Korea: अनुपस्थित अधिकारियों को जारी हुआ कारण बताओ नोटिस, कलेक्टर लंगेह बोले-आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक, कार्यकर्ता जिम्मेदारी से कार्य करें
Korea: उन्होंने कहा कि गर्भवती स्त्रियों के लिए प्रसव पूर्व देखभाल और टीकाकरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कोरिया। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह नेे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत महत्वपूर्ण बैठक में विभिन्न विभागों के अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिवस के भीतर अपनी प्रतिउत्तर देने के निर्देश दिए गए है।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, रेषम विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा करते हुए कलेक्टर लंगेह ने उक्त विभागों के अधिकरियों के अनुपस्थिति तथा आधा-अधूरी जानकारी देने पर नाराजगी व्यक्त की तथा इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इसी कड़ी में रेषम विभाग के सहायक संचालक एस.एन. सिंह, विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी बैकुण्ठपुर, सोनहत बलवंत सिंह, श्रेष्ट मिश्रा के अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस.सेंगर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज खलखो, परियोजना अधिकारी बैकुण्ठपुर सरस्वती डे तथा सोनहत के शशि जायसवाल को अनुपस्थित तथा संबंधित योजनाओं की समुचित जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिले के सभी आंगनवाड़ी पर्यवेक्षकों, कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से अपने कार्यों को जिम्मेदारी पूर्वक निभाने का आग्रह किया और विशेष रूप से बरसात के मौसम में बच्चों की देखभाल पर जोर दिया।
कलेक्टर लंगेह ने निर्देश दिए कि बच्चों को गुणवत्ता युक्त पोषण आहार मिले और शिशुवती तथा गर्भवती माताओं की उचित देखरेख हो। उन्होंने कहा कि गर्भवती स्त्रियों के लिए प्रसव पूर्व देखभाल और टीकाकरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने कुपोषण और एनीमिया को जिले से खत्म करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कलेक्टर ने कहा कि छह वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के टीकाकरण, पूरक पोषण के वितरण और नियमित स्वास्थ्य जांच की निगरानी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य जिम्मेदारियों में से एक है।
कलेक्टर लंगेह ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को बच्चों के साथ एक माँ और बहन की तरह व्यवहार करने और किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने की हिदायत दी। उन्होंने आंगनवाड़ी भवनों की साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे आंगनवाड़ी केंद्रों का विशेष निरीक्षण करें और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल समाधान करें। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी भवनों के आसपास गड्ढे, नाले, बिजली की खुली तार और कचरे जैसी समस्याएं न हों।
कलेक्टर लंगेह ने आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक, कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को उनके महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति सजग रहने और जिले के बच्चों और माताओं की भलाई के लिए हर संभव प्रयास करने की अपील भी की है।