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NEOM Stadium Saudi Arabia: आसमान में तैरता हुआ दुनिया का पहला स्काई स्टेडियम, जानिए NEOM Stadium की खास बातें

NEOM Stadium Saudi Arabia: विश्व स्तर पर जब भी अधोसंरचना विकास की बात की जाती है तो अरब देश जैसे यूएई और सऊदी अरब का नाम जरूर लिया जाता है। यहां बनने वाला स्टेडियम, दुनिया का पहला स्काई स्टेडियम होगा।

NEOM Stadium Saudi Arabia: आसमान में तैरता हुआ दुनिया का पहला स्काई स्टेडियम, जानिए NEOM Stadium की खास बातें
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By Chirag Sahu

NEOM Stadium Saudi Arabia: विश्व स्तर पर जब भी अधोसंरचना विकास (infrastructure development) की बात की जाती है तो अरब देश जैसे यूएई और सऊदी अरब का नाम जरूर लिया जाता है। अभी तक आपने फिल्मों में ही खिलाड़ियों को हवा में खेलते हुए देखा होगा लेकिन सऊदी अरब अब इस कल्पना को हकीकत में बदलने जा रहा है। यहां बनने वाला स्टेडियम, दुनिया का पहला स्काई स्टेडियम होगा।

हवा में बनेगा स्टेडियम

यह स्टेडियम सऊदी अरब के नियोम नामक एक नए स्मार्ट शहर में बनाया जाएगा। इस स्टेडियम की सबसे खास बात यह है कि यह रेगिस्तान की सतह से 350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित होगा। यह फ्रांस के प्रसिद्ध एफिल टॉवर की ऊंचाई से भी अधिक है। यह एक पूरा फुटबॉल स्टेडियम है, जिसमें 46,000 दर्शक बैठ सकते हैं। इस प्रोजेक्ट में 1 अरब अमेरिकी डॉलर निवेश की योजना है। इस स्टेडियम को फंडिंग सऊदी सॉवरेन वेल्थ फंड द्वारा किया जा रहा है जो सऊदी अरब सरकार का मुख्य पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (PIF) है।

कब पूरा होगा इसका निर्माण

यह स्टेडियम द लाइन शहर के अंदर बनने वाला है। हालांकि स्टेडियम का मुख्य निर्माण 2027 में शुरू होने वाला है, लेकिन द लाइन परियोजना का प्रारंभिक काम 2022 के अंत में ही शुरू हो गया था। स्टेडियम के पूरा होने का लक्ष्य 2032 तक रखा गया है। यह समय सीमा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सऊदी अरब 2034 में फीफा विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है। इस टूर्नामेंट के लिए NEOM Stadium एक प्रमुख स्थल होगा। स्टेडियम तक इतने ऊपर पहुंचने के लिए ऑटोमेटेड पॉड्स का उपयोग किया जाएगा, जो कि पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी पर कार्य करने वाला है।

क्या है द लाइन शहर प्रोजेक्ट

नियोम स्टेडियम को जानने से पहले हमें द लाइन शहर की अवधारणा को समझना होगा। द लाइन शहर में 9 मिलियन यानी 90 लाख लोग रह सकेंगे लेकिन इसका पूरा भूमि क्षेत्र केवल 34 वर्ग किलोमीटर होगा। इस शहर में कोई पारंपरिक सड़क नहीं होगी, न कोई कार, न कोई प्रदूषण होगा। पूरा शहर तकनीक से संचालित होगा। जिसका मतलब है कि कंप्यूटर आधारित तकनीक से शहर खुद को प्रबंधित करेगा।

यह 170 किलोमीटर लंबी वर्टिकल (ऊपर से नीचे) सिटी होगी, जो कुतुब मीनार से भी ऊंची बनाई जाएगी और पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करेगी। यह शहर कांच की ऊंची सीधी दीवारों की तरह बनाया जाएगा। सऊदी अरब अपनी तेल संपदा की निर्भरता को कम करने के लिए इस प्रकार के अनोखे और अविश्वसनीय पर्यटन स्थलों और शहरों को तैयार कर रहा है।

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