CG Korba News: कोरबा पुलिस की लापरवाही: मानसिक रोगी CAF जवान को सीएम सुरक्षा ड्यूटी में किया तैनात, साली और चाचा ससुर की गोली मारकर की थी हत्या
Korba News: कोरबा पुलिस की एक बड़ी चूक सामने आई है। मानिसक रोगी जवान को सीएम सुरक्षा ड्यूटी में लगा दिया। ड्यूटी छोड़कर जवान सीधे ससुराल पहुंच गया। साली और चाचा ससुर को गालियों से भून डाला। टारगेट पत्नी थी। पत्नी के नाम मिलने पर इस तरह की घटना को अंजाम दे दिया।

Korba News: कोरबा: कोरबा पुलिस की लापरवाही कहें या बड़ी चूक। सीएम सुरक्षा ड्यूटी में ऐसे जवान को लगा दिया जो मानसिक बीमारी से ग्रस्त है और डाक्टर के पास जिसका इलाज चल रहा है। सुरक्षा ड्यूटी छोड़कर जवान सीधे ससुराल पहुंच गया। पारिवारिक विवाद और मानसिक तनाव के बीच जिस तरह की घटना को अंजाम दिया वह दिल दहला देने वाली है। जवान ने साली और चाचा ससुर को मौत के घाट उतार दिया है। सर्विस रिवाल्वर से घटना को अंजाम दिया।
पारिवारिक विवाद और तनाव के बीच 13वीं बटालियन का सीएएफ जवान टेकराम बिंझवार बुधवार को सीएम सुरक्षा की ड्यूटी बीच में छोड़कर जवान ससुराल पहुंच गया। वहां साली और चाचा ससुर की गोली मारकर हत्या कर दी। हरदीबाजार थाना क्षेत्र निवासी टेकराम कलेक्टोरेट में सीएम के प्रवास के दौरान ड्यूटी पर था। सुबह हाजिरी देने के बाद 11:30 बजे अचानक गायब हो
गया। कलेक्टोरेट से बिना बताए 20 किलोमीटर दूर महुआडीह स्थित ससुराल पहुंच गया। ससुराल पहुंचने के बाद दरवाजा खटचखटाया। घर का दरवाजा साली मंदासा ने खोला, जो घर में अकेली थी। जवान ने साली से पत्नी के बारे में पूछा। साली ने नहीं बताया। इससे दोनों में कहासुनी होने लगी। इतने में टेकराम ने सर्विस राइफल से गोलियां चला दीं। इसके बाद भागते समय रास्ते में उमेंदी भाठा के पास चाचा ससुर राजेश कुमार (35) मिले। उन्होंने रास्ता रोका तो टेकराम ने सीने में राइफल सटाकर तीन गोली मारीं। इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बाद में ग्रामीणों ने सूचना हरदीबाजार थाने में दी। तब पुलिस ने घेराबंदी कर ग्रामीणों की मदद से उसे दबोच लिया।
मानसिक रोगी था जवान, पत्नी को टारगेट कर पहुंचा था ससुराल
सीएएफ जवान टेकराम विंध्यराज से विवाद के चलते पत्नी अलग रहने लगी थी। इसी बात को लेकर जवान तनाव में रहने लगा था। मनोरोग चिकित्सक से उसका नियमित इलाज चल रहा था। वर्तमान में ड्यूटी के दौरान उसने कंपनी में खुद को स्वस्थ बताया। अच्छे व्यवहार से उसके तनावग्रस्त होने की भनक ना तो अधिकारियों को लग पा रही थी और ना ही साथ काम करने वाले जवानों को।उसे वीआईपी ड्यूटी के लिए रवाना करते समय सर्विस राइफल दी गई थी। बुधवार की सुबह रलिया स्थित घर से सीधे समीपस्थ महुआडीह ससुराल पहुंचा था। वहां पत्नी अवध बाई अकेली नहीं मिली। इस कारण वह लौट आया था। दोबारा भी जब पत्नी नहीं मिली और साली से झड़प के बाद साली और चाचा ससुर की गोली मारकर हत्या कर दी।
