Narayanpur Naxal Oparation 2024: 40 टीम, 1600 जवान, 25 साल में पहली बार फोर्स पहुंची घोर नक्सल क्षेत्र में, 5 नक्सलियों को ढेर करने में ऐसे मिली कामयाबी
Narayanpur Naxal Operation 2024: गहरी खाई और वाटर फॉल को पार कर बिना खाये लड़ते रहे नक्सलियों से...
Narayanpur Naxal Oparation 2024 रायपुर/नाराणपुर। छत्तीसगढ़ के नाराणपुर में 30 जून से 2 जुलाई तक चले नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों की टीम ने मुठभेड़ खत्म कर पांच नक्सलियों को मार गिराया। साथ ही 1 नक्सली को अरेस्ट और दो को घायल हालत में पकड़ा। फोर्स नक्सलियों के शव को लेकर वापस नाराणपुर लौट चुकी है। संयुक्त बल के साथ चलाये गये इस ऑपरेशन में 40 टीम के 1600 जवान शामिल थे। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हमारे जवानों को कई दिक्कतो का सामना करना पड़ा।
अफसर बताते हैं कि जिस जगह पर नक्सलियों के खूंखार कमांडर मौजूद थे, वो इलाका छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर स्थित है। यह इलाका माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी, ग्राम हिकुलनार-घंमडी के घोर नक्सल वाले इलाकों में आता है। NPG की टीम को मुठभेड़ में शामिल अफसरों ने बताया कि इस इलाके में नक्सलियों की अच्छी पैठ है और इस इलाके में करीब 25 साल बाद पहली बार फोर्स पहुंची थी। इन इलाकों तक पहुँचाने के लिए नक़्शे का सहारा लिया गया था। साथ ही रास्तों के बारे में भी अच्छे से जानकारी इकठ्ठा की गई थी।
गहरी खाई व वाटर फॉल को पार कर पहुंचे नक्सलियों के गढ़
अभियान की शुरुआत में जवानों को इन इलाकों तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। चूँकि इन दिनों नारायणपुर में लगातार बारिश भी हो रही है। बारिश के चलते जवानों को मूवमेंट लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुरक्षाबलों ने अभियान के दौरान कई खाई और वाटर फॉल को पार किया। इतना ही नहीं झमाझम बारिश के चलते जवानों ने खाने के लिए जो खाना रखा था वह भी ऑपरेशन के पहले ही दिन ख़राब हो गया था। इसके बावजूद भी जवानों ने पूरे आत्मविश्वास के साथ नक्सलियों से लोहा लिया और परिणाम ये रहा की हमारे जवानों ने बिना किसी नुकसान के उस इलाके में मौजूद नक्सलियों को खदेड़ दिया।
अफसर पल पल की ले रहे थे जानकारी
72 घंटे तक चले इस पूरे ऑपरेशन की माॅनिटरिंग बस्तर रेंज आईजी सुन्दरराज पी कर रहे थे। वहीँ, मुठभेड़ की कमान नाराणपुर एसपी प्रभात कुमार और दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय द्वारा संभाली गई थी। साथ ही इस अभियान में खुद आईपीएस एडिशनल एसपी रोबिनसन गुडियो भी शामिल थे, जो मौके पर इन टीमों का नेतृत्व कर रहे थे।
जानिए घटनाक्रम
दरअसल, बस्तर संभाग अंतर्गत विगत महीनों में प्रभावी रूप से नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी के तहत माड़ से नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से नारायणपुर पुलिस के द्वारा पिछले चार महीने से नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 30 जून 2024 को जिला नारायणपुर के माड़ क्षेत्र में माड़ कुतुल एरिया कमेटी ग्राम जटवर, हिकुलनार, घमंडी एवं आसपास क्षेत्र में नक्सलियों के सचिव रनिता उर्फ जयमती, CCM सोनू , CCM कोसा, अरुण, राधिका, अरब, सुखलाल व कम्पनी नम्बर 1 एवं अन्य माओवादी कैडरों की उपस्थिति की सूचना पर संयुक्त बल रवाना किया गया था।
जवानों से घिरता देख भाग निकले नक्सली
इस अभियान में नारायणपुर डीआरजी, दंतेवाडा डीआरजी, जगदलुपर डीआरजी, कोण्डागांव डीआरजी, एसटीएफ बघेरा तथा आईटीबीपी 53वीं वाहिनी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी का संयुक्त बल शमिल थी। ऑपरेशन के दौरान 30 जून को शाम 5 बजे से ग्राम हिकुलनार-घमंडी के जंगल पहाड़ में नक्सलियों को आते देख माओवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू की। पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल मोर्चा सँभालते हुए जवाबी फायरिंग की गई। रूक-रूककर अलग-अलग टीमों के साथ लगातार 48 घंटों तक मुठभेड़ हुआ। मुठभेड़ के दौरान खुद को घिरता देख नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग निकले।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर 5 पुरूष माओवादी का शव व 1 नग .303 रायफल, 02 नग 315 बोर रायफल, 02 नग मजल लोडिंग रायफल, 1 नग बीजीएल लांचर, बीजीएल सेल 6 नग एवं भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया गया। घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिये जिससे आशंका जताई जा रही है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में नक्सली घायल हुए है।
60 दिनों के भीतर पांचवी बड़ी सफलता
नारायणपुर पुलिस के नक्सल विरोधी “माड़ बचाओ अभियान” के 60 दिनों के भीतर पांचवी बड़ी सफलता है। ज्ञात हो की हो की 30 अप्रैल काकुर-टेकमेटा में, 24 मई को रेकावाया में, 8 जून को ईरपनार-भट्बेड़ा, 15 जून को कोड़तामरका में इसी अभियान के तहत बड़ी सफलता मिल चुकी है।
बता दें, लगभग 40 साल से माड़ नक्सलवाद हिंसा व भय से ग्रस्त है लेकिन अब यहाँ के मूलवासी एवं ग्रामीण हिंसा भय एवं नक्सलवाद से मुक्त माड़ की कल्पना कर रहे हैं। नक्सल विरोधी सफल अभियानों से विकास को गति मिल रही है। बल्कि आदिवासी एवं ग्रामीणों को विचारों की अभिव्यक्ति मिल रही है।
मारे गये नक्सलियों के नाम व पद
1. राकेश उम्र करीबन 35 वर्ष पद पीएलजीए कम्पनी नम्बर01 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर, ईनामी- 8 लाख।
2- कोंडा तोगड़ा उम्र करीबन 30-35 वर्ष पद- पीएलजीए कम्पनी नम्बर 01 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर,ईनामी- 8 लाख।
3- एडमा वड्डे उम्र करीबन 40 वर्ष पद- पीएलजीए कम्पनी नम्बर 01 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर, ईनामी- 8 लाख।
4- कमलू वड्डे उम्र करीबन 40 वर्ष पद- पीएलजीए कम्पनी नम्बर 01 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर, ईनामी- 8 लाख।
5- फरसा तुमड़ा उम्र करीबन 30 वर्ष- पीएलजीए कम्पनी नम्बर 01 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर, ईनामी- 8 लाख।
नक्सल विरोधी अभियान के दौरान माओवादियों के द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नीयत से 2 आईईडी ब्लास्ट किया गया और एम्बुश कर सुरक्षा बलों को जान से मारने की नीयत से फायरिंग की गई। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों द्वारा घेराबंदी कर 3 नक्सलियों को हिरासत में लिया गया। 2 घायल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों नक्सलियों के नाम निम्नलिखित है...
1- गोर्रा वड्डे निवासी घमंडी।
2- बुद्धू कुमड़ा निवासी घमंडी।
3- कोसा निवासी घमंडी।
बस्तर संभाग में 136 माओवादियों के शव बरामद
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस बल तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बल द्वारा विगत दिनों में बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम किये हैं। परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में अब तक बस्तर संभाग के अंतर्गत हुई विभिन्न मुठभेड़ो के दौरान अब तक कुल 136 माओवादियों के शव बरामद किये गए। जिसमें सर्वाधिक जिला बीजापुर- 51, कांकेर-34 एवं नारायणपुर- 31 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया।
माड़ डिवीजन के माओवादिओं के बीच में हुई मुठभेड़ के संबंध में पुलिस मेस थाना परिसर नारायणपुर में आयोजित की गई पत्रकारवार्ता में पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर कन्हैया लाल धु्व, पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव रॉय, अति. पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया, स्मृतिक राजनाला अति. पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा, पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विजय पांडेय, एसटीएफ, आईटीबीपी एवं बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।