नगरीय निकाय चुनाव: नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने और रिचार्ज करने भाजपा की ऐसी सियासी रणनीति
नगरीय निकाय चुनाव में ऐसे दावेदार जिसकी दावेदारी गंभीर थी पर किसी कारणवश टिकट से चुक गए या फिर गुटीय राजनीति के फेर में टिकट की दौड़ से बाहर कर दिए गए हैं, इनकी नाराजगी स्वाभाविक है। नाराज दावेदारों का मान मनौव्वल के अलावा कार्यकर्ताओं को रिचार्ज कर चुनावी कार्य में लगाने के लिए प्रदेश भाजपा व चुनावी रणनीतिकारों ने कुछ ऐसी योजना बनाई है। इस तरह के कार्यक्रम प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में किया जाना है। रविवार से प्रदेश के निकायों में इसकी सियासी तस्वीर भी सामने आने लगेगी।

बिलासपुर। शहरी व ग्रामीण इलाकों में चुनावी माहौल बनाने के साथ ही कार्यकर्ताओं को चुनाव कार्य पर लगाने के लिए भाजपा रविवार से प्रदेशभर के निकायों में कार्यकर्ता सम्मेलन करने जा रही है। कार्यकर्ता सम्मेलन में सत्ता व संगठन के दिग्गजों की मौजूदगी रहेगी। सत्ता व संगठन के प्रमुख चेहरे को एक मंच पर लाकर भाजपाई रणनीतिकार आपसी एकता का संदेश कार्यकर्ताओं को देंगे। कार्यकर्ता सम्मेलन की खास बात ये कि इसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की विशेषतौर पर सहभागिता पर जोर दिया जा रहा है।
नगरीय निकाय के अलावा त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपाई रणनीतिकार एक-एक कार्यकर्ताओं की सहभागिता पर जोर दे रहे हैं। प्रदेश भाजपा ने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रदेश के 10 नगरीय निकायों जहां पर वर्तमान में चुनाव हो रहे हैं बड़े स्तर पर सम्मेलन कराने का निर्णय लिया है। नाम दिया है कार्यकर्ता सम्मेलन। प्रदेश भाजपा ने निकाय चुनाव प्रभारियों को इस संबंध में जरुरी दिशा निर्देश भी जारी कर दिया है। सम्मेलन की खास बात ये कि इसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की विशेषतौर पर मौजूदगी पर बल दिया जा रहा है। प्रदेश भाजपा ने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने जिला व मंडल के पदाधिकारियों को जरुरी निर्देश जारी किया है।
0 इस तरह होंगे सम्मेलन, इनकी रहेगी माैजूदगी
प्रदेश भाजपा ने नगरीय निकाय और पालिका क्षेत्र में अलग-अलग कार्यकर्ता सम्मेलन करने का निर्देश दिया है। नगरीय निकायों में होने वाले सम्मेलन में प्रदेश के आला पदाधिकारी और मंत्री शामिल होंगे। नगर पंचायतों व नगर पालिकाओं में होने वाले सम्मेलनों में जिले के मंत्री व विधायक के अलावा संगठन के पदाधिकारी शिरकत करेंगे। सम्मेलन कराने की जिम्मेदारी चुनाव प्रभारियों को दिया गया है। सम्मेलन की तिथि तय करने के बाद चुनाव प्रभारी प्रदेश भाजपा कार्यालय को अवगत कराएंगे। इसी अनुसार प्रदेश कार्यालय द्वारा पदाधिकारियों व मंत्रियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
