Mahtari Vandan Yojana Fraud: महतारी वंदन फर्जीवाड़ा मामले में एक्शन, साइबर कैफे संचालक गिरफ्तार, सनी लियोनी के नाम पर खोला था खाता
Mahtari Vandan Yojana Fraud: छत्तीसगढ़ में संचालित महतारी वंदन योजना से बालीवुड की एक्ट्रेस सनी लियोनी को जोड़ दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने साइबर कैफे के संचालक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद कैफे संचालक के बयान के आधार पर पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश कर दिया है।
Mahtari Vandan Yojana Fraud: बस्तर। बस्तर जिले के तालुर गांव में कुछ दिन पहले फिल्म अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम से महतारी वंदन योजना के लिए पोर्टल में इंट्री करने वाले साइबर कैफे संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।बस्तर थाना प्रभारी हर्ष धुंरधर ने बताया कि बस्तर नगर पंचायत में साइबर कैफे संचालित करने वाले नरेंद्र सेठिया को गिरफ्तार किया गया है। फर्जीवाड़े की बारिकी से जांच की गई तो पता चला कि योजना के तहत फॉर्म भरने से लेकर पंजीयन के लिए बस्तर स्थिति साइबर कैफे के कंप्यूटर का इस्तेमाल किया गया है।
पुलिस जब साइबर कैफे पर पहुंची तो यहां पुलिस को संचालक नरेंद्र मिला। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कि गई तो नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने ही सनी लियोनी के नाम के दस्तावेज बनाया था और उसने ही सारे दस्तावेज योजना के लिए पोर्टल में अपलोड किया था। पुलिस को इस बात की भी जानकारी दी कि दस्तावेज बनाने से लेकर पोर्टल में रजिस्ट्रेशन तक का काम उसने ही किया था। इस काम में पहले गिरफ्तार किये गये वीरेंद्र कुमार जोशी की कहीं कोई संलिप्तता नहीं है।
वीरेंद्र के बैंक अकाउंट का किया गया इस्तेमाल
इस फर्जीवाड़े में दस्तावेज अपलोड करने और बैंक अकाउंट का उपयोग करने में दो लोगों की सहभागिता सामने आई है। वीरेंद्र जोशी के नाम से बैंक अकाउंट को सनी लियोनी के नाम से खोलना बता गया है। महतारी वंदन योजना की राशि सनी लियोनी के नाम से वीरेंद्र जोशी के बैंक अकाउंट में राज्य शासन द्वारा जमा किया जा रहा था। कैफे संचालक और बैंक अकाउंटधारी वीरेंद्र जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहले ही बर्खास्त
इस पूरे मामले में सबसे पहले कार्रवाई की गाज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर गिरी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बर्खास्त करने के साथ ही परियोजना अधिकारी और महिला सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया गया है। सनी लियोनी के नाम से फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद विभाग द्वारा संदिग्ध बैंक अकाउंट की जांच की जा रही है।