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नगरीय निकाय चुनाव: बागियों ने बढ़ाई धड़कनें, सियासी समीकरण को लेकर होने लगी चर्चा

Municipal elections: नगरीय निकाय चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। राजनीतिक दलों ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। टिकट वितरण के बाद ऐसे दावेदार जो चुक गए हैं अब उनकी नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। राजधानी से लेकर न्यायधानी और उत्तर छत्तीसगढ़ के निकायों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। रायपुर और बिलासपुर में नाराज नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। न्यायधानी बिलासपुर में तो गजब हो गया। मेयर और पार्षद पद के दावेदार दो नेताओं ने तो सीधेतौर पर जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मेयर पद के दावेदार त्रिलोक श्रीवास ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी पर हमला बोल दिया है। विजय को भाजपा के बी टीम का सबसे बड़ा मेंबर करार दिया है। पूर्व मंत्री व विधायक अमर के खास का दर्जा भी दे दिया। भाजपा की बी टीम की तरह काम कर कांग्रेस की लुटिया डुबाने का गंभीर आरोप भी मढ़ दिया है। कमोबेश कुछ इसी तरह के आरोप पार्षद पद के दावेदार तैय्यब हुसैन ने शहर अध्यक्ष विजय पांडेय पर लगाए हैं। एनपीजी को मिल रही रिपोर्ट पर भरोसा करें तो बागियों के तेवर से सत्ता व विपक्षी उम्मीदवार के अलावा रणनीतिकारों को भी अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

नगरीय निकाय चुनाव: बागियों ने बढ़ाई धड़कनें, सियासी समीकरण को लेकर होने लगी चर्चा
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By Sandeep Kumar

बिलासपुर। मेयर व पार्षद पद के चुके दावेदारों ने जैसा हंगामा मचाया और अब तक इसी मोर्चे पर डंटे हुए हैं आने वाले दिनों में मेयर व पार्षद के दावेदारों के सामने परेशानी खड़ी करने में कोई कसर भी नहीं छोड़ेंगे। पार्टी के फैसले के खिलाफत के पीछे नाराजगी के अलावा अब पार्टी को ही नुकसान करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। बिलासपुर के अलावा रायपुर,अंबिकापुर,रायगढ़ सहित अन्य निगमों में बागी और असंतुष्ट परेशानी खड़ा करेंगे। इसकी संभावना काफी हद तक बनी हुई है। टिकट से चुके नेताओं की नाराजगी का असर वार्ड में भी दिखाई देगा। समर्थकों के अलावा जान पहचान और रिश्तेदारों में इनकी नाराजगी किस हद तक असरकारी रहता है यह भी देखने वाली बात होगी। टिकट से चुके नेताओं की संख्या कांग्रेस में कुछ ज्यादा ही दिखाई दे रही है, स्वाभाविकतौर पर नाराजगी भी कांग्रेस में सबसे ज्यादा दिख रही है। हालांकि यही स्थिति सत्ताधारी दल में भी बनी हुई है।अनुशासन का भय ऐसा कि खुलकर विरोध करने के बजाय भीतर ही भीतर विरोध को हवा देने की कोशिश नाराज भाजपाइयों की हो रही है।

0 रायपुर व बिलासपुर दोनों ही जगह विरोधी सीन

रायपुर व बिलासपुर दोनों ही जगह कांग्रेसी शिविर में कमोबेश एक जैसी राजनीतिक स्थिति बनी। चुके नेताओं व दावेदारों ने खुलकर विरोध दर्ज कराया। टिकट को लेकर दोनों ही निकायों में अमूमन समान राजनीतिक परिस्थितियां भी निर्मित हुई। एमआईसी मेंबर के अलावा सीनियर पार्षदों को टिकट नहीं दिया। बिलासपुर में जहां त्रिलोक, तैय्यब व चंद्रप्रदीप वाजपेयी ने खुलकर विरोध दर्ज कराया वहीं रायपुर में बंटी होरा ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस को अलविदा कह दिया। पार्षद जितेंद्र अग्रवाल विद्रोही तेवर में नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। कोरबा में भी कई पार्षद पद के दावेदार रहे नेताओं ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है।

0 बागियों का दावा

* अंबिकापुर में जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव दिलीप धर वार्ड-3 से टिकट नहीं मिला। इस्तीफा देकर निर्दलीय पर्चा भार दिया है।

* पूर्व पार्षद मदन जायसवाल ने टिकट नहीं मिलने पर नामांकन दाखिल किया।

• पार्षद दीपक मिश्रा ने महात्मा गांधी वार्ड से पत्नी रूबी के लिए टिकट मांगा था। अब निर्दलीय नामांकन भरा।

* भाजपा पार्षद रहे शैलेष सिंह वार्ड 27 से दावेदार थे। टिकट ना मिलने से नाराजगी सामने आई और अब नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। नितिन पाल ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन भर दिया है।

* रायगढ़ से कांग्रेस के आशीष शर्मा वार्ड 19 से दावेदार थे लेकिन टिकट कटने से निर्दलीय नामांकन भर दिया है।

• भाजपा के पूर्व पार्षद श्याम साहू 40 नंबर वार्ड से टिकट मांग रहे थे, नहीं मिला तो निर्दलीय नामांकन दर्ज कर दिया है।

• चिरमिरी में कांग्रेस से मेयर की दावेदारी कर रहीं संयुक्त महामंत्री बबीता सिंह ने निर्दलीय नामांकन जमा कर दिया है। तीन बार के पार्षद प्रेमशंकर सोनी ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। दो बार के पार्षद बलदेव दास ने ब्लॉक अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया।रायपुर में कांग्रेस पार्षद और पूर्व एमआईसी मेंबर आकाश तिवारी पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। अब वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

0 नाम वापसी के बाद साफ होगी तस्वीर

नगरीय निकायों के नामांकन खत्म होने और स्क्रूटनी के बाद सभी पदों के लिए प्रदेशभर में 11,701 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे हैं। नाम वापसी के बाद मेयर से लेकर वार्डों की तस्वीर साफ होगी।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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