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Liquer Scame: ED ने कांग्रेस भवन को किया अटैच, शराब घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रूपये के शराब घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने कांग्रेस भवन को अटैच करने के साथ ही पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की प्रापर्टी को भी अटैच कर लिया है।

Kawasi Lakhma Liquer Scam
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Kawasi Lakhma Liquer Scam

By Radhakishan Sharma

रायपुर। छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ से अधिक के शराब घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की संपत्ति के अलावा कांग्रेस भवन को अटैच कर लिया है। पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की साढ़े पांच करोड़ की प्रापर्टी को अटैच कर लिया है। ईडी का मानना है कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शराब घोटाले से मिले कमीशन से सुकमा में कांग्रेस भवन का निर्माण कराया है। लिहाजा कमीशन की राशि से बने कांग्रेस भवन के 68 लाख की संपत्ति को भी ईडी ने अटैच करने की कार्रवाई की है।




दो हजार करोड़ के शराब घोटाले में कमीशनखोरी के आरोप में ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के अलावा उनके बेटे हरीश लखमा को गिरफ्तार किया है। दोनों अभी जेल में बंद हैं। ईडी की पूछताछ में पूर्व आबकारी मंत्री लखमा ने शराब घोटाले के पैसे से अपनी प्रापर्टी बनाने के साथ ही कांग्रेस भवन के निर्माण में भी घोटाले के दौरान मिली कमीशन की राशि का उपयोग किया है। शुक्रवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सुकमा कांग्रेस कार्यलय भवन के अलावा 6 करोड़ 15 लाख 75000 की संपत्ति अटैच किया है।


ईडी के वकील ने जानकारी दी थी कि पूर्व मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ के लिए ईडी को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। एक अन्य आरोपी अरविंद सिंह ने ईडी को बताया कि शराब घोटाले में शामिल लोगों से पूर्व मंत्री लखमा को हर महीने 50 लाख रुपये बतौर कमीशन दिया जाता था। आबकारी विभाग के अफसर अरुणपति त्रिपाठी ने अपने बयान में ईडी को बताया कि तत्कालीन आबकारी मंत्री को 50 लाख रुपये के अलावा हर महीने डेढ़ रुपये और दिया जाता था। शराब घोटाले के सरगनाओं से आबकारी मंत्री की हैसियत से लखमा को हर महीने दो करोड़ रुपये बतौर कमीशन दिया जाता था।

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