Mukesh Chandrakar Murder: पत्रकार के हत्यारे सुरेश चंद्राकर के अवैध अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बैंक खाते भी सीज
Mukesh Chandrakar Murder: पत्रकार की हत्या में शामिल आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के अवैध कब्जों पर प्रसाशन ने बुलडोजर चलाया है। इसके अलावा आरोपी के बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है।
Mukesh Chandrakar Murder: रायपुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस के बाद अब जिला प्रशासन और वन विभाग ने भी बड़ी कार्रवाई की है। आरोपी सुरेश चंद्राकर के अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन और वन विभाग की टीम ने बुलडोजर चलाया है। मौके पर वन विभाग की टीम समेत SDM और राजस्व की टीम मौजूद हैं। आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का गंगालूर सड़क पर पांच एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा था। साथ ही आरोपी के सारे बैंक खतों को सीज कर दिए गया है।
जानिए घटनाक्रम
बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव शुक्रवार देर रात ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बैडमिंटन कोर्ट में मिला था। सेप्टिक टैंक में लाश डाल ढलाई करवा दी गई थी। मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने मिरतुर निर्माण में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर द्वारा भ्रष्टाचार करने और बिना निर्माण 90 फ़ीसदी से ज्यादा भुगतान की खबर 5 दिन पहले ही चलाई थी। खबर से नाराज होकर सुरेश चंद्राकर ने पत्रकार की हत्या कर दी और लाश छुपा कर फरार हो गया।
पुलिस की टीम आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार पत्रकार की आखिरी बर्बाद मुख्य आरोपी के भाई रितेश चंद्राकर से हुई थी। पत्रकार का लास्ट लोकेशन भी बैडमिंटन कोर्ट में मिला था। पुलिस को वही सेप्टिक टैंक से पत्रकार का शव मिला। उनके गले सर और पीठ पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी गई थी। फरार आरोपी सुरेश चंद्राकर के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर काफी पैसे वाला है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एक दूसरे पर इस मामले में निशाना साधा है। पत्रकार की हत्या के मामले में जिला प्रशासन और वन विभाग में भी कार्यवाही की है। मिली जानकारी के अनुसार अपनी रसूख के चलते ठेकेदार ने कई अवैध कर रखे हैं। गंगालूर सड़क पर 5 एकड़ शासकीय और वन भूमि पर अवैध कब्जे पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चला निर्माण को धाराशाई किया है। इसके अलावा आरोपी मुकेश चंद्राकर के सभी बैंक खातों को पुलिस ने सीज कर दिया है ताकि वह कहीं से भी डिजिटल ट्रांजैक्शन ना कर पाए। इस मामले में पुलिस भी आज खुलासा करने वाली है।