चौधरी को इसके लिए लगातार तीन रात जागना पड़ा। रोज 30 से 35 पेज उन्होंने अपने हाथ से लिखा।
दिक्कत यह थी कि एकाध अक्षर या एक लाईन गड़बड़ तो फिर से उसे लिखना। इसलिए क्योंकि, बजट की कॉपी सरकारी दस्तावेज बन जाता है। सो, साथ-सुथरा भी लिखना था। घिसटौवा भी नहीं...क्योंकि, विधानसभा में कैमरे के सामने उसे पढ़ना था।
जाहिर है, ओपी हिन्दी के स्टूडेंट रहे हैं। यूपीएससी में हिन्दी सब्जेक्ट से उन्होंने आईएएस की परीक्षा क्लियर किया था। इसलिए भाषा भी अच्छी है और लिखावट भी। बजट लेखन में इसका उन्होंने बखूबी इस्तेमाल किया।
शिव की पूजा और मां का आर्शीवाद
विधासभा के लिए निकलने से पहले ओपी चौधरी ने घर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। इसके बाद मां से फोन से आर्शीवाद लिया। मां उनकी पैतृक गांव बायंग में रहती हैं। इसके बाद वे वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे।
युवा और बेरोजगारी
ओपी चौधरी ने युवाओं और बेरोजगारी को बजट के केंद्र में रखा। एनपीजी न्यूज ने फोन पर उनसे पूछा कि बजट में वह कौन सी घोषणाएं हैं, जिससे ओपी चौधरी को सुकून मिला होगा? ओपी चौधरी ने कहा कि बजट की सारी घोषणाएं महत्वपूर्ण हैं।
फिर भी मोबाइल टावर योजना और नर्सिंग कालेजों की संख्या 8 से बढ़ाकर 20 करना उन्हें अच्छा लगा। राज्य बनने के 24 साल में 8 नर्सिंग कॉलेज खुले थे, इस बार एक साथ 12 खोलने का प्रावधानप किया गया है। नर्सिंग की इस समय काफी डिमांड है। नर्सिंग करने के बाद कम-से-कम कोई रोजगार के लिए भटकेगा नहीं।
रोजगार पर फोकस
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बजट में इंडस्ट्री का बजट बढ़ाकर दुगुना किया गया है। इस बार छूट को बेरोजगारी से जोड़ा गया है। जो इंडस्ट्री जितना अधिक युवाओं को नौकरी देगा, उस हिसाब से उसे छूट मिलेगी। सरकार का प्रयास है कि उद्योगों में अधिक-से-अधिक रोजगार का सृजन हो, ताकि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार मिले।
होम स्टे पॉलिसी
ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पहली बार होम स्टे पॉलिसी बनाने जा रही है। इस पॉलिसी पर अगर ढंग से क्रियान्वयन हो गया तो गांवों की दशा और दिशा बदल जाएगी। कई देशों में होम स्टे पॉलिसी से वहां की अर्थव्यवस्था बदल गई।
छत्तीसगढ़ की होम स्टे पॉलिसी के लिए विषय विशेषज्ञों से बात कर ली गई है। गांवों के एक व्यक्ति को छह होम स्टे पॉलिसी बनाने का अवसर मिलेगा। इसे बनाने के लिए राज्य सरकार 50 परसेंट सब्सिडी देगी। सरकार ग्रामीणों को बैंक से लोन दिलाएगी और लोन का इंटरेस्ट भी सब्सिडछी के तौर पर देगी। इससे खासकर, बस्तर के लोगों को काफी फायदा होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि बस्तर अब नक्सलमुक्त हो रहा है। बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता किसी से छिपी नहीं है। बस्तर में जल्द ही बड़ी संख्या में सैलानियों की आवाजाही प्रांरभ हो जाएगी। होम स्टे से बस्तर के गांवों की अर्थव्यवस्था बदल जाएगी।