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Kondagaon News: रिश्वतखोर दो कर्मचारियों की नौकरी गई, उप निरीक्षक सस्पेंड, अफसर को शोकाज नोटिस

Kondagaon News: जिला श्रम विभाग में गुमास्ता लाइसेंस पंजीयन के बदले रिश्वत मांगने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाने पर दो संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। श्रम उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। जिला श्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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By Radhakishan Sharma

Kondagaon News: कोंडागांव। गुमास्ता लाइसेंस बनाने घुसखोरी के मामले में श्रम विभाग के कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई है। जांच के बाद मामले में संलिप्तता पाए जाने पर दो लिपिकों को निलंबित कर दिया गया है। दोनों लिपिक संविदा कर्मचारी थे। श्रम उप निरीक्षक की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए निलंबित कर दिया है। जिला श्रम पदाधिकारी को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है। कोंडागांव कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देश पर यह कार्यवाही हुई है।

श्रम विभाग के संविदा कर्मचारी सिंधु नाथ मंडल और उमा शंकर साहू पर आरोप था कि वे गुमास्ता लाइसेंस पंजीयन के नाम पर आवेदकों से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत को प्राप्त हुई थी, जिसके बाद जांच शुरू की गई।

कोण्डागांव के अपर कलेक्टर चित्रकांत चाली ठाकुर ने बताया कि जांच में आरोप सही पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से दोनों संविदा लिपिकों को बर्खास्त कर दिया गया है। श्रम उप निरीक्षक निर्मल कुमार सोरी की भूमिका भी इस मामले में संदेहास्पद पाई गई। उनकी भूमिका को देखते हुए उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय तहसील कार्यालय बड़े राजपुर में पदस्थ किया गया है।

इस पूरे मामले में लापरवाही और कर्मचारियों पर नियंत्रण नहीं रख पाने के आरोप में जिला श्रम अधिकारी आजाद सिंह पात्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे जवाब मांगा गया है कि क्यों न उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए? कोंडागांव जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी जीरो टारलेंस की नीति है। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बख्शा नहीं जाएगा और कार्यवाही की जाएगी।

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