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Kanker News: जब क्लास रूम में बंद हो गई पहली कक्षा की बच्ची: आत्मानंद स्कूल में घटी भयावह घटना

Kanker कांकेर। कांकेर जिले के स्वामी आत्मानंद स्कूल में एक लापरवाही सामने आई है। स्कूल की छुट्टी होने के बाद पहली कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची क्लास में ही रह गई और शिक्षक तथा स्टाफ ताला लगाकर घर चले गए। बच्ची जब घर नहीं पहुंची तो स्कूल जाकर परिजनों ने जानकारी जुटाई। स्कूल के कमरे के अंदर से रोने की आवाज सुन उन्होंने स्कूल स्टाफ को सूचित किया तब जाकर ताला खुला और बच्ची को निकाला जा सका। पूरा मामला पखांजूर ब्लॉक का है।

Kanker News: जब क्लास रूम में बंद हो गई पहली कक्षा की बच्ची: आत्मानंद स्कूल में घटी भयावह घटना
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By Radhakishan Sharma

Kanker कांकेर। कांकेर जिले के स्वामी आत्मानंद स्कूल में एक लापरवाही सामने आई है। स्कूल की छुट्टी होने के बाद पहली कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची क्लास में ही रह गई और शिक्षक तथा स्टाफ ताला लगाकर घर चले गए। बच्ची जब घर नहीं पहुंची तो स्कूल जाकर परिजनों ने जानकारी जुटाई। स्कूल के कमरे के अंदर से रोने की आवाज सुन उन्होंने स्कूल स्टाफ को सूचित किया तब जाकर ताला खुला और बच्ची को निकाला जा सका। पूरा मामला पखांजूर ब्लॉक का है।

पखांजूर ब्लॉक के स्वामी आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरणगढ़ में ग्राम पीवी –8 निवासी गुंजन मंडल पहली कक्षा की छात्रा है। वह रोजाना स्कूल बस से स्कूल आती जाती है। पर जब सोमवार को छात्रा स्कूल से वापस नहीं आई तो परिजनों ने छात्रा की तलाश शुरू की। आसपास खोजने के बाद शाम को करीबन 5 बजे स्कूल पहुंचे। यहां स्कूल में कमरे के अंदर से छात्रा के रोने की आवाज आई। परिजनों के द्वारा सूचना देने पर शिक्षिका और चपरासी ने स्कूल आकर ताला खोलकर छात्र को निकाला।

क्लास में सो गई थी छात्रा:

छात्रा को क्लास में नींद आ गई थी और वह सो गई थी। जिसके चलते वह छुट्टी के बाद घर नहीं आ सकी। स्कूल बंद करते समय चपरासी और शिक्षकों ने भी ध्यान नहीं दिया और ताला लगा कर चले गए। इस संबंध में परिजनों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि छात्रा डर कर बेहोश हो जाती तो उन्हें उसके रोने की भी आवाज सुनाई नहीं देती। या फिर उन्हें यदि स्कूल पहुंचने में देर हुई होती तो भी कोई अनहोनी घट सकती थी। इसके लिए उन्होंने जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग की है।

वही स्कूल की प्रधान पाठिका दीक्षिका साहू का कहना है कि घटना की जानकारी लगते ही उन्होंने तत्काल चपरासी को फोन कर ताला खुलवाया और बच्ची को सकुशल निकाल कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। स्थानीय लोगों और परिजनों ने नाराजगी जताते हुए जांच करने और घटना के जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने की मांग की है।

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