नगरीय निकाय चुनाव: त्रिलोक को लेकर कांग्रेस में दो फाड़, भितरघात को लेकर मेयर केंडिडेट और पदाधिकारियों की राय अलग-अलग
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस की राजनीति अमूमन हर चुनाव में अहलदा ही दिखाई देती है। विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा ही कुछ परिस्थितियां निर्मित हुई थी जब पीसीसी के सचिव त्रिलोक श्रीवास पर बेलतरा के कांग्रेस प्रत्याशी सहित ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने भितरघात का आरोप लगाया था। त्रिलोक ने भी दांव खेला। तखतपुर की कांग्रेस प्रत्याशी व तत्कालीन संसदीय सचिव रश्मि सिंह ने त्रिलोक का ना केवल बचाव किया साथ ही यह लिखकर भी दिया कि वे उनके क्षेत्र में कांग्रेस के पक्ष में काम कर रहे थे। एक बार फिर कुछ ऐसी ही स्थिति बन गई है। पदाधिकारी,विधायक व पूर्व विधायकों ने खिलाफत में तो मेयर केंडिडेट प्रमोद नायक ने पक्ष में पीसीसी को चिट्ठी लिख दी है। पढ़ें जिला चयन समिति की सिफारिश वाला पत्र।

बिलासपुर। नगरीय निकाय चुनाव के बीच बिलासपुर जिला व शहर कांग्रेस कमेटी की अलग ही राजनीति चल रही है। कांग्रेस के पदाधिकारी व दिग्गज नेता भाजपा के मेयर केंडिडेट व पार्षद पद के उम्मीदवारों के खिलाफ रणनीति बनाने के बजाय अपनों को ही निपटाने में लगे हुए हैं। पीसीसी के सचिव व मेयर के लिए नामांकन दाखिल करने वाले और फिर नाम वापसी के दिन नाटकीय ढंग से मेयर केंडिडेट प्रमोद नायक के पक्ष में नाम वापस लेने वाले त्रिलोक श्रीवास एक बार फिर संगठन के पदाधिकारी व दिग्गज नेताओं के निशाने पर आ गया है। या यूं कहें कि दिग्गजों के राडार पर त्रिलोक है। नगरीय निकाय चुनाव के लिए बने जिला चयन समिति ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए त्रिलोक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग प्रदेश कांग्रेस कमेटी से की है।
चयन समिति में शामिल दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की नाराजगी त्रिलोक को लेकर इस हद तक है कि पीसीसी को भेजे पत्र में त्रिलोक और परिवार के सदस्यों को कभी भी किसी भी चुनाव में टिकट ना देने की मांग कर दी है। जिला चयन समिति में शामिल कांग्रेसी नेताओं की त्रिलोक को लेकर अपनी -अपनी दिक्कतें हैं। कोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अटल श्रीवास्तव जब वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे उस दौरान त्रिलोक पर उन्होंने भितरघात का आरोप लगाया था। चयन समिति के अटल भी शामिल हैं। लिहाजा मौजूदा प्रस्ताव में उनकी नाराजगी साफ झलक रही है। मस्तूरी के विधायक दिलीप लहरिया,विधानसभा चुनाव के दौरान त्रिलोका राजनीतिक रूप से बचाव करने वाली व राजनीतिक संरक्षण देने वाली रश्मि सिंह ने भी इस बार त्रिलोक के रवैये को लेकर खुलकर नाराजगी जताई है। पीसीसी के उपाध्यक्ष प्रेमचंद जायसी, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक के अलावा महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस व एनएसयूआई के जिलाध्यक्षों ने कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।
0 विधानसभा चुनाव में रश्मि, मौजूदा चुनाव में प्रमोद ने दी संरक्षण
विधानसभा चुनाव के दौरान जब त्रिलोक पर भितरघात का आरोप लगा था तब तखतपुर विधानसभा की कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने त्रिलोक का बचाव करते हुए पीसीसी को पत्र लिखकर तखतपुर में चुनाव प्रचार करने की बात कह दी थी। कमोबेश कुछ इसी तरह के हालात इस बार भी बन गए हैं। मेयर केंडिडेट प्रमोद नायक ने त्रिलोक को क्लीन चिट देते हुए पीसीसी को पत्र लिखकर बताया है कि वह उनके पक्ष में काम कर रहे हैं।
0 पार्षद प्रत्याशी ने की पीसीसी से शिकायत
वार्ड क्रमांक 68 रामकृष्ण परमहंस वार्ड से पार्षद पद की प्रत्याशी प्रीति गढ़ेवाल ने पीसीसी को पत्र लिखकर त्रिलोक श्रीवास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। प्रीति ने अपने पत्र में लिखा है कि त्रिलोक ने अपनी भाई बहू योगिता आनंद श्रीवास को इस वार्ड से चुनाव मैदान में उतार दिया है। प्रीति ने योगिता के अलावा त्रिलोक श्रीवास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
0 पीसीसी ने जारी किया शोकाज नोटिस
पार्षद पद की प्रत्याशी प्रीति की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री प्रशासन व संगठन मलकीत सिंह गैंदू ने त्रिलोक श्रीवास को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब पेश करने कहा है। इसके लिए तीन दिनों की मोहलत दी है।